शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है?

Stock Market : शेयर बाजार से मुनाफा पाना है तो अमल में लाएं कुछ जरूरी बातें
बाजार की परख, धैर्य की कुंजी के जरिए शेयर मार्केट की तिजोरी से कमाई को पंख लगाए जा सकते हैं. निवेश का तरीका क्या है और कौन सी सावधानियां अपनानी हैं, इसके कुछ मामूली टिप्स जानकार आप लाभ उठा सकते हैं.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 03 Jul 2021 10:31 PM (IST)
stock market : शेयर मार्केट में निवेश सिर्फ लाभ बनाना भर नहीं है. इसके लिए आपके पास सही स्टॉक चुनने की समझ भी जरूरी है. शेयर बाजारों में निवेश के साथ जोखिम भी काफी है, लेकिन इसके मुकाबले होने वाले बड़े लाभ नुकसान का असर कम कर देते हैं. दअसल, शेयर बाजार राष्ट्रीय वित्तीय एक्सचेंजों पर लिस्टेँड कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री है. जब कोई कंपनी सार्वजनिक होती है तो वह अपने शेयर जनता को बिक्री के लिए जारी करती है, इन्हें खरीदने या बेचने वाले स्टॉक कारोबारी कहे जाते हैं. वे बाजार के जानकार होने के साथ यह भी समझते है कि अपने पैसे का सही निवेश कब और कहां करना चाहिए. स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग से पहले पुख्ता प्लानिंग जरूरी है.
निवेश से पहले यह करना जरूरी
सभी पेंडिंग लोन खत्म कर लें: शेयर बाजार में निवेश शुरू करने से पहले एहतियातन आपको अपने सभी हाई इंट्रेस्ट वाले लोन, जैसे पर्सनल, क्रेडिट कार्ड क्लीयरेंस आदि चुकता कर लेने चाहिए. जिससे क्रेडिट लायबिलिटी न हो.
एक्स्ट्रा सेविंग ही इंवेस्ट करें: स्मार्ट निवेश का एक जरूरी नियम है कि मार्केट में आप उसी बजट का
उपयोग करें, जो आपकी एक्स्ट्रा सेविंग है. ऐसी सूरत में आपको स्टॉक खरीदने के लिए कभी भी रकम उधार नहीं लेनी होगी. किसी दूसरी जरूरत के लिए रखा पैसा भी र्मोकेट में लगाना ठीक नहीं.
कुछ रकम बचाकर रखें: एक इमरजेंसी फंड भी मेनटेन करें. इसके लिए कुछ नगदी पूरी तरह अलग रखें. आप शेयर बाजार में सारा पैसा निवेश करते हैं, तो इमरजेंसी की सूरत में खुद को मुसीबत में डाल सकते हैं.
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लक्ष्य तय करना जरूरी
निवेश से पहले तय करिए कि लंबी अवधि के लिए निवेश कर हाई रिटर्न पाना चाहते हैं? या लाभांश के रूप में सिर्फ कमाई के लिए अलग सोर्स. ऐसे निवेश के लक्ष्य आपको समझने में मदद करेंगे कि आपको निवेश कितना और कब तक करना चाहिए. वर्तमान वित्तीय स्थिति देखकर तय करें कि आप एकमुश्त निवेश चाहते हैं या छोटे नियमित मासिक. एक छोटी राशि से शुरुआत करना ही समझदारी है, जिसे समय के साथ आप धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं.
ट्रेडिंग खाता खोलें
शेयर बाजार में निवेश के लिए ब्रोकर रख सकते हैं या ट्रेडिंग खाता बना सकते हैं, जो आपको खुद ऑपरेट करने की छूट देगा. निवेश के लिए एक बजट तय कर लें औ तय करें कि आप दिन के दौरान कारोबार करते समय उसी बजट को उपयोग करें.
खुद की नॉलेज बढ़ाएं
नियमित शेयर बाजार के कामकाज के बारे में पढ़ें, उन कंपनियों की चेकलिस्ट रखें, जिनमें आपकी रुचि है. उनकी परफार्मेंस के लिए स्टॉक चेक करें. समय के साथ जैसे-जैसे आप अधिक से अधिक कारोबार करेंगे, समझ जाएंगे कि अपने लक्ष्य के लिए बेहतर क्या है.
