क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है

ऐष: ज्ञाननिधि श्रेष्ठ: श्रद्धेयो हृदि सर्वदा । ।
प्रदर्शनकारी जिन्हें मोदी कपड़ों से नहीं पहचान पाएंगे
नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ देश भर और यहां तक कि विदेशों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश , कर्नाटक और असम में कई प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया में पुलिस ने क्रूरता से लोगों का दमन किया. सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि पुलिस की कार्रवाई हिंसक विरोध के जवाब में थी. इस बीच 15 दिसंबर को झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी दावा किया, "जो लोग हिंसा कर रहे हैं उन्हें उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है." उनका यह बयान निश्चित रूप से मुस्लिम समुदाय पर लक्षित था.
लेकिन विरोध में लोगों की भागीदारी ने मोदी के झूठ को उजागर किया है. कारवां ने बेंगलुरु, मुंबई, न्यू यॉर्क और दिल्ली में दस प्रदर्शनकारियों से बात की और जानना चाहा कि वे लोग विरोध में क्यों शामिल हो रहे हैं.
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गलत अकाउंट में ट्रांसफर हो जाए पैसा, तो तुरंत करें ये काम
By विभूू गोयल On Nov 9, 2022 268 0
डिजिटल पेमेंट के इस जमाने में कई बार ऐसा हो जाता है कि आपके द्वारा गलत अकाउंट में पैसा ट्रांसफर हो जाता है. कई लोगों का थोड़ा बहुत पैसा होता है काफी सारे लोग एक बड़ी रकम को किसी दुसरे व्यक्ति के अकाउंट में ट्रांसफर कर बैठते हैं.
आपके साथ यदि कभी ऐसा होता है तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप हर हाल में अपना पैसा वापस पा क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है सकते हैं. बस इसके लिए आपको तुरंत कुछ काम करने होंगे. अगर क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है आप इसमें जरा सी भी लापरवाही बरतते हैं तो आपका नुकसान हो सकता है.
गलत अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होने पर क्या करें?
सबसे पहले तो यदि किसी गलत अकाउंट में पैसा ट्रांसफर हो गया तो तो उस पेमेंट का स्क्रीनशॉट अपने मोबाईल से लेकर फोन में सेव कर लें. इसके साथ ही वो अकाउंट नंबर या मोबाईल नंबर भी अपने पास नोट करके रखें जिस पर आपने पैसा ट्रांसफर किया है.
आपको ऐसा होने पर तुरंत ही अपने बैंक के ब्रांच पर जाकर इसकी शिकायत करनी चाहिए. अगर आपने किसी ऐसे व्यक्ति के अकाउंट में पैसा ट्रांसफर किया है जिसका अकाउंट भी आपकी ही बैंक में है तो आपका पैसा एक या दो दिन में वापस आ जाएगा और इसमें आपको ज्यादा दिक्कत का सामना भी नहीं करना पड़ेगा.
RBI का निर्देश है कि यदि किसी व्यक्ति के द्वारा गलती से किसी दुसरे व्यक्ति के अकाउंट में पैसा चला जाता है तो बैंक को जल्द से जल्द कदम उठाना होगा. इसके साथ ही बैंक को गलत अकाउंट से पैसे को सही अकाउंट में लौटाने की व्यवस्था करनी होगी.
दूसरा बैंक होने पर क्या करें?
अब मान लेते हैं कि जिस बैंक में आपका अकाउंट है उसमें उस व्यक्ति का अकाउंट नहीं है जिसे आपने पैसे ट्रांसफर किए हैं तो ऐसी स्थिति में आपको पैसा मिलने में थोड़ी देरी हो सकती है. ऐसे केस में पैसा 8-10 दिनों के भीतर मिल पाता है.
अगर आपके साथ ऐसा हो जाता है तो आपको उस क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है बैंक के ब्रांच में जाना होगा जिसमें उस व्यक्ति का अकाउंट है. मतलब आपको दुसरे बैंक में जाकर इस पूरी घटना को बटन होगा. बैंक आपको उस अकाउंट होल्डर की जानकारी नहीं देगा.
बैंक खुद उस कस्टमर से संपर्क करेगा और पैसे वापस करने के लिए कहेगा. वो व्यक्ति पैसे देने के लिए तैयार हो जाता है तो आपका पैसा आपको वापस मिल जाएगा. अधिकतर मामलों में लोग पैसा देने के लिए राजी हो जाते हैं.
पू. सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत द्वारा शिक्षा पर प्रश्नोत्तर क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है का सम्पादित अंश, भविष्य का भारत – संघ का दृष्टिकोण, (तृतीय दिवस), 20 सितंबर 2018, दिल्ली
उत्तर – धर्मपाल जी का ग्रन्थ आप पढ़ेंगे तो आपको ध्यान में आयेगा कि अंग्रेजों के आने के बाद उन्होंने जब सर्वे किया तो उनको ध्यान में आया कि परम्परा से हमारी शिक्षा पद्धति ज्यादा प्रभावी, अधिक लोगों को साक्षर बनाने वाली, मनुष्य बनाने वाली और अपना जीवन चलाने के लिए योग्य बनाने वाली थी। वो अपने देश में ले गए और ऐसा सब कुछ एक साथ न कर सकने वाली उनकी पद्धतियां उन्होंने लाईं। ये इतिहास है। और इसलिए आज की दुनियां में आधुनिक शिक्षा प्रणाली में जो लेने लायक है वो लेते हुए अपनी परम्परा से जो लेना है, वो लेकर हमको एक नई शिक्षा नीति क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है बनानी चाहिए। आशा करता हूं कि नई शिक्षा नीति आने को हुई है। उसमें ये सब बातें होंगी।
अपने देश का विचारधन उसमें से मिलना चाहिए –
भरे भंडारे और भूखा भारत / EDITORIAL by Rakesh Dubey
नई दिल्ली। आज क्या यह प्रणाली आपकी गाढ़ी कमाई के लायक है देश की सबसे बड़ी समस्या भूख, पोषण और भ्रष्टाचार है। रबी की फसलों की खरीदी हो रही है। इसके उपार्जन अनुमान से सरकार संतुष्ट है। एक मार्च 2020 के आधिकारिक आंकड़े के अनुसार, भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में 7.77 करोड़ टन खाद्यान्न जमा था। इसमें 2.75 करोड़ टन गेहूं और 5.02 करोड़ टन चावल शामिल है। सरकार के पास यह अन्न भंडारण अब तक के सबसे ऊंचे स्तरों में से एक है, यह सरकार द्वारा तय किये मानकों से भी बहुत ज्यादा है।
कोविड-19 महामारी के कारण खाद्य सुरक्षा की समस्या और भी भीषण बन गयी है। लाखों प्रवासी मजदूरों कई शहरों से अपने घरों की ओर वापस लौट चुके हैं या लौट रहे हैं। ये शहरी गरीबों के साथ समाज के उस कमजोर वर्ग के लोग हैं, जो अपनी आजीविका छिन जाने के साथ अचानक ही खाद्य असुरक्षा के शिकार हो गये हैं। यही आस लिए तेलंगाना के पेरूर गांव से 12 साल की मासूम पैदल अपने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गांव आदेड़ के लिए चली। रास्ते में तबीयत बिगड़ गई, फिर भी तीन दिन में करीब 100 किमी का सफर पूरा किया। लेकिन अपने गांव से महज 14 किमी पहले बच्ची ने दम तोड़ दिया। उसके साथ गांव के 11 दूसरे लोग भी थे, लेकिन जंगल के रास्ते उसे किसी तरह का इलाज नहीं मिल सका।