शेयर बाजार की विशेषता

इसे सुनेंरोकेंयह उद्योगों के लिए धन जुटाने का एक शेयर बाजार की विशेषता महत्वपूर्ण जरिया और किसी देश की अर्थव्यवस्था में निवेश का एक कारगर स्रोत होता है। यह देश की दीर्घकालीन विकास सम्भावनाओं को प्रोत्साहित करने के दृष्टिकोण से उत्पादक सम्पतियों में निवेश के लिए बचत को बढ़ावा देता है।
अब तक का इतिहास
वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के समय, भारतीय पूंजी बाजार अपेक्षाकृत कम विकसित था । पूंजी की मांग तीव्र गति से बढ़ रही थी, तथापि पूंजी प्रदान करने वालों की कमी थी । उस समय के वाणिज्यिक बैंक दीर्घावधि पूंजी आवश्यकताओं को पर्याप्त रूप से पूरा करने में सक्षम नहीं थे । अर्थव्यवस्था की पूंजी आवश्यकताओं की इस कमी और मांग-आपूर्ति के अन्तराल को भरने के लिए भारत सरकार ने आईएफसी अधिनियम, 1948 के द्वारा 1 जुलाई, 1948 को दि इण्डस्ट्रियल फाइनेंस कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (आईएफसीआई) की स्थापना की ।
आईएफसीआई भारत का प्रथम विकास वित्तीय संस्थान था जो अवस्थापना और उद्योग के विकास की मार्फत आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया था । तब से आईएफसीआई ने वृद्धि व विकास के विभिन्न क्षेत्रों अर्थात् विनिर्माण, अवस्थापना और सेवाएं व कृषि से सम्बन्धित क्षेत्रों में निरन्तर सहयोग के द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया है । वर्ष 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था में उदारीकरण ने भारतीय पूंजी बाजारों व वित्तीय प्रणाली में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए । पूंजी बाजारों की मार्फत सीधे ही निधियां जुटाने में सहयता देने के लिए आईएफसीआई को सांविधिक निगम से परिवर्तित करके भारतीय कम्पनी अधिनियम, 1956 के अधीन एक कम्पनी बनाया गया । इसके परिणामस्वरूप, कम्पनी का नाम अक्तूबर, 1999 से "आईएफसीआई लिमिटेड" किया गया ।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताई कानून व्यवस्था के यूपी माडल की विशेषताएं, कहा- सुधार के लिए 4 बिंदुओं पर हुए कार्य
Law And Order UP Model सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था के यूपी मॉडल के बारे में कहा कि चार बिंदुओं पर कार्य हुए हैं। पहला भर्ती और प्रशिक्षण दूसरा पुलिस का आधुनिकीकरण तीसरा अवस्थापनाओं में वृद्धि शेयर बाजार की विशेषता और चौथा चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्रालय से सामंजस्य बनाकर हुए कार्य।
UP News: लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने हरियाणा के सूरजकुंड में सुदृढ़ कानून व्यवस्था के यूपी मॉडल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा शेयर बाजार की विशेषता कि पिछले पांच वर्षों में चार मुख्य बिंदुओं पर कार्य किया गया है। पहला भर्ती और प्रशिक्षण, दूसरा पुलिस का आधुनिकीकरण, तीसरा अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि और चौथा चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्रालय से सामंजस्य। इससे कानून व्यवस्था को निरंतर सुदृढ़ रखने में सफलता मिली है।
अपराध व अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति
हरियाणा के सूरजकुंड में गृह मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए। शिविर में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, संघ शासित प्रदेशों के शेयर बाजार की विशेषता उपराज्यपाल और प्रशासक भी हिस्सा ले रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में पुलिस के लिए अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि, पुलिस रिफॉर्म और पुलिस बल को तकनीकी से जोड़ने के अच्छे नतीजे आए हैं। इससे प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने में मदद मिली है। उन्होंने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की अपनाई गई नीति के बारे में कहा कि प्रदेश में वर्तमान में संगठित अपराध समाप्त हो चुका है। ऐसे अपराधी जेल में हैं या पुलिस मुठभेड़ में उनकी मौत हो चुकी है।
