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कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम

कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम
क्रेबैको के अनुसार , 105 मिलियन से अधिक लोग , जो भारत की कुल आबादी का 7.90 प्रतिशत है , वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी के मालिक हैं , जिनकी कुल संपत्ति 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है . उच्च कर दर बड़े निवेशकों को प्रभावित नहीं करेगी , जो थे पहले से ही 30 प्रतिशत टैक्स ब्रैकेट में थे लेकिन छोटे निवेशक और छात्र , जो अब तक क्रिप्टो निवेश पर टैक्स फ्री रिटर्न का लाभ ले रहे थे , अब प्रभावित होंगे .

घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत होने से विदेशी निवेशक भारत में कर रहे निवेश। फाइल फोटो।

क्रिप्टोकरेंसी - Cryptocurrency

एक क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) या क्रिप्टो (Crypto), एक आभासी मुद्रा है जो क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है। इसे विनिमय के एक माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जहाँ व्यक्तिगत स्वामित्व के रिकॉर्ड को कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस में संग्रहीत किया जाता है। एक क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का निर्णायक गुण यह है कि वे किसी भी देश की सरकारी एजेंसी द्वारा जारी नहीं किए जाते हैं और उन्हें किसी भी हस्तक्षेप और हेरफेर के खिलाफ प्रतिरक्षा बनाते हैं।

सरल शब्दों में, Cryptocurrency एक साझा नेटवर्क में कई कंप्यूटरों के माध्यम से फैला एक डिजीटल संपत्ति है। इस नेटवर्क की विकेंद्रीकृत प्रकृति उन्हें सरकारी नियामक निकायों के किसी भी नियंत्रण से बचाती है। शब्द "क्रिप्टोकरेंसीअपने आप में नेटवर्क को सुरक्षित करने के लिए उपयोग की जाने वाली एन्क्रिप्शन तकनीकों से लिया गया है। कंप्यूटर विशेषज्ञों के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी की श्रेणी में आने वाली कोई भी प्रणाली निम्नलिखित आवश्यकताओं को पूरा करती है।

क्रिप्टोकरेंसी के प्रकार - Types of Cryptocurrency

क्रिप्टो मुद्रा का पहला प्रकार बिटकॉइन था, जो आज तक सबसे अधिक उपयोग किया जाता है, मूल्यवान और लोकप्रिय है। बिटकॉइन के साथ, कार्यों और विनिर्देशों के अलग-अलग डिग्री के साथ अन्य वैकल्पिक क्रिप्टोकरेंसी बनाई गई हैं। कुछ बिटकॉइन के पुनरावृत्तियों हैं, जबकि अन्य जमीन से बनाए गए हैं बिटकॉइन को 2009 में छद्म नाम "सतोशी नाकामोटो" के एक व्यक्ति या समूह द्वारा लॉन्च किया गया था। मार्च 2021 तक, लगभग 927 बिलियन डॉलर की कुल मार्केट कैप के साथ 18.6 मिलियन से अधिक बिटकॉइन प्रचलन में थे। बिटकॉइन की सफलता के परिणामस्वरूप बनाई गई प्रतिस्पर्धात्मक क्रिप्टोकरेंसी को altcoins के रूप में जाना जाता है। कुछ प्रसिद्ध altcoins क्रिप्टो करेंसी के नाम इस प्रकार हैं:

  1. लिटिकोइन (Litecoin)
  2. पीरकोइन (Peercoin)
  3. नेमकोइन (Namecoin)
  4. एथेरुम (Ethereum)
  5. कार्डाना (Cardana)

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान - Advantages and disadvantages of Cryptocurrency

