टर्म ट्रेडिंग

ट्रेडिंग क्या है इसके प्रकार और Trading से पैसे कैसे कमाए
ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी: शेयर मार्केट में Trading करना और Trading से पैसे कमाना आज के समय में एक सामान्य बात हो गयी है. मोबाइल में अनेक प्रकार के Trading App हैं जिससे यूजर आसानी से Trading कर सकते हैं और पैसे कमा सकते है.
लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर Trading se Paise Kaise Kamaye. बहुत सारे लोग Trading करते तो हैं लेकिन उन्हें वास्तव में पता नहीं होता है कि Trading क्या है.
Trading के विषय में आपके सारे Confusion को दूर करने के लिए हमने यह लेख आपके लिए लिखा है. इस लेख में आपको जानने को मिलेगा कि ट्रेडिंग किसे कहते हैं. ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है, ट्रेडिंग कैसे की जाती है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमायें जाते हैं. तथा कुछ Best Trading App के बारे में भी आपको इस लेख में जानने को मिलेगा.
अगर आप Trading के बारे में सही जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें, हमें पूरी उम्मीद हैं कि इस लेख को अंत तक पढने के बाद आपको Trading का ज्ञान हो जायेगा. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं ट्रेडिंग क्या होता है.
Samvat 2079: अगली दिवाली तक सेंसेक्स होगा 66,000 के पार, निवेश के लिए ये है दमदार शेयरों की लिस्ट
Stock Market Outlook: संवत 2079 घरेलू बाजार के लिए बेहतर रहने की उम्मीद है. इस दौरान निफ्टी 20,000 और सेंसेक्स 66,000 का स्तर पार कर सकता है.
Muhurat Trading 2022: संवत 2078 की बात करें तो शेयर बाजार में बहुत कुछ देखने को मिला.
Muhurat Trading 2022 Top Picks: संवत 2078 की बात करें तो शेयर बाजार में बहुत कुछ देखने को मिला. इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी 60,000 और 18,000 के पार निकल गए. बाजार में तेजी आई तो बिकवाली भी आ गई. हालांकि इस दौरान निफ्टी के कई बार 18000 का लेवल टच किया या पार किया. ओवरआल पूरे साल बाजार पर दबाव देखने को मिला. संवत के शुरू में कोविड 19 का असर, रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते जियो पॉलिटिकल टेंशन, महंगाई, मंदी की आशंका, रेट हाइक, FPI द्वारा बिकवाली के चलते पूरे साल बाजार में अनिश्चितताएं हावी रहीं. हालांकि एक्सपर्ट और ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि सेंटीमेंट बेहतर होंगे और लॉन्ग टर्म आउटलुक बाजार के लिए मजबूत है.
लॉन्ग टर्म सेंटीमेंट बेहतर
ब्रोकरेज हाउस कोटक सिक्योरिटीज का कहना है कि भारतीय बाजार के लिए ओवरआल लॉन्ग टर्म सेंटीमेंट बेहतर नजर आ रहे हैं. कंजम्पशन मजबूत है, GST कलेक्शन भी लगातार 1.5 लाख करोड़ मंथली के आस टर्म ट्रेडिंग पास बना हुआ है. हाउसिंगल सेल्स में भी सितंबर में सालाना आधार पर 49 फीसदी ग्रोथ दिखी. मैन्युफैक्चरिंग PMI 55.2 पर है. मैक्रो कंडीशंस में धीरे धीरे सुधार हो रहा है.
मिड टर्म में भारतीय अर्थव्यवस्था को फेवरेबल पॉलिसी एन्वायरमेंट से सपोर्ट मिलने की उम्मीद है. कैपेक्स बढ़ सकता है, सप्लाई चेन में सुधार हो रहा टर्म ट्रेडिंग है, यूटिलाइजेशन कैपेसिटी बेहतर हुई है, PLI स्कीम भी सपोर्ट देने वाली है. वहीं इस साल मॉनसून बेहतर रहने का भी फायदा मिलेगा.
