शुरुआती के लिए विकल्प ट्रेडिंग

Trading के फायदें

Trading के फायदें
अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम

Liquid ETF: शेयर बाजार में ट्रेड करने वालों के लिए बेहतर है ये फंड, कम जोखिम में Trading के फायदें Trading के फायदें रिटर्न के साथ अच्‍छी लिक्विडिटी की सुविधा भी

Liquid ETF: अगर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश करते हैं तो लिक्विड ईटीएफ आपके लिए बेहतर विकल्‍प हो सकता है. आइए, समझते हैं इसके फायदे

By: ABP Live | Updated at : 29 Sep 2022 Trading के फायदें 04:31 PM (IST)

Liquid ETF: क्‍या आप भी शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश करते हैं? अगर हां, तो लिक्विड ईटीएफ (Liquid Exchange Traded Funds) आपके लिए एक बेहतर विकल्‍प हो सकता है. समझते हैं कि आखिर इसके पीछे क्‍या तर्क है. जब कोई स्‍टॉक मार्केट ट्रेडर या इंवेस्‍टर अपना निवेश बेचता है तो अपने पैसों का दोबार निवेश करने से पहले उसके पास दो समस्‍याएं आती हैं. मान लेते हैं कि किसी व्‍यक्ति ने आपने स्‍टॉक मार्केट में निवेश किया और कुछ महीने में आपका इंवेस्‍टमेंट बढ़ गया. अब आप मुनाफा कमाने के लिए उसे बेचना चाहते हैं. आप पहले दिन सेल ऑर्डर देंगे. दूसरे दिन आपके डीमैट अकाउंट से आपका स्‍टॉक डेबिट होगा और तीसरे दिन आपके मार्जिन अकाउंट में उसके पैसे आएंगे. अब आपकी इच्‍छा कि आप नए निवेश करने तक उन पैसों को मार्जिन अकाउंट में रखना चाहते हैं या फिर बैंक खाते में ट्रांसफर करते हैं.

Liquid ETF कैसे है फायदे का सौदा?

एक स्‍टॉक मार्केट इंवेस्‍टर के तौर पर आपके मन में यह उलझन हो सकता है कि मार्जिन अकाउंट में आपके पैसे यूं ही पड़े रहेंगे और उस पर कोई ब्‍याज भी नहीं मिलेगा. ट्रेडिंग अकाउंट से बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने के लिए आपके पास वक्‍त भी होना चाहिए. लिक्विड ईटीएफ आपकी इन दोनों समस्‍याओं का समाधान है. ये कम जोखिम वाले ओवरनाइट सिक्‍योरिटीज जैसे कोलैटरलाइज्‍ड बॉरोइंग एंड लेंडिंग ऑब्लिगेशंस (CBLO), रेपो और रिवर्स रेपो सिक्‍योरिटीज में निवेश करते हैं. ये दैनिक आधार पर आपको डिविडेंड देते हैं जिसका पुनर्निवेश फंड में कर दिया जाता है. इनमें जोखिम कम होता है और आप जब चाहें पैसे निकाल सकते हैं.

किस लिक्विड ईटीएफ का करें चयन?

लिक्विड ईटीएफ में निवेश से पहले बेंचमार्क की तुलना में उसके रिटर्न और एक्‍सपेंस रेशियो की तुलना करें. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लिक्विड ईटीएफ का एक्‍सपेंस रेशियो 0.25 प्रतिशत है. वहीं, डीएसपी निफ्टी लिक्विड ईटीएफ का एक्‍सपेंश रेशियो 0.64 प्रतिशत है, जबकि निप्पॉन इंडिया ईटीएफ के ल‌िक्विड बीईईएस का खर्च 0.69 फीसदी पड़ता है.
खुदरा निवेशकों के लिए, इक्विटी शेयरों की बिक्री के समय ब्रोकर को समान राशि का निवेश करने का निर्देश देकर लिक्विड ईटीएफ की यूनिट खरीदना समझदारी है. जब निवेशक कुछ इक्विटी शेयर खरीदना चाहें, तो किसी ब्रोकर से लिक्विड ईटीएफ का उपयोग करके खरीदारी करने के लिए कह सकता है जिसे मार्जिन मनी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.