क्रिप्टोकरेंसी के निम्नलिखित फायदे हैं-

  • थर्ड पार्टी जैसे क्रेडिट / डेबिट कार्ड या बैंकों की आवश्यकता के बिना दो पार्टियों के बीच फंड ट्रांसफर आसान होगा।
  • यह अन्य ऑनलाइन लेनदेन की तुलना में एक सस्ता विकल्प है।
  • भुगतान सुरक्षित और सुरक्षित हैं और गुमनामी का एक अभूतपूर्व स्तर प्रदान करते हैं।
  • आधुनिक क्रिप्टोकरेंसी सिस्टम एक उपयोगकर्ता "वॉलेट" या खाता पता के साथ आते हैं जो केवल एक सार्वजनिक कुंजी और समुद्री डाकू कुंजी द्वारा सुलभ है। निजी कुंजी केवल बटुए के मालिक को पता है।
  • फंड ट्रांसफर न्यूनतम प्रोसेसिंग फीस के साथ पूरा किया जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी के निम्नलिखित नुकसान हैं।

  • क्रिप्टोकरेंसी लेन-देन की लगभग छिपी हुई प्रकृति उन्हें अवैध गतिविधियों जैसे कि धन शोधन, कर-चोरी और संभवतः आतंक-वित्तपोषण का ध्यान केंद्रित करना आसान बनाती है।
  • भुगतान अपरिवर्तनीय नहीं हैं।
  • क्रिप्टोकरेंसी को हर जगह स्वीकार नहीं किया जाता है और इसका मूल्य स्थिर नहीं होता है
  • चिंता है कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी किसी भी भौतिक वस्तुओं में निहित नहीं हैं। हालाँकि, कुछ शोधों ने यह पहचान लिया है कि एक बिटकॉइन के उत्पादन की लागत, जिसके लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है, का सीधा संबंध इसके बाजार मूल्य से है।

कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम

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केंद्र सरकार द्वारा वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर को हितधारकों ने निवेशकों को हतोत्साहित करने वाला बताया है . इनका मानना है कि आने वाला दौर डिजिटलीकरण और टेक्नोलॉजी का है , ऐसे में अगर भारत ने इसके लिए अनुकूल माहौल तैयार नहीं किया तो यह कुछ प्रमुख व्यवसायों और निवेशकों को खो देगा .

भारत में क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के कर निहितार्थ के बारे में काफी अनिश्चितता के बाद केंद्र सरकार ने अंततः 2022-23 के केंद्रीय बजट में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स ( वीडीए ) से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत के समग्र कर की घोषणा की .

क्रिप्टो रिसर्च एजेंसी क्रेबैको (CREBACO) ने बताया है कि 30% टैक्स लागू होने के बाद पहले दो दिनों में भारतीय एक्सचेंज में इसके वॉल्यूम में लगभग 55% की और डोमेन ट्रैफिक में 40% से अधिक की गिरावट देखी है . यह कई मायनों में इस कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम बात का संकेत है कि भारतीय क्रिप्टो स्पेस नए कर दिशानिर्देशों पर कैसे प्रतिक्रिया दे रहा है .

Cryptocurrency: थम नहीं रहा क्रिप्टो मार्केट में आया भूचाल, ब्लॉकचेन ने 25 फीसद कर्मचरियों को नौकरी से निकाला

Cryptocurrency हेज फंड थ्री एरो कैपिटल के दिवालिया होने की खबरों के बाद क्रिप्टो बाजार में उठा तूफान शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। एक के बाद एक क्रिप्टो एक्सचेंज अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रहे हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency exchange) ब्लॉकचेन डॉट कॉम (Blockchain.com) ने वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच अपने 25 प्रतिशत कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। कंपनी ने लगभग 150 कर्मचारियों की छंटनी की है। डिजिटल एसेट ट्रेडिंग फर्म ब्लॉकचैन ने कहा कि वह अपने अर्जेंटीना स्थित कार्यालयों को बंद कर देगी। कंपनी ने यह भी कहा है कि वह वैश्विक स्तर पर विस्तार की अपनी योजना पर फिलहाल विराम लगा रही है।

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क्रिप्टो बाजार में बढ़ती उथल-पुथल

नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों में से लगभग 44 प्रतिशत अर्जेंटीना, 26 प्रतिशत अमेरिका और 16 प्रतिशत यूके और बाकी अन्य देशों में हैं। ब्लॉकचेन डॉट कॉम अपने संस्थागत ऋण व्यवसाय को भी कम कर रहा है। इसके साथ ही वह सभी प्रकार के विलय और अधिग्रहण को रोक रहा है और गेमिंग के अलावा एनएफटी के विस्तार पर रोक लगा रहा है।

