ग्रोथ या डिविडेंड

मैंने आपको बताया था कि ऐसा नहीं है कि डिविडेंड लेने के लिए आप स्टॉक को कभी भी खरीद लें |
LIC News: एलआईसी ने शुरू की निवेशकों को हुए नुकसान की भरपाई की कवायद, जानिए क्या हुई है तैयारी
By: ABP Live | Updated at : 25 May 2022 07:51 AM (IST)
LIC Share News: देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आईपीओ (IPO) ने भले ही निवेशकों को निराश किया हो, लेकिन उन्हें हुए नुकसान की भरपाई की तैयारी अब कंपनी ने कर ली है. एलआईसी की ओर से मंगलवार को कहा गया है कि उसका बोर्ड डिविडेंड देने पर विचार करेगा. हालांकि, इसके बारे में पूरा खुलासा 30 मई जारी होने वाले पहले तिमाही परिणामों में होगा.
बता दें एलआईसी आईपीओ के शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद कंपनी पहले तिमाही परिणामों का खुलासा करेगी. इसी बैठक में डिविडेंड देने पर भी विचार किया जाएगा. जाहिर है कि कंपनी ने ऐसी योजना तैयार की है कि उसके जरिए उन लोगों को कमाई का मौका मिलेगा, जिन्हें आईपीओ ने घाटा पहुंचाया है.
डिविडेंड यील्ड क्या होता है। What is Dividend Yield?
डिविडेंड यील्ड के बारे में आपने अधिकतर जगह देखा या पढ़ा होगा जिसे एक प्रतिशत (%) के रूप में दिखाया जाता है।
Dividend Yield का मतलब है कि एक निवेशक को अपने निवेश पर कितना प्रतिशत डिविडेंड मिलता है ।
Dividend Yield = Dividend Declared / Current Stock Price
जैसे मान लें किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड 3% है |
तो इसका मतलब यह है कि अगर आप इस वक्त उस कंपनी में ₹100,000 निवेश करते हैं तब आपको कंपनी द्वारा सालाना ₹3000 डिविडेंड मिलेंगे आपके बैंक अकाउंट में।
एक बार फिर से इसे एक उदाहरण से समझे।
माना एक कंपनी की स्टॉक प्राइस ₹100 है जो ₹10 प्रति शेयर डिविडेंड डिक्लेअर कर रही है।
तब डिविडेंड यील्ड हो जाएगा 10 / 100 * 100 = 10% ।
उम्मीद करता हूं आपको समझ में आ गया होगा।
सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले 10 शेयर | Top ग्रोथ या डिविडेंड 10 Stocks in India Paying High Dividends [2022]
आइये जानते हैं कि पिछले 3 सालों में सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले शेयर कौन कौन से हैं |
ऊपर जितने भी नाम मैंने दिए हैं उनमें निवेश करके आप फिक्स डिपाजिट से अधिक रिटर्न्स डिविडेंड के रूप में कमा सकते हैं।
अब जैसे मान लें कि आपने ₹100000 कोल इंडिया में इन्वेस्ट किए हैं तब आपको हर साल 9600 रुपए केवल डिविडेंड के मिल जाएंगे जो एफडी से अधिक है।
डिविडेंड कैसे मिलता है [Important Dividend Dates]
अगर आप पूछेंगे कि डिविडेंड कैसे ग्रोथ या डिविडेंड मिलता है तो इसका सीधा उत्तर है लाभांश देने वाले स्टॉक्स को खरीद के |
यहाँ ध्यान दें कि किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आप के पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए नहीं तो आप म्यूच्यूअल फण्ड के डिविडेंड आप्शन में निवेश कर सकते हैं |
ऐसा नहीं है कि आपने कभी भी किसी कंपनी के सहरे को खरीद लिया और सोचते रहे कि अब तो आपको डिविडेंड मिल ही जायेगा |
चलिए अब जानते हैं dividend लेने के लिए आपको किन जरूरी तिथियों यानि डेट्स के बारे में जानना आवश्यक है |
डिविडेंड डेक्लरेशन डेट | Dividend Declaration Date
इस दिन कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) होती है और इसी में कंपनी का बोर्ड लाभांश देने का निर्णय लेता है |
डिविडेंड यील्ड अधिक होने का क्या मतलब है?