लिक्विड ईटीएफ अर्जित रिटर्न अपेक्षाकृत ज्‍यादा स्थिर होते हैं क्योंकि इस तरह की शॉर्ट-टर्म डेट सिक्योरिटीज लंबी अवधि की तुलना में कीमत में उतार-चढ़ाव की संभावना कम होती है. इसके अलावा, किसी भी कम समय में इन लिक्विड ईटीएफ यूनट्सि को हाजिर बाजार में स्वतंत्र रूप से बेचा जा सकता है और इसे आसानी से कैश कराया जा सकता है. इसके अलावा, लिक्विड ईटीएफ यूनिट्स की खरीद या बिक्री पर कोई सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) नहीं लगता है. यदि आप एक आम निवेशक हैं जो सोच रहे हैं कि कम समय के लिए पूंजी कहां लगाएं और पारंपरिक निवेश विकल्प से बेहतर रिटर्न मिले तो एक लिक्विड ईटीएफ इसके लिए बेहतर साबित हो सकता है.

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Published at : 29 Sep 2022 04:31 PM (IST) Tags: Mutual Funds Liquid ETF Overnight Funds हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Benefits of Currency Trading: करेंसी ट्रेडिंग से कमा सकते है खूब पैसा, यहां जानिए इसके 10 फायदें

Benefits of Currency Trading: करेंसी ट्रेडिंग से कमा सकते है खूब पैसा, यहां जानिए इसके 10 फायदें

Benefits of Currency Trading in Hindi: अगर सही तरह से करेंसी ट्रेडिंग की जाए तो आप ढेर सारा पैसा कमा सकते है। लेकिन नए निवेशकों में करेंसी मार्केट को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। यह लेख आपके भ्रम को मिटाने का प्रयास करेगा क्योंकि यहां करेंसी ट्रेडिंग के 10 फायदे बताएं गए है।

Benefits of Currency Trading Trading के फायदें in Hindi: फॉरेन एक्सचेंज मार्केट दुनिया में सबसे बड़े फाइनेंसियल मार्केट के रूप में उभरा है, इसकी पहुंच, तरलता और अंतरराष्ट्रीय प्रकृति के कारण यह तेजी से फलफूल रहा है। आप प्रॉफिट कमाने के लिए काउंटर पर करेंसी खरीद और बेच सकते हैं, क्योंकि अन्य बाजारों के विपरीत, इस तरह के व्यापार के लिए कोई फिजिकल एक्सचेंज मौजूद नहीं है। अगर सही तरह से करेंसी ट्रेडिंग की जाए तो आप ढेर सारा पैसा कमा सकते है। लेकिन नए निवेशकों में करेंसी मार्केट को लेकर अभी भी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। यह लेख आपके भ्रम को मिटाने का प्रयास करेगा क्योंकि यहां करेंसी ट्रेडिंग के 10 फायदे (Benefits of Currency Trading in Hindi) बताएं गए है।

करेंसी ट्रेडिंग के फायदे | Currency Trading Benefits in Hindi

1) बाजार बड़ा और वैश्विक है

दुनिया के सभी हिस्सों से भाग लेने वाले ट्रेडर्स के साथ फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट वास्तव में विस्तृत है। फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट का महत्व इस तथ्य से स्पष्ट है कि हर दिन करेंसी मार्किट में औसतन $ 4 ट्रिलियन से अधिक का आदान-प्रदान होता है।

2) शुरुआती लोगों के लिए अच्छा है

पहली बार छोटे निवेश करने वाले व्यापारी आसानी से Forex Market में प्रवेश कर सकते हैं। फॉरेन एक्सचेंज के कई फायदों में से एक यह है कि ब्रोकर डेमो एकाउंट के प्रावधान की पेशकश करते हैं। इनका उपयोग करके, धोखेबाज़ व्यापारी किसी भी डील को करने से पहले मार्केट सिमुलेशन में अपने स्किल का टेस्ट कर सकते हैं।