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सेंसेक्स और निफ्टी का बनेगा नया रिकॉर्ड
दिवाली को मुहूर्त ट्रेडिंग के साथ ही संवत 2079 शुरू हो गया है. ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने अगली दिवाली तक निफ्टी के लिए टारगेट 19425 का रखा है. वहीं ब्रोकरेज हाउस कोटक सिक्योरिटीज का मानना है कि संवत 2079 के अंत तक बाजार अपने नए हाई पर पहुंच सकता है. निफ्टी 20 हजार और सेंसेक्स 66 हजार के लेवल तक जा सकते हैं.
किन सेक्टर्स पर रखना चाहिए नजर
ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार संवत 2079 में बैंक, कैपिटल गुड्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटो, आईटी, ऑयल एंड टर्म ट्रेडिंग गैस और मेटल सेक्टर से कुछ मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों में मजबूती आने की उम्मीद है.
ब्रोकरेज हाउस कोटक सिक्योरिटीज का कहना है कि संवत 2079 में बैंकिंग टर्म ट्रेडिंग सेक्टर फोकस में रहेंगे. डिमांउ में रिवाइवल का फायदा हाउसिंग, ऑटो सहित बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर को भी मिलेगा. कैपिटल गुड्स और कंस्ट्रक्शन से जुडी कंपनियों के लिए भी सेंटीमेंट अच्छे हैं. कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और कमजोर रीयलाइजेशन का असर मेटल और माइनिंग सेक्टर पर देखने को मिलेगा. नया संवत आईटी सेक्टर के लिए दबाव वाला रह सकता है. जबकि केमिकल सेक्टर 2079 में शानदार प्रदर्शन कर सकती हैं. लोवर कोविड बेस और रुपये में कमजोरी का फायदा फार्मा सेक्टर को मिलने की उम्मीद है.
आउटलुक और वैल्युएशन
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि Nifty- 50 इंडेक्स अभी PE of 21.4x FY23E और 18.6x on FY24E पर ट्रेड कर रहा है. ओवरआल ब्रॉडर मार्केट वैल्युएशन आकर्षक है. ऐसे में बाजार में जब भी गिरावट आए, लॉन्ग टर्म में बगेहतर मुनाफे के लिए पोर्टफोलियो में क्वालिटी शेयरों को जोड़ने का मौका बनेगा.
ब्रोकरेज हाउस के अनुसार नियर टर्म में निफ्टीके लिए 16500-16000 और सेंसेक्स के लिए 55000-54000 सपोर्ट जोन है, जबकि 18000-18500 और 60000-61500 का लेवल रेजिस्टेंस जोन. अगर निफ्टी और सेंसेक्स यह रेजिस्टेंस लेवल क्रॉस कर लेते हैं तो इनमें 19500-20000 और 64500-66000 के लेवल तक तेजी आ सकती है.
संवत 2079 के लिए टॉप स्टॉक
Axis Bank, सिटी यूनियन बैंक, अपोलो टायर्स, आयशर मोटर्स, Coforge, Lemon Tree Hotels, हेल्थकेयर ग्लोबल, Lauras Lab, कंटेनर कॉर्प, Havells India
(सलाह: ब्रोकरेज हाउस आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज)
Aegis Logistics, Axis Bank, Cipla, DLF, Infosys, M&M, Reliance Industries, SRF , HCL Tech, IRCTC, ITC, Max Health, MNM Finance
(सलाह: कोटक सिक्योरिटीज)
श्री सीमेंट, ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज, ICICI Prudential Life Insurance, प्रेस्टिज एस्टेट प्रोजेक्ट्स, V‐Guard Industries, SBI, HCL टेक
(सलाह: येस सिक्योरिटीज)
अरविंद फैशंस, कम्प्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज, उदीपक नाइट्रेट, ईजी ट्रिप प्लानर्स, फेडरल बैंक, गोदरेज प्रॉपर्टीज, मैक्स हेल्थकेयर, जाइडस लाइफ सांइसेज
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
विल-स्प्रेड इंडिकेटर
