क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

विषयगत निवेश क्या है?

विषयगत निवेश क्या है?
नई फंड पेशकश (एनएफओ)
आज बाजार में निवेश के लिए सैकड़ों योजनाएं उपलब्ध हैं। ऐसे फंडों का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होता है। ये नए फंड होते हैं, जिन्हें बाजार में चलाने के लिए इनकी मार्केटिंग की जाती है। एनएफओ में पैसा बाजार में आने और 1 या 2 साल तक इसके प्रदर्शन को देखने के बाद ही निवेश करना चाहिए।

डिजिटलाइजेशन से बदलेगी MSMEs सेक्टर की तस्वीर, क्‍या हैं चुनौतियां और महत्व

नियामकीय स्पष्टता के बाद रहेगी क्रिप्टो पर नजर

शेयर, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट के मॉडल पोर्टफोलियो में निवेश के लिए प्लेटफॉर्म स्मॉलकेस ने पिछले साल शेयर बाजार में तेजी के बीच निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया। स्मॉलकेस के मुख्य कार्याधिकारी वसंत कामत ने निकिता वशिष्ट से बातचीत के दौरान 2022 में निवेशकों के रुझान और उनकी कंपनी के लिए आगे की राह सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत विषयगत निवेश क्या है? चर्चा की। मुख्य अंश:

क्या मौजूदा उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों का रुख ऐक्टिव से पैसिव निवेश में बदल गया है?

पिछले 18 महीनों के दौरान ऐक्टिव और पैसिव दोनों उत्पादों में तेजी दिखी है। हालांकि पैसिव उत्पादों में पहले के मुकाबले कहीं अधिक निवेश प्रवाह दिखा है। स्मॉलकेस के साथ नए निवेशक पैसिव एवं नियम आधारित उत्पादों के साथ अपना मुख्य पोर्टफोलियो तैयार करना शुरू करते हैं और बाद में वे उसे विविध बनाने के लिए स्मॉलकेस द्वारा प्रबंधित योजनाओं में छोटे निवेश के साथ एक बड़ा पोर्टफोलियो तैयार करते हैं।

और जानिए

यह पोर्टल मध्य प्रदेश में जलवायु परिवर्तन एवं सम्बंधित विषयों पर ज्ञान के सृजन, संचय और प्रसार का कार्य करेगा. राज्य में कई विभाग और संस्थाएं सम्बंधित विषयों पर कार्यरत हैं जैसे विषयगत निवेश क्या है? कि नगर व ग्राम निवेश, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, वानिकी, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, प्रदूषण नियंत्रण इत्यादी. ये सभी विभाग व संस्थाएं स्वतंत्र रूप से बड़ी मात्रा में ज्ञान का सृजन कर रहीं हैं. इसी तरह के अध्ययन व शोध निजी संस्थाओं, व्यक्तियों, एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा भी किये जा रहे हैं. ज्ञान के इस विशाल भण्डार को एक साथ संरक्षित, समन्वित और प्रसारित करने की आवश्यकता है. इन संस्थानों के साथ-साथ, एप्को स्वयं भी जलवायु परिवर्तन विषय पर कार्यरत है, और सम्बंधित मुद्दों पर ज्ञान का सृजन कर रहा है. यह ज्ञान प्रबंधन पोर्टल इस पूरी ज्ञान राशि को एक साथ एक मंच पर लाने का कार्य कर रहा है.

यह पोर्टल विभिन्न विभागों और विकास कार्यक्रमों को किस तरह से लाभ पहुंचाएगा?

जैसा कि स्पष्ट है, जलवायु परिवर्तन राज्य में मानव जीवन के प्रत्येक पहलू पर प्रभाव डालेगा, इस दृष्टि से सभी विभागों को अपने नियोजन व क्रियान्वन की प्रक्रियाओं में जलवायु परिवर्तन की चिंताओं को शामिल करना चाहिए. यह पोर्टल ज्ञान के एक सक्रिय भण्डार के रूप में कार्य करेगा और विभिन्न विभागों को उनके कार्यक्रमों से सम्बंधित शोध, अध्ययन और समाचारों को उपलब्ध कराकर उनकी मदद करेगा. चूंकि यह पोर्टल मध्यप्रदेश को समर्पित है, अतः शोध व अध्ययन मुख्यतः मध्यप्रदेश से ही सम्बंधित होंगे. इस कारण ये पोर्टल प्रदेश के विकास व जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों पर बहुत विशेषीकृत जानकारी उपलब्ध कराएगा.