ऐसे देखने में तो काफी अच्छा लगेगा कि अगर किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड अधिक है।
पर क्या यहां इसका मतलब यह है कि आपको ऐसे ही कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए जिसका डिविडेंड यील्ड अधिक से अधिक हो।
यहाँ Dividend yield अधिक हो जाने के दो मतलब हो सकते हैं।
पहला यह कि कंपनी के शेयर की कीमत बहुत ज्यादा गिर चुकी है इसलिए डिविडेंड यील्ड ज्यादा लग रही है।
अच्छी से अच्छी कंपनियां एक परसेंट से ज्यादा डिविडेंड नहीं देती।
दूसरा कारण यह है कि कंपनी पैसे तो कमा रही है लेकिन व्यापार को और ज्यादा बढ़ाना कैसे हैं इसकी कोई प्लानिंग नहीं है कंपनी के पास।
इसलिए वह कमाए हुए पैसों को शेयर होल्डर्स में बांट रही है।
अगर आप ऐसे कंपनी में निवेश करते हैं जिसका डिविडेंड 4-5% से ज्यादा है तो 90% चांस है कि आपके निवेश किए गए पैसे पर आपको डिविडेंड तो अच्छे मिल जाएंगे लेकिन ग्रोथ कुछ ख़ास नहीं रहेगी।
लाभ में से दिया जाता है Dividend
अपने लेनदारों का भुगतान करने के बाद, एक कंपनी अपने ग्रोथ या डिविडेंड ग्रोथ या डिविडेंड शेयरधारकों को लाभांश के रूप में इनाम देने के लिए आंशिक या संपूर्ण बचे हुए लाभ का उपयोग कर सकती है। हालांकि, जब कंपनियां नकदी की कमी का सामना कर रही हों या फिर कंपनी के विस्तार के लिए नकदी की जरूरत हो तो वह लाभांश नहीं भी दे सकती हैं। साथ ही पढ़िये Interim Dividend in Hindi हमारी साईट पर। यहां पढ़ें किस कंपनी के शेयर खरीदें हमारी साइट ग्रोथ या डिविडेंड पर जिनसे लाभांश पाने और शेयर की कीमत में बढ़ोतरी की संभावना हो।
जब कोई कंपनी लाभांश की घोषणा करती है तो यह एक रिकॉर्ड तिथि भी तय करती है और उस तिथि को पंजीकृत सभी शेयरधारक अपने शेयर होल्डिंग के अनुपात में लाभांश भुगतान प्राप्त करने के योग्य हो जाते हैं। डिविडेंड भुगतान आमतौर पर कंपनी के शेयर की कीमत के मूलभूत मूल्य को प्रभावित नहीं करता है।
उच्च वृद्धि दर ग्रोथ या डिविडेंड वाली कंपनियां और अपने उपक्रम के शुरुआती चरण में कई कम्पनियाँ लाभांश का भुगतान नहीं करतीं हैं क्योंकि वे उच्च लाभ और विस्तार को बनाए रखने में मदद के लिए अपने लाभ का पुनर्निवेश करना पसंद करतीं हैं। दूसरी ओर स्थापित, बल्यूचिप और विकसित कम्पनियाँ अपने वफादार निवेशकों को इनाम देने के लिए नियमित लाभांश देने का प्रयास करतीं हैं.
Dividend Yield Meaning in Hindi
Dividend Yield डिविडेंड यील्ड शेयरधारकों को दिए गए नकद लाभांश की मात्रा को मापता है जो उन्हें प्रति शेयर बाजार मूल्य के अनुपात में मिला है. डिविडेंड यील्ड उस कंपनी में निवेशकों द्वारा किए गए कुल निवेश पर लाभांश के माध्यम से मिली आय की मात्रा को मापता है. डिविडेंड यील्ड की गणना प्रति शेयर लाभांश को प्रति शेयर मार्केट प्राइस से विभाजित करके और परिणाम को 100 से गुणा करके की जाती है। यह आमतौर ग्रोथ या डिविडेंड पर प्रतिशत के रूप में व्यक्त की जाती है। डिविडेंड यील्ड की गणना के लिए फार्मूला
डिविडेंड यील्ड = शेयर प्रति कैश डिविडेंड / मार्किट प्राइस प्रति शेयर * 100
मान लीजिए कि कंपनी 500 रुपए के बाजार भाव के साथ 20 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा करती है। उस मामले में शेयर का डिविडेंड यील्ड 20/500 * 100 = 4% होगा। उतार-चढ़ाव के समय के दौरान ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयर निवेश का अच्छा विकल्प होते हैं, क्योंकि ये शेयर निवेश पर अच्छा रिटर्न देते हैं. जो निवेशक अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते उन निवेशकों के लिए ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयर निवेश का अच्छा विकल्प होते हैं इसीलिए निवेशकों को शेयरों में निवेश के समय शेयर के बाजार भाव के साथ-साथ कंपनी के लाभांश-भुगतान ट्रैक रिकॉर्ड की जांच भी करनी चाहिए.
इनकम स्टॉक और ग्रोथ स्टॉक
ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों की जो कंपनियां आम तौर पर मुनाफे का ज्यादा हिस्सा अपने पास नहीं रखती हैं ग्रोथ या डिविडेंड उनके शेयरों को इनकम स्टॉक या आय वाले शेयर कहते हैं. इसके विपरीत कम डिविडेंड यील्ड वाली कम्पनियां जहां कंपनियां अपनी कमाई के रूप में मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा अपने पास ही रखती हैं और उस राशि का प्रयोग कारोबार बढाने के लिए करना चाहतीं हैं ऐसे शेयरों को ग्रोथ स्टॉक कहते हैं.