तकनीकी संकेतक विल-स्प्रेड को लैरी विलियम्स द्वारा विकसित किया गया था और उनकी पुस्तक लॉन्ग-टर्म सीक्रेट्स टू शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में वर्णित है। विल-स्प्रेड सबसे मजबूत वित्तीय संकेतकों में से एक है, जो प्राथमिक बाजार और एक द्वितीयक बाजार के बीच कीमत के प्रवाह को मापता है। इस तुलना का उद्देश्य बाजार संकेतों के माध्यम से वित्तीय परिसंपत्तियों के उद्घाटन / समापन के लिए संकेतों को उजागर करना है जो इस विशेष संपत्ति पर प्रभाव डालते हैं।
Formula
Spread = (Close (market1, n)/Close (market2, n))*100
Will-Spread = EMA (5, Spread) – EMA (20, Spread)
ट्रेडिंग का उपयोग
विल-स्प्रेड का उपयोग करने का मुख्य तरीका शून्य रेखा को पार करने टर्म ट्रेडिंग के तरीके को देख रहा है। यदि संकेतक शून्य रेखा को ऊपर की ओर पार करता है, तो बढ़ती प्रवृत्ति जारी रहने की संभावना है। जब सूचक शून्य रेखा से नीचे आता है, तो एक स्पष्ट डाउनट्रेंड होता है।
लेखक ने एक फिल्टर के दृष्टिकोण से ट्रेडिंग में संकेतक का उपयोग करने की पेशकश की: जब विल-स्प्रेड शून्य रेखा को पार करता है, तो एक व्यापारी को संकेत के बाद आने वाले बार के गठन की प्रतीक्षा करनी चाहिए। यदि नया बार पिछले एक के ऊपर / नीचे एक उच्च / निम्न उत्पन्न करता है, तो एक व्यापारी को खुली स्थिति में होना चाहिए। यदि बार एक नया उच्च / निम्न नहीं बनाता है, तो इसे खोलने की सिफारिश नहीं की जाती है।
विल-स्प्रेड की गणना के लिए मुख्य शर्त एक वित्तीय संपत्ति का विकल्प है जो मुद्रा जोड़ी के लिए सबसे प्रभावशाली है। आसन्न बाजारों की सबसे आम संपत्ति स्वर्ण, तेल (#CL), S & P-500 सूचकांक (#SPX), और निक्केई -225 सूचकांक (# N225) हैं। विदेशी मुद्रा मुद्रा जोड़े के लिए सोने और तेल का उपयोग आसानी से किया जा सकता है, जबकि स्टॉक इंडेक्स USD / CHF और USD / JPY जैसी मुद्रा जोड़े के लिए अग्रणी संकेत बनाने में बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
Moonz Traders
हम स्टॉक मार्केट - तकनीकी विश्लेषण पर प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। हम लाइव मार्केट प्रैक्टिस के साथ व्यावहारिक ज्ञान में विश्वास करते हैं। पाठ्यक्रम में हम बेसिक से एडवांस टॉपिक्स को कवर करते हैं। आप सीखेंगे - इंट्राडे, इक्विटी की शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग, फ्यूचर- ऑप्शंस, निफ्टी - बैंकनिफ्टी। हम आजीवन सहायता प्रदान करते हैं। हमें विश्वास है कि एक बार जब आप हमारे पाठ्यक्रम को सीख लेंगे तो आप निश्चित रूप से हमें दूसरों के पास भेजेंगे। पाठ्यक्रम ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में उपलब्ध हैं। अस्वीकरण: विस्तृत शोध के बाद इनपुट संकलित करने के लिए सभी प्रयास किए जाते हैं। कृपया अपना खुद का शोध करें और निवेश करने, व्यापार करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। स्टॉक मार्केट निवेश बाजार जोखिम के अधीन हैं।
डेटा की सुरक्षा
आपके डेटा की सुरक्षा, इस बात पर निर्भर करती है कि डेवलपर, डेटा को कैसे इकट्ठा और शेयर करते हैं. डेटा को निजी और सुरक्षित रखने के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं. ये आपकी जगह, उम्र, और ऐप्लिकेशन के इस्तेमाल के हिसाब से तय किए जाते हैं. यह जानकारी डेवलपर उपलब्ध कराता है और समय-समय पर इस जानकारी को अपडेट भी किया जा सकता है.