3) चौबीसों घंटे बाजार

यह देखते हुए कि Forex Market वैश्विक है, व्यापार लगभग तब तक हो सकता है जब तक कि दुनिया में कहीं मार्केट खुला हो। यह सप्ताह में पांच दिन, 24 घंटे प्रत्येक दिन संचालित होता है। रविवार को शाम 5 बजे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में पहला बड़ा बाजार खुलता है और शुक्रवार को शाम 5 बजे US का न्यूयॉर्क बाजार बंद होने पर ट्रेडिंग खत्म हो जाती है।

फॉरेन एक्सचेंज ब्रोकर खुदरा व्यापारियों को पूंजी की एक छोटी राशि के खिलाफ उधार लेने की अनुमति देते हैं, जिससे एक हाई पोजीशन खोलने का मौका मिलता है। लीवरेज से आपके द्वारा जुटाई गई राशि को आम तौर पर अनुपात के रूप में दर्शाया जाता है। उदाहरण के लिए, 1:30 का मतलब होगा कि आपका उत्तोलन 30 गुना है जो आपने वास्तव में बाजार में निवेश किया था।

फॉरेक्स मार्किट में चौबीसों घंटे होने वाली बड़ी मात्रा में व्यापारिक गतिविधि के कारण, इसे दुनिया में सबसे अधिक तरल बाजार माना जाता है। तरलता से तात्पर्य एसेट को उनके मूल्य पर बहुत कम प्रभाव के साथ खरीदे और बेचे जाने की क्षमता से है। फॉरेक्स मार्केट के मामले में, तरलता आपको न्यूनतम जोखिम के साथ ट्रेड करने की अनुमति देती है।

भू-राजनीति, आर्थिक स्थिरता, नीतियां, प्राकृतिक आपदाएं और व्यापार सौदे बाजार को प्रभावित करने वाली ताकतों की लंबी सूची में शामिल हैं। इनमें से किसी में भी एक छोटा सा ग्रोथ मार्केट में एक बड़े बदलाव में तब्दील हो जाता है। किसी बाजार की इस संवेदनशीलता को उसकी अस्थिरता कहा जाता है। जब इन निर्धारकों के कारण मुद्राओं के मूल्य बेहतर के लिए बदलते हैं, तो वे बड़े मुनाफे में परिणत होते हैं। हालांकि, अगर मूल्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, तो व्यापारियों को महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है। चूंकि अस्थिरता को पूरी तरह से टाला नहीं जा सकता है, इसलिए आपको अस्थिर बाजारों से निपटने के लिए रणनीतियां बनानी चाहिए।

7) दिशात्मक व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं

शेयर बाजार के विपरीत Foreign exchange market में दिशात्मक व्यापार पर कोई प्रतिबंध नहीं है। चूंकि व्यापारी हमेशा बाजार की स्थिति के अनुसार एक करेंसी खरीद या बेच रहे हैं, आप उनके मूल्य में परिवर्तन की आपकी भविष्यवाणी के आधार पर आसानी से लंबी या छोटी बिक्री कर सकते हैं। मुद्राओं की उच्च तरलता के कारण, दलाल ऐसे व्यापार के लिए कोई ट्रांजैक्शन चार्ज नहीं लेते हैं जो शेयर बाजारों में आवश्यक हैं।

8) बाजार पर किसी Trading के फायदें Trading के फायदें का कंट्रोल नहीं

फॉरेक्स मार्केट में बड़ी संख्या में प्रतिभागी हैं, यही वजह है कि कोई सिंगल विंडो नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था जैसे बाहरी कारक ही कीमतों को कंट्रोल कर सकते हैं। यह फैक्टर ट्रेडर्स के पोर्टफोलियो पर निवेश विकल्प के रूप में फॉरेन एक्सचेंज के महत्व को दर्शाता है। इस बाजार में कोई बिचौलिया मौजूद नहीं है, और ब्रोकर केवल खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ने में मदद करते हैं।