भावुकता नहीं तर्क से समझें
आप शेयर में निवेश शुरू करते हैं तो बेहद खुद दिमाग से फैसले लेने होंगे. यहां चीजें लगातार बदलती हैं. कठिन परिस्थितियों में आपको तर्कशीलता से काम करना चाहिए. कोई भी विशेषज्ञ आपको यही बताएगा कि कारोबार का पहला नियम है आपके दिमाग के साथ कारोबार करना है, न कि दिल के साथ.
जानिए क्या हैं स्टॉक ब्रोकर
यह दो तरह के होते हैं, पहला कम्लीट सर्विस ब्रोकर और दूसरा डिस्काउंट ब्रोकर. कम्लीट सर्विस ब्रोकर पारंपरिक ब्रोकर हैं, जो शेयरों की खरीद-बिक्री, निवेश सलाह, वित्तीय योजना, पोर्टफोलियो मेंटेनेंस, बाजार रिसर्च-एनालिसिस आदि करते हुए अधिक से अधिक सेवाओं की विविधता देते हैं। ये आपकी जरूरत और वित्तीय लक्ष्य के अनुरूप पर्सनल टिप्स देकर निवेश सेवाएं देते हैं. वहीं डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन ब्रोकर हैं, जो नो-फ्रिल शेयर ब्रोकिंग खातों पर काम करते हैं। वे ग्राहक को पर्सनल सर्विस नहीं देते हैं. वे कम से कम संभव लागत पर जरूरी कारोबार सुविधा देते हैं। डिस्काउंट ब्रोकर चुनकर, आप कम ब्रोकरेज से भी मार्केट देख सकते हैं.
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Published at : 03 Jul 2021 10:31 PM (IST) Tags: Finance Budget Stock Market stock exchange company Return market profit listed amount broker caution buy-sell हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
Career Tips: शेयर मार्केट में बनाएं करियर, बेस्ट अपॉर्च्युनिटी के साथ कमाएं लाखों
इस फील्ड में करियर की तलाश कर रहे युवाओं के पास म्यूचुअल फंड वाली कंपनी, स्टॉक एक्सचेंज, फॉरेन इनवेस्टमेंटट फर्म्स, रेगुलेशन अथॉरिटी, इंश्योरेंस एजेंसी और बैंक में भी काम करने का मौका होता है। आपका सालाना पैकेज काफी अच्छा होगा।
करियर डेस्क : आजकल ऑनलाइन ट्रेडिंग का जमाना चल रहा है। हर किसी की दिलचस्पी स्टॉक मार्केट और स्टॉक एक्सचेंज की तरफ बढ़ी है। शेयर बाजार (Share Market), स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange), स्टॉक ब्रोकर, निफ्टी (Nifty) और सेंसेक्स (Sensex) ऐसे शब्द हैं जिनकी बातें हर कोई कर रहा है। इसका कारण है कि अब शेयर बाजार में पैसा लगाना बिल्कुल आम हो गया है। अगर आपका भी इंट्रेस्ट इस फील्ड में हैं तो आप यहां करियर (Career in Stock Market) की अपार संभावनाएं ढूंढ सकते हैं। यह एक ऐसा फील्ड है जहां अवसर ही अवसर हैं। आप यहां करियर बना लाखों की कमाई कर सकते हैं। जानें कैसे बना सकते हैं स्टॉक मार्केट में करियर.