What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें?
What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें : दोस्तों क्या आप भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करके पैसा कमाना चाहते हैं? ऐसे में हम आपको बता दे कि आज कल हर व्यक्ति शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के जरिए कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहता है। यदि आप भी उन लोगों में शामिल है, तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा।
जिसमें हम आपको बताएंगे कि ट्रेडिंग क्या होता हैं? ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? और वर्तमान समय में ट्रेडिंग करना कैसे सीखा जाए? जानते हैं इन सभी तथ्यों के बारे में इसके लिए हमारे आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
What is Trading in Hindi
सबसे पहले जानते हैं कि
ट्रेडिंग क्या होता है? (What is Trading in Hindi)
यदि हम इसे आसान शब्दों में बताएँ तो ट्रेडिंग का मतलब व्यापार करना होता है। जैसे कि किसी वस्तु को खरीदकर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है। यदि आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हैं और 1 साल बाद उसे बेच देते हैं, तो इसे स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कहते हैं। मान लीजिए आप शेयर मार्केट में 1000 रुपए लगाते हैं और उसे 1200 रुपए में बेच देते हैं, तो इसी प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहा जाता है। आज के समय बहुत सारे व्यक्ति स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। लेकिन हम आपको बता दें इसमें वित्तीय जोखिम की संभावना रहती है। इसलिए जब भी आपको शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना हो तो अपने जिम्मेदारी पर करें।
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
हम आपको बता दें कि स्टॉक मार्केट में मुख्यतः चार प्रकार के ट्रेडिंग होते हैं-
- इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
- शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग (short term trading)
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
शेयर मार्केट में 9: 15 से लेकर 3: 30 के अंदर यदि आप कोई शेयर खरीद कर बेच देते हैं, तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। यदि हम इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान के बारे में बात करें तो इसके फायदे और नुकसान निम्नलिखित किस प्रकार है।
इंट्राडे ट्रेडिंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे
दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग उन लोगों के लिए फायदे का सौदा हो सकता है जो एक अच्छे स्टॉक को खरीदते हैं। हम आपको पता है दे कि यदि आपने एक अच्छा स्टॉक खरीदते हो तो पर डे 10000 रुपए आसानी से कमा सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
यदि हम इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान के बारे में बात करें तो दोस्तों इसमें स्टॉक खरीदने के बाद आप जितना फायदा कमाने की उम्मीद रखते हैं। इसमें नुकसान होने के चांस भी ठीक उतना ही है। इसलिए आप स्टॉक टर्म ट्रेडिंग मार्केट को सही तरीके से एनालिसिस करके अपने पैसे इन्वेस्ट करें।
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
इस ट्रेडिंग के जरिए आप शेयर मार्केट से कोई भी स्टॉक खरीद के कुछ दिनों या हफ्तों बाद बेच देते है। स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है। स्विंग ट्रेडिंग में एक ट्रेडर का लक्ष्य होता है कि वह छोटे-छोटे प्रॉफिट के साथ लंबे समय में अच्छा इनकम हासिल करें।
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
स्विंग ट्रेडिंग के जरिए आप अपने निवेश पर 5% से लेकर 10% तक मुनाफा कमा सकते हैं। यदि हम इसे कम अवधि के नजरिए से देखे तो आपके लिए मुनाफे का सौदा है। इसके अलावा इसमें दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि ट्रेडर को पूरा दिन लैपटॉप या कंप्यूटर के सामने बैठने की आवश्यकता भी नहीं है।
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि इसमें लाभ कमाने के लिए ज्यादा टाइम स्टॉक मार्केट के तकनीकी का विश्लेषण करना पड़ता है। यदि आप इन तकनीकी या चार्ट को अच्छी तरह देखकर पैसा इन्वेस्ट नहीं करते हैं, तो भारी नुकसान होने का चांस रहता है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग (short term trading)