9) कम ट्रांजैक्शन चार्ज

ट्रांजैक्शन करने की किसी भी बड़ी लागत के बिना, ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए एक छोटी पूंजी राशि पर्याप्त है। ट्रांजैक्शन की लागत में बड़े पैमाने पर ब्रोकर का शुल्क शामिल होता है, जिसे वह स्प्रेड से अर्जित करता है। स्प्रेड को पिप्स या पॉइंट्स में प्रतिशत में मापा जाता है, जो कि आस्क प्राइस और बिड के बीच का अंतर है।

चूंकि यह मार्केट अपेक्षाकृत नया है, फॉरेन एक्सचेंज के फायदों (Benefits of Currency Trading) में यह है कि इसके प्रतिभागियों ने स्वेच्छा से इंडस्ट्री को अपनाया है। बहुत सारे सॉफ्टवेयर और मोबाइल एप्लिकेशन हैं जो दुनिया भर से वास्तविक समय में ट्रेड की सुविधा प्रदान करते हैं।

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

हैलो दोस्तो शेयर बाजार के बारे में तो आप सभी ने जरूर सुना होगा। कुछ लोग तो शेयर बाजार के बारे में अच्छी तरह जानते ही होंगे। लेकिन आपको शेयर बाजार बारे में बहुत अच्छा जानकारी होना आवश्यक है। नही तो आपको शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे मे नही पता चलेगा। तो चलिए आज हम जानते है, शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे Trading के फायदें में।

शेयर बाजार के फायदे

1. कम समय में ज्यादा रिटर्न :- बांड्स और फिक्स्ड डिपॉजिट्स जैसे अन्य इन्वेस्टमेंट से तुलना की जाये तो शेयर बाजार निवेशकों को सही रूप से कम समय में अधिक रिटर्नदेता है। लेकिन आपको शेयर बाजार के नियमो को फॉलो करना पड़ेगा। और धैर्यवान होने से रिटर्न अच्छा मिलेगा।

2. कोई समय सीमा नहीं :- शेयर मार्किट एक सप्ताह के अन्दर 5 दिन और हर दिन 6 घंटे चलता है। और आप अपनी मर्जी के हिसाब से निवेश कर सकते है। बस आपके पास अच्छा इन्टरनेट होना चाहिए।

3. लाभ में हिस्सा :- कंपनी जितना ज्यादा लाभ कमाती है। उसके शेयर धारक को उसी हिसाब में रिटर्न के रूप में लाभांश देती है। इस तरीके से एक निवेशक को शेयर से मिलने वाला सबसे बड़ा लाभ कंपनी के द्वारा लाभ में दिया जाने वाला हिस्सा है।

शेयर बाजार के नुकसान

1. शेयर बाजार ऊपर नीचे होना :- कभी शेयर बाजार ऊपर बढ़ता है, तो कभी अचानक नीचे गिरने लगता है। ऐसे में कितने दफा तो गिरावट की वजह से निवेशकों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ जाता है।

2. बिना सीखे निवेश करना :- शेयर बाजार में लोगो को नुकसान होने का पहला और सबसे बड़ा कारण है। जानकारी का अभाव कई बार लोग शेयर बाजार में निवेश से पहले शेयर बाजार के बारे में कुछ भी नहीं जानते, बिना ठीक से कुछ जाने निवेश कर देते है। और फिर उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।

3. निवेश का समय :- शेयर बाजार अच्छा रिटर्न पाने के लिए निवेश के बारे में जानना तो जरूरी है ही साथ ही किस समय पर निवेश करना है उसकी जानकारी भी होनी चाहिए। नही तो नुकसान का खतरा बना रहता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) इंटरनेट के साथ साथ आनलाइन ट्रेडिंग की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और लाभ कमाना बहुत आसान हो गया है। आपको स्टॉक की भविष्यवाणी एक दिन के लिए करनी होती है जो आपको बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है।

( नुकसान ) लोग ऐसा मानते है कि इंट्राडे ट्रेड में खतरा अधिक होती है। जबकि खतरा सभी मे समन होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय न दे पाना इसे ज्यादे रिस्की बनाती है। यदि आप अपने शेयर के साथ समय बिताते हैं तो खतरा कम रहता है।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) स्विंग ट्रेडर्स बहुत कम समय में मूल्य परिवर्तन से लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के इस रूप में लगभग 5% से 10% तक का अच्छा रिटर्न मिलता है। दूसरी बात इसमें आपको पूरा दिन या लगातार अपने कंप्यूटर पर बैठने की आवश्यकता नहीं होती है।