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर बनकर संवारे भविष्य
स्टॉक ब्रोकर वह पर्सन होता है, जो इनवेस्टर और शेयर मार्केट के बीच काम करता है। बिना ब्रोकर मार्केट में अच्छे परफॉर्मेंस की उम्मीद बेमानी होगी। स्टॉक ब्रोकर के लिए यहां ढेर सारे अवसर हैं। आप फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर बनकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। ये लोग क्लाइंट्स को स्टॉक एडवाइजरी, स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा, मोबाइल फोन पर ट्रेडिंग और आईपीओ में इनवेस्टमेंट जैसी सुविधा देते हैं। इस काम में इनकी अच्छी खासी कमाई होती है।
डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर की अच्छी-खासी कमाई
आप डिस्काउंट ब्रोकर बनकर भी हर महीने मोटी कमाई कर सकते हैं। इनका काम क्लाइंट से काफी कम ब्रोकरेज लेकर मार्केट में ट्रेडिंग की सुविधा देना होता है यानी शेयर खरीदने बेचने के लिए इनका रोल अहम होता है। इनको इस जॉब के लिए अच्छा पैकेज मिलता है।
कौन बन सकता है स्टॉक ब्रोकर
अगर कोई स्टॉक ब्रोकर बन अपना करियर बनाना चाहता है तो उसे इससे संबंधित कोई कोर्स करना होगा। अच्छा स्टॉक ब्रोकर वही हो सकता है, जिसके पास एकाउंटेंसी, कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, स्टेटिस्टिक्स और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की अच्छी जानकारी है। इन सभी सब्जेक्ट्स में आप ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर इस फील्ड में करियर बना सकते हैं। आप ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं। आप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 'NCFM' ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स भी कर सकते हैं।
ये करियर ऑप्शन भी हैं बेस्ट
स्टॉक ब्रोकर के अलावा भी इस फील्ड में काफी अपॉर्च्युनिटी है। आप इन्वेस्टमेंट एडवाइजर, स्टॉक एडवाइजर, इक्विटी एडवाइजर, वेल्थ मैनेजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट, इक्विटी डीलर, इक्विटी ट्रेडर और सिक्योरिटी एनालिस्ट के तौर पर भी अपना करियर ऑप्शन चुन सकते हैं और हर महीने अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं।
Stock Broker Meaning in Hindi | स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है ? (Stock Broker kya hai):
एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज जैसे NSE यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और BSE यानि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य होता है।
कोई भी स्टॉक ब्रोकर अपने client यानि कोई निवेशक या ट्रेडर तथा स्टॉक एक्सचेंज के बिच की कड़ी की तरह होता है।
वह निवेशक और ट्रेडर को स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर खरीदने और बेचने की पूरी व्यवस्था करता है।
Stock Broker kya hai और का उसका काम क्या है ?
शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी व्यक्ति को ट्रेडिंग और डीमैट खाता खुलवाने की जरुरत होती है।
एक ब्रोकर यह दोनों खाते खोल कर निवेश और ट्रेडिंग करने की सुविधा देता है।
कई Banks जैसे SBI और HDFC भी एक ब्रोकर की तरह रजिस्टर्ड होते है।
ऐसी बैंक शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? आपको Bank Account, Demat Account और Trading Account तीनो खाते एक साथ खुलवाने की सुविधा देती है।
नई टेक्नोलॉजी की वजह से अब सभी ब्रोकर अपने client को सीधा खरीद और बिक्री का प्लेटफॉर्म देती है।
इन शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? प्लेटफॉर्म की वजह से अब लोगो को ब्रोकर को कॉल कर के अपना ऑर्डर देने की जरुरत नहीं पड़ती।
बल्कि वह खुद सिर्फ अपने मोबाइल से भी अपना शेयर खरीद बिक्री का ऑर्डर सीधे स्टॉक एक्सचेंज को भेज सकते है।
इन सभी प्लेटफॉर्म की वजह से ही आज शेयर बाजार में हर सेकंड से भी कम समय में शेयर के दाम बदलते रहते है।