बता दें कि कई क्रिप्टो एक्सचेंजों और ऋण देने वाले प्लेटफार्मों ने हाल के महीनों में अपने कर्मचारियों की संख्या को कम कर दिया है। क्रिप्टो एक्सचेंज जेमिनी (Crypto Exchange Gemini) भी लगातार अपने कर्मचारियों की संख्या में कमी कर रहा है। कुछ समय पहले बाजार की अस्थिर हालात को कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम देखते हुए जेमिनी ने लगभग 10 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। आगे भी जेमिनी में छंटनी जारी रहेगी। पिछले हफ्ते, एनएफटी मार्केटप्लेस ओपनसी के सह-संस्थापक और सीईओ डेविन फिनजर ने घोषणा की कि प्लेटफॉर्म अपने कुल का लगभग 20 प्रतिशत की छंटनी कर रहा है। क्रिप्टोकरेंसी उधार देने वाली कंपनी सेल्सियस नेटवर्क (Celsius Network) ने भी हाल में ही अपने 150 कर्मचारियों की छंटनी की है। कंपनी ने इसके लिए बाजार की चरम स्थितियों कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम और अमेरिका में बढ़ती मंदी को जिम्मेदार ठहराया है। इसकी शुरुआत लोकप्रिय क्रिप्टो टोकन जैसे बिटकॉइन (Bitcoin) और एथेरियम (Ethereum) के अपने रिकॉर्ड ऊंचाई से लगभग 70 प्रतिशत नीचे आने के बाद हुई।

दो तरह की होगी CBDC

– Retail (CBDC-R): Retail CBDC संभवतः सभी को इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी
– Wholesale (CBDC-W) : इसे सिर्फ चुनिंदा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए डिजाइन किया गया है

पिछले दिनों RBI ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) का उद्देश्य मुद्रा के मौजूदा रूपों को बदलने के बजाय डिजिटल मुद्रा को उनका कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम पूरक बनाना और उपयोगकर्ताओं को भुगतान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है। इसका मकसद किसी भी तरह से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम मौजूदा भुगतान प्रणालियों को बदलना नहीं है.। यानी आपके लेन-देन पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है।

RBI को सीबीडीसी की शुरूआत से कई तरह के लाभ मिलने की उम्मीद है, जैसे कि नकदी पर निर्भरता कम होना, मुद्रा प्रबंधन की कम लागत और निपटान जोखिम में कमी। यह आम जनता और व्यवसायों को सुरक्षा और तरलता के साथ केंद्रीय बैंक के पैसे का एक सुविधाजनक, इलेक्ट्रॉनिक रूप प्रदान कर सकता है और उद्यमियों को नए उत्पाद और सेवाएं बनाने के लिए एक मंच प्रदान कर सकता है।

डिजिटल करेंसी के फायदे

देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (E-Rupee) आने के बाद आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत नहीं होगी। डिजिटल करेंसी आने से सरकार के साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। ये फायदे भी होंगे

बिजनेस में पैसों के लेनदेन का काम हो जाएगा आसान।

CBDC द्वारा मोबाइल वॉलेट की तरह सेकंडों में बिना इंटरनेट के ट्रांजैक्शन होगा

चेक, बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का झंझट नहीं रहेगा।
नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

पेपर नोट की प्रिंटिंग का खर्च बचेगा
एक डिजिटल मुद्रा की जीवन रेखा भौतिक नोटों की तुलना में अनिश्चित होगी

CBDC मुद्रा को फिजिकल तौर पर नष्ट करना, जलाया या फाड़ा नहीं जा सकता है

अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में डिजिटल रुपये का एक अन्य प्रमुख लाभ यह है कि इसे एक इकाई द्वारा विनियमित किया जाएगा, जिससे बिटकॉइन जैसी अन्य आभासी मुद्राओं से जुड़े अस्थिरता जोखिम को कम किया जा सकेगा।