( नुकसान ) स्विंग ट्रेडिंग मे यदि आप लोग अच्छे स्टॉक को नही चुन पाएंगे तो आपको लोस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बहुत जरूरी होता है। ताकी आप लोग ज्यादा दिन तक अच्छी तरह से शेयर मे निवेश कर सके।

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) वैसे तो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप पुरी जानकारी के साथ शेयर में निवेश करेंगे और सही कंपनी स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को अच्छी तरह से देख पाएंगे।

( नुकसान ) शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को अगर आप किसीके कहने पर या विज्ञापन देखकर किसी शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होने वाला है। क्युकी आप जिस किसी भी शेयर को खरीदते है, तो उस कंपनी के बारे पूरी जानकारी नहीं जान पाते।

लॉंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर बाजार के बारे मे सभी जानकारी होनी चाहिए तब आप अच्छा लाभ उठा सकते हो।

( नुकसान ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके नही सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लिए सही Trading के फायदें जानकारी के साथ ही लॉंग टर्म ट्रेडिंग में निवेश कीजिए गा।

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स

A. अपने निवेश का रिस्क मैनेजमेंट करे।
B. शेयर बाजार में अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
C. निवेश करने से पहले कंपनी को अच्छी तरीके से जान लें।
D. पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को जोखिम में ना डालें।
E. लोन लेकर या किसी से उधर लेकर कभी शेयर बाजार में निवेश ना करें।
F. निवेश करने से पहले शेयर बाजार को सीखने की कोशिश करें।
G. शेयर बाजार में पैसे भले ही कम लेकिन समय ज्यादा निवेश करें।
H. शेयर बाजार मे अधिक समय के लिए निवेश करें।

निष्कर्ष :-

शेयर बाजार के अंदर निवेशक, बजट और उससे जुड़ी खबरों का कंपनियों पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। कई बार कुछ शेयर लोगो की अपवाहो पर ही अपनी प्रतिक्रिया दे ते हैं। केवल पूर्वानुमानों पर शेयरों में निवेश करने पर खतरनाक साबित हो सकता है।

नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? समझे आसान भाषा में What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है- दोस्तों नमस्कार आज हम बात करेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग की अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपने टीवी पर या कहीं सुना या पढ़ा होगा इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ बताएंगे इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे तथा नुकसान तथा इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए सब कुछ बताएंगे । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है जैसा कि इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग के नाम से ही पता चलता है कि जिस दिन खरीदा उसी दिन बेचना उसको हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते Trading के फायदें हैं भारतीय शेयर बाजार खुलने का समय सुबह 9:15 है जबकि बंद होने का समय 3:15 है तो आप इसी समय के अंतराल पर कोई शेयर खरीदते या बेचते हैं तो वह डे ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग माना जाएगा अगर किसी कारणवश आप आज खरीदे हुए शेयर आज ना बेचकर कल या दो-तीन दिन बाद बेचते हैं तो उसे डिलीवरी माना जाएगा। What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे Benefits of intraday trading

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे

  • इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे– इंट्राडे ट्रेडिंग की काफी फायदे भी हैं जो कि निम्न प्रकार हैं इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • एक ही दिन में लाभ या हानि- अगर आप रिसर्च तथा एनालिसिस करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप इसमें अवश्य लाभ उठा सकते हैं कभी-कभी शेयर एक ही दिन में 20% से 30% तक भाग जाते हैं और आप एक ही दिन में 20% से 30% तक का मुनाफा कमा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • कम पैसों में अधिक शेयर खरीद सकते हैं- इंट्राडे ट्रेडिंग में यह भी एक अच्छी सुविधा है कि जिसमें आप मार्जिन मनी का उपयोग कर सकते हैं मार्जिन मनी का अर्थ होता है आपके ट्रेडिंग अकाउंट में अगर 10 हजार रुपए हैं और आपका ब्रोकर आपको 10 गुना लिमिट देता है तो 10000 ×10 = 1 लाख आप ₹10,000 पर मार्जिन यूज़ करके एक लाख तक का माल उठा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • कम ब्रोकरेज देना होता है – इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग आपको कम ब्रोकरेज देना होता है जबकि डिलीवरी में आपको ज्यादा ब्रोकरेज देना होता है। What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान Loss of intraday trading day trading

  • इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान
  • एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक यह भी नुकसान है कि आप को एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है अगर आप ने मार्जिन का उपयोग करके ट्रेडिंग की है तो आपको मार्केट क्लोज होने के पहले अपना सौदा काटना होगा अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका ब्रोकर मार्केट क्लोज होने के पहले आपका माल बेच देगा। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • ज्यादा रिस्क – हमने ऊपर प्रॉफिट की बात की लेकिन केवल प्रॉफिट होता तो हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग ही करता इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्क भरा होता है।
  • ऑपरेटरों का नियंत्रण – कुछ शेयरों पर ऑपरेटरों का नियंत्रण होता है वह कुछ शेयरों के प्राइस अपने फायदे के लिए घटा या बढ़ा देते हैं जिसमें कि नए ट्रेडर काफी नुकसान उठाते हैं। What is intraday trading in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां Precautions in intraday trading or day trading

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां-

  • इंट्राडे ट्रेडिंग अगर आप बिना रिसर्च के कर रहे हैं तो यह काफी रिस्क भरा हो सकता है इसलिए पूरी रिसर्च करके ही इंट्राडे ट्रेडिंग में कूदे ।
  • कोई कॉल या एसएमएस पढ़कर फैसला ना लें । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • स्टॉप लॉस अवश्य लगाएं बिना स्टॉपलॉस के ट्रेडिंग मतलब बिना ब्रेक की गाड़ी चलाने जैसा है जिस में कभी भी एक्सीडेंट हो सकता है ।
  • किसी की Trading के फायदें Trading के फायदें बातों में आकर ट्रेड ना करें अपने विवेक तथा रिसर्च से काम ले । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
  • इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अर्थ यह भी होता है ले फटाफट दे फटाफट इसलिए पूरी सावधानी बरतें । What is intraday trading in Hindi

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Cryptocurrency निवेश को भारतीयों के लिए ईज़ी और सेफ बना रहा CoinSwitch, ये हैं इसके फायदे

CoinSwitch : लंबे समय से दोस्त रहे आशीष सिंघल, गोविंद सोनी और विमल सागर क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग को उतना ही आसान बनाना चाहते थे, जितना कि ऑनलाइन फूड ऑर्डर करना होता है. इस विज़न के Trading के फायदें साथ उन्होंने 2017 में CoinSwitch की शुरुआत की.

Cryptocurrency निवेश को भारतीयों के लिए ईज़ी और सेफ बना रहा CoinSwitch, ये हैं इसके फायदे

CoinSwitch भारत में शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है.

बिटकॉइन और ऐसी ही दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती पॉपुलैरिटी और इनके बढ़ते बाजार को नजरअंदाज करना मुश्किल होता जा रहा है. क्रिप्टो मार्केट इतनी तेजी से अपनी मौजूदगी जता रहा है. क्रिप्टोकरेंसी निवेश के नए माध्यम का रूप ले चुका है. लेकिन आप इस बारे में क्या कर सकते हैं? आप कैसे निवेश करें? आप कैसे निवेश के लिए एक भरोसेमेंद क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज चुन सकते हैं?

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?

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क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग होती है. ट्रेडिंग में क्रिप्टो को दूसरे किसी असेट (यानी या तो कोई दूसरा क्रिप्टो कॉइन या टोकन, या फिर फ्लैट करेंसी यानी रुपया, डॉलर वगैरह) की खरीद-बिक्री के लिए इस्तेमाल किया जाता है. क्रिप्टो एक्सचेंज खरीददार और विक्रेता के बीच में इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ की तरह काम करते हैं. इनकी आय के स्रोत कमीशन और ट्रांजैक्शन फीस होती हैं.