इन सारी सुविधाओं के बदले में वह हर एक खरीद बिक्री पर कुछ ब्रोकरेज लेता है।
अलग अलग तरह के ब्रोकर अलग अलग ब्रोकरेज चार्ज करते है। Stock Broker kya hai
स्टॉक ब्रोकर के प्रकार (Types of StockBroker) :
स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा और ब्रोकरेज लेने के अनुसार उसके दो प्रकार है।
1) Full Service या Regular Broker :
इस प्रकार के ब्रोकर पुराने तरह के ब्रोकर है। Meaning of StockBroker
यह ब्रोकर खरीद बिक्री की सुविधा के साथ साथ निवेशको और ट्रेडरो को और भी बहुत सी सेवाए देते है।
- निवेश या ट्रेडिंग की सलाह देना , Stock Broker kya hai
- IPO भरने की सुविधा और उसके बारे में सलाह देना ,
- शेयर बाजार के संबंध में आने वाली खबरों के बारे में अवगत करवाना ,
- कॉल कर के शेयर की खरीद-बिक्री का ऑर्डर देने की सुविधा देना ,
- कि जाने वाली खरीद बिक्री के Contract Note की कॉपी देना।
और भी बहुत सुविधाए देता है। Stock Broker kya hai
यह सब सुविधा देने के कारण इस तरह के ब्रोकर का खर्च थोड़ा ज्यादा होता है।
इस वजह से इस तरह के ब्रोकर अपने क्लाइंट (निवेशको और ट्रेडरो) से ज्यादा ब्रोकरेज लेते है।
2) Discount StockBroker : Meaning of StockBroker
डिस्काउंट ब्रोकर के नाम से ही पता चलता है, की वह regular broker से काफी कम ब्रोकरेज लेते है।
जैसे Upstox जो Intraday Trading पर कुल टर्नओवर के 0.05 % या फिर हर एक ऑर्डर के 20 रूपए दोनों में से जो कम हो उतना ब्रोकरेज लेता है। जबकि डिलीवरी ले कर ट्रेडिंग करने पर तो 0 ब्रोकरेज लेते है।
इनका मुख्य उद्देश्य निवेशकों और ट्रैडरो को कम से कम ब्रोकरेज पर खरीद बिक्री करने की सुविधा देना होता है।
इस वजह से ऐसे ब्रोकर निवेशको को सिर्फ खरीद के लिए जरुरी सुविधाए ही देते है .
- ऐसे ब्रोकर निवेश या ट्रेडिंग की सलाह नहीं देते।
- IPO के बारे में सलाह या सुविधा भी नहीं देते।
- कॉल कर के ट्रेडिंग की सुविधा भी नहीं देते और देते है तो उसके लिए अलग चार्ज लेते है।
- कागज़ पर Contract Note चाहिए तो इसके लिए भी अलग चार्ज लेते है।
- हलाकि ईमेल पर Electronic Contract Note मिलता है।
यह सभी सुविधाए न देने के कारण उनका खर्च Regular Broker से बहुत कम हो जाता है।
और इस वजह से वह बहुत कम ब्रोकरेज में शेयर की खरीद बिक्री करने की सुविधा देते है।
दोनों तरह के ब्रोकर के अपने अपने लाभ और हानी है। Stock Broker kya hai
आप अपनी जरुरत के हिसाब से अपने लिए इन दोनों में से अपने लिए ब्रोकर चुन सकते है।
तो दोस्तों यह था स्टॉक ब्रोकर का मतलब (Meaning of StockBroker).
उम्मीद करता हु की आपको StockBroker के बारे में सब समझ आ गया होगा।
दोस्तों अभी Upstox जो की एक Discount Broker है, उसमे Trading और Demat अकाउंट free मे खोलने का offer चल रहा है।
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By Gaurav
Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।
सरकार को करोड़ों टैक्स देता हूं- लाइव इंटरव्यू में ‘ब्रोकर’ कहने पर नाराज हो गए राकेश झुनझुनवाला
इंटरव्यू के दौरान उन्हें स्टॉक ब्रोकर कहा गया जिस आप उन्होंने अपनी आपत्ति जताई और कहा कि वो कोई ब्रोकर नहीं हैं बल्कि सरकार को सालाना करोड़ों टैक्स देते हैं।
राकेश झुनझुनवाला को शेयर बाज़ार का बिग बुल कहा जाता है (Photo-Financial Express/File)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शेयर मार्केट के वारेन बफे समझे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला की मुलाकात काफी चर्चित रही। राकेश झुनझुनवाला ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में हिस्सा लिया जहां उनसे पीएम से मुलाकात को लेकर सवाल किए गए। इसी दौरान उन्हें स्टॉक ब्रोकर कहा गया जिस आप उन्होंने अपनी आपत्ति जताई और कहा कि वो कोई ब्रोकर नहीं हैं बल्कि सरकार को सालाना करोड़ों रुपए टैक्स देते हैं।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में उनसे पूछा गया, ‘आप प्रधानमंत्री से मिले, बहुत सी बातें हुईं, तस्वीरें वायरल हो गईं। शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? एक स्टॉक ब्रोकर प्राइम मिनिस्टर से क्यों मिला?’ स्टॉक ब्रोकर कहे जाने पर आपत्ति जताते हुए राकेश झुनझुनवाला ने कहा, ‘मैम, पहले मुझे एक बात कहने दीजिए। मैं हर साल सरकार को 15 लाख डॉलर (11.25 करोड़ रुपए) देता हूं। मैं कोई ब्रोकर नहीं हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘आपने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से क्यों मिला? तो मुझे नहीं पता वो क्यों मिले, आपको उनसे ही पूछना चाहिए।’