यह था Dividend meaning in Hindi यानि लाभांश का अर्थ क्या होता है और Dividend Yield डिविडेंड यील्ड क्या होता है आसान हिंदी में. आशा है आपको समझ आ गया होगा और अगली बार शेयरों में निवेश करने से पहले आप इस बात का भी ध्यान रखेंगे.
डिविडेंड कैसे मिलता है [Important Dividend Dates]
अगर आप पूछेंगे कि डिविडेंड कैसे मिलता है तो इसका सीधा उत्तर है लाभांश देने वाले स्टॉक्स को खरीद के |
यहाँ ध्यान दें कि किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए आप के पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए नहीं तो आप म्यूच्यूअल फण्ड के डिविडेंड आप्शन में निवेश कर ग्रोथ या डिविडेंड सकते हैं |
ऐसा नहीं है कि आपने कभी भी किसी कंपनी के सहरे को खरीद लिया और सोचते रहे कि अब तो आपको डिविडेंड मिल ही जायेगा |
चलिए अब जानते हैं dividend लेने के लिए आपको किन जरूरी तिथियों यानि डेट्स के बारे में जानना आवश्यक है |
डिविडेंड डेक्लरेशन डेट | Dividend Declaration Date
इस दिन कंपनी की वार्षिक आम बैठक (AGM) होती है और इसी में कंपनी का बोर्ड लाभांश देने का निर्णय लेता है |
डिविडेंड यील्ड अधिक होने का क्या मतलब है?
ऐसे देखने में तो काफी अच्छा लगेगा कि अगर किसी कंपनी का डिविडेंड यील्ड अधिक है।
पर क्या यहां इसका मतलब यह है कि आपको ऐसे ही कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए जिसका डिविडेंड यील्ड अधिक से अधिक हो।
यहाँ Dividend yield अधिक हो जाने के दो मतलब हो सकते हैं।
पहला यह कि कंपनी के शेयर की कीमत बहुत ज्यादा गिर चुकी है इसलिए डिविडेंड यील्ड ज्यादा लग रही है।
अच्छी से अच्छी कंपनियां एक परसेंट से ज्यादा डिविडेंड नहीं देती।
दूसरा कारण यह है कि कंपनी पैसे तो कमा रही है लेकिन व्यापार को और ज्यादा बढ़ाना कैसे हैं इसकी कोई प्लानिंग नहीं है कंपनी के पास।
इसलिए वह कमाए हुए पैसों को शेयर होल्डर्स में बांट रही है।
अगर आप ऐसे कंपनी में निवेश करते हैं जिसका डिविडेंड 4-5% से ज्यादा है तो 90% चांस है कि आपके निवेश किए गए पैसे पर आपको डिविडेंड तो अच्छे मिल जाएंगे लेकिन ग्रोथ कुछ ख़ास नहीं रहेगी।
क्या आपको हाई डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए?
देखें डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स हमेशा से इन्वेस्टर्स के फेवरेट रहे हैं क्योंकि ठीक-ठाक बढ़ते हैं और इनमें शानदार डिविडेंड्स भी मिलता है।
पर अगर आप हाई ग्रोथ चाहते हैं तब आपको ऐसी कंपनी में थोड़ा निराश होना पड़ेगा।
जैसे कोल इंडिया या पॉवर ग्रिड कैश रिच कंपनी हैं पर इनके शेयर में उतनी ग्रोथ नहीं दिखती |
अब आपको यह सोचना है कि आपको रेगुलर इनकम चाहिए या फिर अधिक ग्रोथ |
अब जब बात आती है हाई डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियों में निवेश करने की तो मैंने कुछ कंपनी जैसे कोल इंडिया और आईओसी में निवेश किया हुआ है |
हालांकि मेरे हिसाब से आपके पोर्टफोलियो में 10-15 % हाई डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक भी होने चाहिए जो आपको समय-समय पर रेगुलर इनकम देते रहें।
Infosys: दिवाली पर शेयरधारकों को मिला तोहफा, कंपनी ने किया डिविडेंड का ऐलान, बायबैक को भी मिली मंजूरी
Infosys Share Price: कई कंपनियों ने निवेशकों को डिविडेंड देने का ऐलान कर दिया है. अगर आपके पास भी शेयर्स हैं तो जान लें कि कौन सी कंपनी आपके खाते में पैसा ग्रोथ या डिविडेंड डालने जा रही है. कंपनी ने शेयरधारकों के लिए डिविडेंड का भी ऐलान किया है.
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