क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल रुपी में अंतर

क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट है। इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और इस पर किसी सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता। ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं। लेकिन, RBI की डिजिटल करेंसी पूरी तरह से रेगुलेटेड है, जिसके सरकार की मंजूरी होगी। डिजिटल रुपी में क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी। फिजिकल नोट वाले सारे फीचर डिजिटल रुपी में भी होंगे। लोगों को डिजिटल रुपी को फिजिकल में बदलने की सुविधा होगी। क्रिप्टोकरेंसी का भाव घटता-बढ़ता रहता है, लेकिन डिजिटल रुपी में ऐसा कुछ नहीं होगा।

भारत में मुद्रा का डिजिटलीकरण मौद्रिक इतिहास में अगला मील का पत्थर है। ट्रांजेक्शन कॉस्ट घटने के अलावा CBDC की सबसे खास बात है कि RBI का रेगुलेशन होने से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की आशंका नहीं होगी। इस डिजिटल करेंसी से सरकार की सभी अधिकृत नेटवर्क के भीतर होने वाले ट्रांजेक्शंस तक पहुंच हो जाएगी। सरकार का बेहतर नियंत्रण होगा कि पैसा कैसे देश में प्रवेश करता है और प्रवेश करता है, जो उन्हें भविष्य के लिए बेहतर बजट और आर्थिक योजनाओं के लिए जगह बनाने और कुल मिलाकर अधिक सुरक्षित वातावरण बनाने की अनुमति देगा।

भारत का पहला क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स IC15 लॉन्च, टॉप 15 क्रिप्टोकरेंसी के परफॉर्मेंस को करेगी ट्रैक

सीतारमन ने क्रिप्टो पर टैक्स लादा , फिर भी मार्केट कैप में 5.19 फीसदी का इजाफा, 24 घंटे में Terra 18.67 फीसदी उछली

LagatarDesk : अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल भारत का पहला क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स लॉन्च हो गया है. यह इंडेक्स क्रिप्टोकरेंसी को ट्रैक करेगा. मुंबई की फाइनेंशियल कंटेट प्रोवाइडर कंपनी टिकरप्लांट ने इसे अपने ऐप CryptoWire के जरिए लॉन्च किया है. इस क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स का नाम IC15 रखा गया है.

ये हैं क्रिप्टोमार्केट में लिस्टेड टॉप 15 करेंसी

IC15 इंडेक्स के टॉप क्रिप्टोकरेंसी में बिटकॉइन, एथेरियम, बिटकॉइन कैश, चेन लिंक, पोल्का डॉट, कार्डानो, लिटेकॉइन, एवलॉन्च, बाइनेंस कॉइन, सोलाना, एक्सआरपी, कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम सीबा इनु, टेरा, यूनीस्वैप और डोजीकॉइन शामिल हैं.

कंपनी के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स IC15 दुनियाभर के प्रमुख क्रिप्टो मार्केट में लिस्टेड टॉप 15 क्रिप्टोकरेंसी के परफॉर्मेंस को ट्रैक करेगी और उसे मापेगी. यह इंडेक्स मार्केट की 80 फीसदी से अधिक एक्टिविटी पर नजर रखेगा. जिससे मार्केट की वास्तविक स्थिति का पता चल पायेगा. इससे क्रिप्टो मार्केट में ट्रांसपरेंसी बढ़ेगी.

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10 हजार रखी गयी है इंडेक्स की बेस वेल्यू

मालूम हो कि पिछले कुछ साल से क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है. निवेशक इसमें जमकर पैसा लगा रहे हैं. इसको देखते हुए कंपनी ने यह इंडेक्स लॉन्च किया है. इस IC15 इंडेक्स की बेस वैल्यू 10,000 पर सेट है. साथ ही बेस डेट 1 अप्रैल 2018 रखा गया है. 1 जनवरी 2022 तक इंडेक्स ओपन वैल्यू 71,463.30 पांइट थी.

IC15 को लॉन्च करने का मकसद पूरे क्रिप्टो और ब्लॉकचेन इकोसिस्टम के नॉलेज सर्किल को बढ़ाना है. CryptoWire के एमडी और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जिगीश सोनागारा ने कहा कि इंडेक्स के जरिए निवेशक सीखकर बेहतर तरीके से कमाई कर सकते हैं.

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