मध्यप्रदेश जलवायु परिवर्तन संबंधी कार्यों में एक अग्रणी राज्य है. प्रदेश, भारत का पहला राज्य है जिसने जलवायु परिवर्तन पर “राज्य कार्य योजना” का निर्माण किया है, और राज्य की सुभेद्यता का आकलन किया है. यह तथ्य बताता है कि मध्यप्रदेश शासन जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर कितना गंभीर और सक्रिय है. पर्यावरण नियोजन व संरक्षण संस्थान (एप्को) ने एक जलवायु परिवर्तन इकाई की स्थापना भी की है जो कि राज्य में जलवायु परिवर्तन विषय पर समर्पित ढंग से कार्य कर रही है. यह ज्ञान प्रबंधन पोर्टल इसी प्रक्रिया का हिस्सा है. यह संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम और एप्को का संयुक्त प्रयास है जिसे एक तरफ संयुक्त राष्ट्र संघ का वित्तपोषण व तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त है, वहीं दूसरी तरफ एप्को उपलब्ध ज्ञान को संचित व सृजित करके स्थानीय मुद्दों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है.

मिरे एसेट म्यूचुअल फंड ने विषयगत निवेश क्या है? इलेक्ट्रिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस थीम पर लॉन्‍च किए दो नए फंड ऑफर

मिरे एसेट म्यूचुअल फंड ने इलेक्ट्रिक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस थीम पर लॉन्‍च किए दो नए फंड ऑफर

भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहे फंड हाउस में शामिल मिरे एसेट म्यूचुअल फंड ने अपने दो नए फंड लॉन्च करने की घोषणा की है। इनमें पहला एनएफओ में मिरे एसेट ग्लोबल इलेक्ट्रिक एंड ऑटोनॉमस व्हीकल्स ईटीएफ फंड ऑफ फंड है। (यह एक ओपेन एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है। यह स्कीम उन विदेशी इक्विटी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेश करती है जो इलेक्ट्रिक और आटोनॉमस यानी स्वायत्त वाहनों और उनसे संबंधित प्रौद्योगिकी, घटकों और सामग्रियों के विकास में शामिल कंपनियों पर आधारित हैं)।

जबकि दूसरा एनएफओ मिरे एसेट ग्लोबल एक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड टेक्नोलॉजी ईटीएफ फंड ऑफ फंड है। (यह एक ओपन-एंडेड फंड ऑफ फंड स्कीम है, जो ग्लोबल एक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड टेक्नोलॉजी ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करती है) ये दोनों फंड भारत के म्यूचुअल फंड उद्योग में लॉन्च होने वाले अपने तरह के पहले फंड हैं, जो भविष्य की तकनीक में शामिल कंपनियों पर आधारित हैं।

Mutual Funds: म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश है पैसा, सावधान रहें! जानिए किस तरह के फंड से रहें दूर?

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश है पैसा, सावधान रहें! जानिए किस तरह के फंड से रहें दूर?

Mutual Funds

Mutual Funds: म्यूचुअल फंड के प्रति लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ रही है, लेकिन इनमें पैसा लगाने से पहले हम सभी के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि आपको किन फंड्स और स्टॉक्स में निवेश नहीं करना चाहिए (Mutual Funds You should Never Buy)। अगर आप बैड फंड्स को इग्नोर करेंगे तो आपको अपने आप अच्छा रिटर्न मिलेगा, इसलिए अपना पैसा निवेश करने से पहले आपके लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि पिछले कुछ सालों में किन फंड्स ने निवेशकों को किस तरह का रिटर्न दिया है।

आज हम आपको बताएंगे कि आपको किन म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना है-
बैलेंस या हाइब्रिड फंड
फंड्स ऑफ फंड्स
नई फंड पेशकश (एनएफओ)
नियमित धन
लार्ज कैप एक्टिव फंड
मिड कैप फंड
क्षेत्रीय या विषयगत निधि
डेट फंड

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