इसी दौरान उन्होंने कहा कि वो मोदी और बीजेपी के समर्थक हैं। अर्थव्यवस्था को लेकर उनका कहना था कि ये जल्द ही आगे बढ़ने वाली है। वो बोले, ‘हमारा टाइम आएगा लेकिन मेरा मानना है कि हमारा टाइम आ चुका है। वो कहते हैं न हिंदी फिल्म में कि मुहूर्त का समय आ गया है, कन्या को लाइए तो हिंदुस्तान का मुहूर्त हो गया है। मैं अभी भी बाजार को लेकर बुलिश हूं इसलिए गिरावट को लेकर चिंतित नहीं हूं।’
राकेश झुनझुनवाला का कहना था कि भारत के रिटेल निवेशकों को लंबी अवधि के लिए पैसा लगाना चाहिए क्योंकि गिरावट की संभावना कम है। राकेश झुनझुनवाला से इसी कॉन्क्लेव में यह सवाल पूछा गया कि पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने क्या कहा और पीएम ने क्या कहा।
इस सवाल पर राजेश झुनझुनवाला ने कहा, ‘सुहागरात में मैंने बीवी से क्या बात किट ही…ये भी कोई बताने वाली बात है।’ उनके इस जवाब को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आपत्ति जताई। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने एक ट्वीट कर कहा शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? कि प्रधानमंत्री पद की यही गरिमा बच गई है। वहीं आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि कभी सोचा नहीं था कोई शेयर मार्केट का दलाल पीएम से मुलाकात की तुलना अपनी सुहागरात से करेगा।
इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स के लिए जरूरी क्वालिफिकेशन्स और करियर स्कोप
एक इंडियन स्टॉक ब्रोकर के तौर पर आपका भविष्य काफी आशाजनक है लेकिन एक प्रोफेशनल स्टॉक ब्रोकर के तौर पर अपना करियर शुरू करने के लिए आपके पास स्टॉक मार्केटिंग की गहरी समझ और अच्छी जानकारी अवश्य होनी चाहिए.
यंग इंडियन प्रोफेशनल्स के लिए इन् दिनों स्टॉक मार्केट में बतौर स्टॉक ब्रोकर अपना करियर शुरू करना एक बेहतरीन करियर ऑप्शन साबित हो सकता है. देश-दुनिया के विभिन्न स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने के काम को ही ‘स्टॉक ब्रोकिंग’ कहा जाता है. स्टॉक ब्रोकिंग प्रोसेस के बेसिक प्रिंसिपल्स की शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? प्रैक्टिकल शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? नॉलेज देने के लिए स्टूडेंट्स को क्लाइंट्स के साथ ही विभिन्न कंपनियों के लिए स्टॉक खरीदने और बेचने की ट्रेनिंग दी जाती है. भारत में भी आजकल स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर्स उपलब्ध हैं. इसलिए, इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स का भविष्य काफी आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद, इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है. इस आर्टिकल में हम इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स के करियर स्कोप के बारे में सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं:
भारत में स्टॉक ब्रोकिंग के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया और एकेडमिक क्वालिफिकेशन्स
हमारे देश में स्टॉक ब्रोकर के तौर पर अपना करियर शुरू करने के लिए स्टूडेंट्स ने प्रेफरेबली कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, बिजनेस मैनेजमेंट या मैथ्स विषय सहित अपनी 12वीं क्लास किसी मान्यताप्राप्त एजुकेशनल बोर्ड से पास की हो. सब-ब्रोकर का काम शुरू करने के लिए कैंडिडेट्स की आयु कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए.