एक आदर्श ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ऐसा होता है, जहां यूजर्स को आसान इंटरफेस और सिक्योरिटी मिले. CoinSwitch ऐसा ही प्लेटफॉर्म है. इस एक्सचेंज पर आप आराम से कभी भी-कहीं भी क्रिप्टोकरेंसी खरीद और बेच सकते हैं.

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CoinSwitch की 2017 में शुरुआत कैसे हुई?

लंबे समय से दोस्त रहे आशीष सिंघल, गोविंद सोनी और विमल सागर क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग को उतना ही आसान बनाना चाहते थे, जितना कि ऑनलाइन फूड ऑर्डर करना होता है. इस विज़न के साथ उन्होंने 2017 में CoinSwitch की शुरुआत की. अपनी शुरुआत के साथ CoinSwitch प्लेटफॉर्म पर 300 डिजिटल टोकन्स और 45,000 करेंसी पेयर्स ऑफर करता था. CoinSwitch की शुरुआत इस लक्ष्य के साथ हुई थी कि भारत क्रिप्टोकरेंसी क्रांति में पीछे न रहे.

आशीष CoinSwitch के को-फाउंडर और और CEO हैं. उन्होंने CRUXPay, Reap Benefit, Urban Tailor, Amazon, Microsoft सहित कई अन्य कंपनियों के साथ काम किया है. वो नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई कर चुके हैं. उनका विज़न था कि एक पावरफुल लेकिन यूजर-फ्रेंडली क्रिप्टो एक्सचेंज ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म खड़ा किया जाए और इसी विजन से CoinSwitch निकला.

अपने शुरुआती दिनों में CoinSwitch 75 डिजिटल टोकन के साथ एक बढ़िया इंटरफेस ऑफर करता था, जिससे कि ट्रेडिंग आसान और तेज रहे. और अब भी CoinSwitch अपने लाखों एक्टिव यूजर्स को ईजी-टू-एक्सेस और हाईली इमर्सिव यूजर इंटरफेस प्रोवाइड कराता है. CoinSwitch अपने यूजर्स को इंस्टैंट विदड्रॉल का ऑप्शन भी देता था ताकि वो अपना प्रॉफिट तुरंत कैश आउट करा सकें.

भारत में CoinSwitch के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत

जून 2020 में, CoinSwitch ने अपना इंडियन क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया. प्री-लॉन्च पीरियड में ही 100,000 यूजर साइन-अप्स हुए. वहीं, 2,000 करोड़ का निवेश हुआ. अब CoinSwitch पर 10 मिलियन रजिस्टर्ड यूजर्स हैं, जिनका डेली ट्रेडिंग वॉल्यूम 5 बिलियन डॉलर है. ये शानदार आंकड़े हैं और दिखाते हैं कि क्रिप्टो निवेशक इस प्लेटफॉर्म पर कितना भरोसा करते हैं.

एक और बात ये कि CoinSwitch ऐसा पहला क्रिप्टो प्लेटफॉर्म है, जिसका ऐड कैंपेन नेशनल प्लेटफॉर्म पर चला था. इसके बाद क्रिप्टोकरेंसी टर्म घर-घर तक पहुंचा. इससे बहुत लोगों में जिज्ञासा बढ़ी और लोग इससे जुड़े और इसतरह क्रिप्टोकरेंसी क्रांति का हिस्सा बने.

CoinSwitch में ग्लोबल निवेशकों की दिलचस्पी

इस साल CoinSwitch ने Ribbit Capital, Sequoia Capital, और Paradigm से 15 मिलियन डॉलर का फंड बटोरा. वहीं, कंपनी को Tiger Global Management से इस साल अप्रैल में 25 मिलियन डॉलर का निवेश मिला., जोकि यह कंपनी का पहली बार किसी भारतीय क्रिप्टोकरेंसी स्टार्टअप में निवेश है.

ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए CoinSwitch एक बढ़िया प्लेटफॉर्म क्यों है?