दोस्तों यदि कोई भी शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करता है तो उसका लक्ष्य कम समय में लाभ अर्जित करना होता है। यदि हम शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग की बात करें तो इसमे ट्रेडर कम समय के अंदर ज्यादा मुनाफा कमाना चाहता है। इसमें ट्रेडर कम समय से लेकर हफ्ते भर के लिए भी स्थिति के अनुसार ट्रेडिंग करता है। शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के अपेक्षा नुकसान का ज्यादा चांस रहता है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
शॉर्ट टर्म के जरिए बहुत सारे निवेशकों ने अच्छी तरह एनालिसिस करके अच्छा मुनाफा कमाया है। शॉट टर्म ट्रेडिंग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यदि आप शॉर्ट टर्म में स्टॉक पर अच्छी तरह रिसर्च करके निवेश करते हैं तो लाभ कमाने के ज्यादा चांस रहते हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के नुकसान
यदि आपको शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में ज्यादा अनुभव हो तो तभी निवेश करें। वरना इसमें नुकसान होने के ज्यादा चांस रहते हैं। शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। क्योंकि शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग में जोखिम ज्यादा रहता है।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
जैसे कि इसके नाम से ही पता चलता है कि लंबे समय के लिए ट्रेडिंग यदि ऐसे में आप लंबे समय के लिए कोई स्टाक खरीदते हैं, जैसे कि 1 साल या उससे ज्यादा समय के लिए तो इसे लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग कहते हैं।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के फायदे-
लोंग टर्म ट्रेडिंग में यदि आप 1 साल से ज्यादा समय के लिए ट्रेड करते हैं तो निवेशक टैक्स फ्री हो जाता है। लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में निवेशक को लाभ अर्जित करने का ज्यादा चांस रहता है। हम आपको बता दें कि ज्यादातर लोग लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में ही निवेश करने पर भरोसा रखते हैं।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान-
स्टॉक मार्केट में किसी भी प्रकार का ट्रेडिंग हो उसमें रिस्क तो होता ही हैं। लेकिन बाकी स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के तुलना में लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में नुकसान होने के चांस थोड़ा कम होता है। यदि ऐसे में आप निवेश करते समय एक अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नहीं करते हैं तो लॉन्ग टर्म में भी नुकसान होने का रिस्क बढ़ जाता है।
2022 में ट्रेडिंग करना कैसे सीखे?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए इसके विषय में नॉलेज की आवश्यकता होती है और ऐसे में स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपको लंबे अभ्यास की आवश्यकता होती है। तभी आप मुनाफा कमा सकते हैं। यदि आप स्टॉक मार्केट में कैसे ट्रेडिंग किया जाता है, इसके बारे में सीखना चाहते हैं तो यूट्यूब पर कई सारे फ्री में कोर्स कराए जाते हैं। जहाँ आप आसानी से ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं।
इसके अलावा यदि आपको किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है, तो किताबें पढ़कर भी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं। यह किताबे मार्केट में आसानी टर्म ट्रेडिंग से 500 रुपए से लेकर 1000 रुपए में मिल जाती है। हम आपको बता दें कि इन किताबों में ट्रेडिंग के बारे में बहुत सारे एक्सपीरियंस सीखने को मिलते हैं। इसलिए किताबों के माध्यम से ट्रेडिंग सीखना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
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अंतिम शब्द
दोस्तों हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से शेयर मार्केट से जुड़े ट्रेडिंग के बारे में अच्छी तरह समझाया है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल (What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें?) पसंद आया होगा।
अगर ये पोस्ट (What is Trading in Hindi – ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रेडिग कितने प्रकार के होते हैं? और 2022 में ट्रेडिंग कैसे सीखें?) आपको पसंद आयी है तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कीजिये और अपने फसबूक, व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम और लिंकडिन अकाउंट के माध्यम से सोशल मीडिया पर भी शेयर करे और इस ब्लॉग को आगे बढ़ने में मदद करे। ऐसे ही बैंकिंग और फाइनेंस से जुड़ी खबरों के बारे में जानने के लिए हमारे वेबसाइट से जुड़े रहे। बहुत जल्द मिलते हैं एक नए आर्टिकल के साथ नमस्कार गुड बाय।