बैचलर डिग्री कोर्सेज/ सर्टिफिकेट कोर्सेज
- बीए/ बीकॉम – फाइनेंस/ एकाउंटिंग/ इकोनॉमिक्स/ बिजनेस मैनेजमेंट/ मैथ्स
- बीएससी – मैथ्स/ इकोनॉमिक्स
- NSE सर्टिफिकेट – फाइनेंशिल मार्केट्स
- NSE सर्टिफिकेट – मार्केट प्रोफेशनल
मास्टर डिग्री कोर्सेज और पीजी डिप्लोमा कोर्सेज
- एमबीए – फाइनेंस
- एमकॉम
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा – कैपिटल मार्केट एंड फाइनेंशियल सर्विसेज
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा – फंडामेंटल्स ऑफ़ कैपिटल मार्केट डेवलपमेंट
महत्त्वपूर्ण नोट: इन एजुकेशनल कोर्सेज में से अपने लिए कोई सूटेबल कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आपको अपने नाम का रजिस्ट्रेशन सेबी अर्थात सिक्यूरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया के पास अवश्य करवाना होगा. इसी तरह, एक स्टॉक मेंबर बनने के लिए आपको रिटन एंट्रेंस टेस्ट पास करके संबंधित ट्रेनिंग कोर्स पूरा करना होगा. इसके बाद आपको सेबी की मेंबरशिप मिल जायेगी.
आपको मेंबरशिप हासिल करने के लिए निर्धारित राशि संबंधित स्टॉक एक्सचेंज में सिक्यूरिटी के तौर पर जमा करानी होगी. फाइनेंशियल मार्केट में काम करने के लिए आपके पास नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सर्टिफिकेट होना चाहिए और डेरीवेटिव्स एक्सचेंज में काम करने के लिए कैंडिडेट्स के पास बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सर्टिफिकेट होना चाहिए.
टॉप इंडियन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस से करें स्टॉक ब्रोकिंग के प्रमुख कोर्सेज
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ कंपनी सेक्रेटरीज़ ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ कैपिटल मार्केट डेवलपमेंट, नई दिल्ली
- दी ओरियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ कैपिटल मार्केट, नई दिल्ली
- मुंबई स्टॉक एक्सचेंज ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, मुंबई
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ फाइनेंशियल एंड इन्वेस्टमेंट प्लानिंग, मुंबई
- दी यूटीआई इंस्टीट्यूट ऑफ़ कैपिटल मार्केट, मुंबई
- इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ़ इंडिया, हैदराबाद
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, अहमदाबाद/ कलकत्ता, बैंगलोर/ लखनऊ
इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स के लिए टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज़
- इन्वेस्टमेंट बैंक्स
- पेंशन फंड्स
- ब्रोकिंग फर्म्स
- म्यूच्यूअल फंड्स
- रिसर्च कंपनीज़/ सेंटर्स
- फाइनेंसियल/ इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंसीज़
- न्यूज़पेपर्स एंड मैगजीन्स/ टीवी चैनल्स
- इंश्योरेंस कंपनीज़
- मर्चेंट बैंक्स/ बैंक्स जो स्टॉक ब्रोकिंग का काम करते हैं
- बड़े बिजनेस ग्रुप्स/ हाउसेस और कंपनियां
इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स के लिए प्रमुख करियर ऑप्शन्स
हमारे देश में प्रोफेशनल्स स्टॉक मार्केट्स में उपलब्ध निम्नलिखित करियर ऑप्शन्स में से अपने लिए कोई सूटेबल करियर और जॉब प्रोफाइल चुन सकते हैं:
- बैंक ब्रोकर–किसी बैंक ब्रोकर का काम अन्य स्टॉक ब्रोकर्स के समान ही होता है. दरअसल, ये पेशेवर संबंधित बैंक के विभिन्न क्लाइंट्स के लिए शेयर्स को खरीदते और बेचते हैं लेकिन बैंक ब्रोकर्स को संबंधित बैंक्स ही क्लाइंट बेस उपलब्ध करवाते हैं इसलिए, क्लाइंट्स खुद बैंक ब्रोकर्स से कांटेक्ट करते हैं.