CoinSwitch प्लेटफॉर्म को इसकी सहजता और आसानी इसे दूसरे प्लेटफॉर्म्स से अलग बनाती है. क्रिप्टो में निवेश के लिए लोग ऐसा प्लेटफॉर्म चुनते हैं, जो इस्तेमाल करने में आसान हो. CoinSwitch पर चीजें तेज, आसान और सुरक्षित होती हैं, ऐसे में कोई भी इसपर ट्रेडिंग शुरू कर सकता है. यह बिल्कुल वैसा ही है, जैसा कैब बुक करना या ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना.

CoinSwitch एक आसान यूजर इंटरफेस देता है, जिससे कोई भी कुछ क्लिक्स में ही ट्रेंडिंग शुरू कर सकता है. साइन अप से लेकर क्रिप्टो कॉइन चुनने और ट्रेडिंग शुरू करने तक सबकुछ फास्ट और ईज़ी होता है. यहां तक कि प्लेटफॉर्म यूजर्स से कोई फीस नहीं लेता है, जोकि फायदे का सौदा है. CoinSwitch अपने यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद डिजिटल कॉइन्स पर सबसे बढ़िया रेट देने का वादा करता है. वहीं, ट्रेडर्स को कई रिवॉर्ड्स भी मिलते हैं.

CoinSwitch का एक फीचर इसे बेहतर बनाता है, वो है सेफ और इंस्टेंट विद्रडॉल. क्रिप्टो में निवेश करते वक्त अपना प्रॉफिट अपने बैंक अकाउंट में बाद में भेजने से बेहतर है तुरंत भेजना. CoinSwitch पर यह बस आसान ही नहीं, सिक्योर भी है.

CoinSwitch अपने यूजर्स को बढ़िया अनुभव देने के लिए सुधार करता रहता है और खरीदारी से पहले और बाद में भी सबसे बढ़िया एक्सपीरियंस देने का दावा करता है. इसपर आपको कई इनोवेटिव फीचर्स मिलंगे, वहीं कंपनी अगले कुछ महीनों में और भी पावरफुल फीचर्स लाने वाली है. क्रिप्टो में निवेश करने का सोच रहे भारतीयों के लिए CoinSwitch बेशक एक वन-स्टॉप इन्वेस्टमेंट सॉल्यूशन है. प्लेटफॉर्म की दूसरे निवेश साधनों की ओर जाने की भी मंशा है.

मोबाइल से क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग

भारत में मोबाइल को दूसरे डिवाइसेज़ से ज्यादा तरज़ीह दी जाती है, ऐसे में CoinSwitch ने मोबाइल डिवाइसेज़ के लिए भी अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को शुरू किया है. ट्रेडर्स की ओर से मांग उठ रही थी कि उनके लिए मोबाइल पर क्रिप्टो ट्रेडिंग का एक्सेस हो. ऐसे में CoinSwitch ने न तो बस एक आदर्श समाधान निकाला, बल्कि सबसे ज्यादा यूज़फुल क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग मोबाइल ऐप बनाकर एक बेंचमार्क भी सेट कर दिया. यह ऐप भारतीय यूजर्स के लिए उपलब्ध है और डेस्कटॉप जैसा क्लास ही फोन पर देता है

अपने इनोवेशन के चलते अबत CoinSwitch 90 लाख से ज्यादा यूजर्स जोड़ चुका है. इसका मार्केट शेयर 60 फीसदी है. कंपनी के अधिकतर यूजर्स युवा हैं और टियर-2, टियर-3 शहरों से आते हैं. इनमें से अधिकतर पहली बार क्रिप्टो में निवेश कर रहे हैं. CoinSwitch अगले कुछ महीनों में कई इनोवेटिव प्रॉडक्ट्स लॉन्च करने की तैयारी में है.

इंतजार नहीं, साइन अप करिए, आज ही

इसमें कोई शक नहीं है कि CoinSwitch भारत का शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म है और रहेगा. कंपनी इस उभरते असेट के बाजार में और भी इनोवेशन करने को उत्सुक है और इसके साथ लाखों भारतीय जुड़ हैं. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से जुड़ने का यह एक रोमांचक वक्त है और अगर आप अभी तक इस दुनिया से नहीं जुड़े हैं, तो आज ही CoinSwitch के साथ अपना अकाउंट खोलिए और शुरू हो जाइए!

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