पुलिस कार्रवाई से समाज के सभी वर्गों में सुरक्षा की भावना
सीएम योगी आदित्यनाथ ने माफिया के खिलाफ कार्रवाई के बारे में कहा कि माफिया और अन्य अपराधियों की 44 अरब 59 करोड़ रुपए की संपत्ति का जब्तीकरण और ध्वस्तीकरण किया गया है। माफिया और अपराधियों की अवैध संपत्ति का जब्तीकरण कर उन पर बालिकाओं के लिए कॉलेज और निर्बल वर्ग के लिए आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में बेहतर संदेश गया है। उन्होंने कहा कि चिह्नित माफिया के 18 मुकदमों में पैरवी कर 11 माफिया और उनके 28 सह अपराधियों को आजीवन कारावास या कठोर कारावास और अर्थदंड की सजा कराई गई है। इनमें दो को फांसी की सजा भी हुई है। पुलिस की इन कार्यवाहियों से समाज के सभी वर्गों विशेषकर महिलाओं, बालिकाओं, कमजोर वर्गों और कारोबारियों में सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ किया है। इस दौरान सीएम योगी ने प्रदेश में आंकड़ों के साथ अपराधों में आई कमी के बारे में जानकारी दी।
सभी वर्गों में आपसी सौहार्द्र और समरसता अक्षुण्ण
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में सभी महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस आदि शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए हैं। राज्य सरकार शेयर बाजार की विशेषता की प्रतिबद्धता से प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द्र कायम है। सभी वर्गों में आपसी सौहार्द्र और समरसता अक्षुण्ण है। अंत में उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि गृह मंत्री के मार्गदर्शन में यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।
प्राथमिक बाजार से क्या आशय है?
इसे सुनेंरोकेंप्राथमिक बाजार (Primary Market): प्राथमिक बाजार प्रतिभूतियों के नए मुद्दे के लिए एक बाजार है, जो पहली बार जनता के लिए जारी किया जाता है। नए शेयरों और डिबेंचर के खरीदार व्यवसायी, कंपनी के ग्राहक, कंपनी के कर्मचारी, मौजूदा शेयरधारकों, आदि हो सकते हैं। प्रतिभूतियों का मुद्दा प्रोस्पेक्टस के माध्यम से बनाया गया है।
इसे सुनेंरोकेंपूंजी बाजार की परिभाषा। पूंजी बाजार में, इक्विटी शेयर और प्राथमिकताएं, जैसे कि इक्विटी शेयर, वरीयता शेयर, डिबेंचर, शून्य-कूपन बॉन्ड, सुरक्षित प्रीमियम नोट और जैसे खरीदे और बेचे जाते हैं, साथ ही यह उधार और उधार के सभी रूपों को कवर करता है। दोनों निजी प्लेसमेंट स्रोत और संगठित बाजार जैसे प्रतिभूति विनिमय इसमें शामिल हैं।
सहायक बाजार क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंडेरिवेटिव्स व्यापार का प्रारम्भ ( Commencement of Derivatives Business ) :- सहायक बाजार में डेरिवेटिव्स के व्यापार को सेबी द्वारा अनुमति प्रदान की है । कुछ डेरिवेटिव्स प्रमाणीकृत एवं विनिमय व्यापार से सम्बन्धित होती हैं । डेरिवेटिव्स में सट्टे एवं जोखिम की प्रवृत्ति अधिक होती है । इससे शेयर बाजार की विशेषता परिवर्तनशीलता बढ़ती है ।
वित्तीय बाजार से आप क्या समझते हैं इसके उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंवित्तीय बाजार बाजार और विभिन्न वित्तीय परिसंपत्तियों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। यह निवेशकों को विभिन्न निवेश विकल्पों की तुलना करने और सर्वश्रेष्ठ चुनने में मदद करता है। यह उनके धन के पोर्टफोलियो आवंटन को चुनने में निर्णय लेने में मदद करता है। वित्त सरकार की जरूरत।
इसे सुनेंरोकेंपूंजी बाजार की विशेषता | punji bajar ki vhishestayen 1. पूंजी बाजार निगमों और सरकारी ब्रांड प्रतिभूतियों आदि में लेन-देन करता है। 2. पूंजी बाजार में कार्य करने वाले व्यक्ति, व्यापारिक बैंक, वाणिज्य बैंक, बीमा कंपनियां और औद्योगिक बैंक, औद्योगिक शेयर बाजार की विशेषता वित्त निगम, यूनिट ट्रस्ट, निवेश ट्रस्ट, भवन समिति आदि प्रमुख होते हैं।