- इंडिपेंडेंट ब्रोकर–ये सर्टिफाइड पेशेवर एक इंडिपेंडेंट या स्वतंत्र एजेंट के तौर पर काम करते हैं. इन पेशेवरों को अपने क्लाइंट्स की तलाश खुद करनी होती है इसलिए इनका कम्युनिकेशन स्ट्रोंग होने के साथ ही सोशल-नेटवर्किंग भी मजबूत होनी चाहिए. स्टॉक मार्केट की अच्छी जानकारी और समझ भी इन पेशेवरों को सफलता दिलवाने में प्रमुख भूमिका निभाती है. ये पेशेवर अपना कमीशन या लाभांश खुद ही निर्धारित करते हैं जिस वजह से अपने फायदे या नुकसान के लिए काफी हद तक ये पेशेवर ही जिम्मेदार होते हैं.
- इक्विटी एनालिस्ट–ये पेशेवर संबंधित संगठन या कंपनी के स्टॉक्स और अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के लाभ और जोखिम के बारे में पता लगाने के लिए उन कंपनियों या संगठन के परिवेश और मौजूदा फाइनेंशियल कंडीशन्स की स्टडी करता है. ये पेशेवर बड़ी स्टॉक शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? ब्रोकिंग फर्म या बिजनेस संगठन में जॉब करते हैं या फिर एक इंडिपेंडेंट एजेंट के तौर पर भी अपना काम कर सकते हैं.
- स्टॉक ब्रोकिंग फर्म/ कंपनी–ऐसी कंपनी अपने क्लाइंट्स बनाकर स्टॉक मार्केट प्रोडक्ट्स में उनका धन इन्वेस्ट करती है. ऐसी किसी कंपनी में काम करने वाले पेशेवर ज्यादा सुरक्षित होते हैं.
- इन्वेस्टमेंट बैंकर–इस पेशे में आपको बहुत अच्छी कमाई करने का अवसर मिलता है क्योंकि ये शेयर मार्केट में ब्रोकर क्या है? पेशेवर काफी बड़े लेवल पर कैपिटल और धन का लेन-देन करते हैं. कई कंपनियों के मर्जर्स और एक्वीजीशन्स की डीलिंग भी ये पेशेवर ही करते हैं. ये पेशेवर प्राइवेट कंपनियों के साथ गवर्नमेंट एजेंसियों के लिए भी काम करते हैं.
इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स के लिए उपलब्ध हैं कुछ अन्य खास करियर ऑप्शन्स
- पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर/ फाइनेंशियल एडवाइजर
- फाइनेंशियल एनालिस्ट/ रिसर्च एनालिस्ट
- पोर्टफोलियो मैनेजर
- इन्वेस्टमेंट एडवाइजर
- कैपिटल मार्केट स्पेशलिस्ट
- एकाउंटेंट्स
- सिक्यूरिटीज़ एनालिस्ट
- फाइनेंशियल मैनेजर
- सिक्यूरिटी ट्रेडर्स
- सिक्यूरिटी सेल्स रिप्रेजेंटेटिव
इंडियन स्टॉक ब्रोकर्स का सैलरी पैकेज
हरेक अन्य पेशे की तरह ही हमारे देश में इन पेशेवरों को उनकी एजुकेशनल क्वालिफिकेशन, परफॉरमेंस और वर्क एक्सपीरियंस के मुताबिक ही सैलरी पैकेज मिलता है. शुरू में ये पेशेवर एवरेज 2 -3 लाख रुपये सालाना कमा लेते हैं लेकिन कुछ वर्षों के अनुभव के बाद ये पेशेवर एवरेज 5 -7 लाख रुपये सालाना तक कमा लेते हैं. इन पेशेवरों को अपनी परफॉरमेंस के मुताबिक अक्सर इंसेंटिव भी मिलता है. किसी इन्वेस्टमेंट बैंकर के तौर पर ये पेशेवर शुरू में एवरेज 12 लाख रुपये सालाना कमाते हैं और कुछ वर्षों के अनुभव के बाद ये इन्वेस्टमेंट बैंकर्स एवरेज 30 लाख रुपये सालाना भी कमा सकते हैं. इस फील्ड में इंडिपेंडेंट ब्रोकर्स अपने टैलेंट के आधार पर करोड़ों रुपये सालाना भी कमा लेते हैं.