बाइनरी ऑप्शंस

डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है

डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है
4. शेयरों के हस्तांतरण में आसानी

डीमैट अकाउंट - अर्थ, प्रकार, लाभ, डीमैट खाता ऑनलाइन डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है कैसे खोलें

डीमैट खाता एक ऐसा खाता है जो निवेशकों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों या प्रतिभूतियों को रखने की अनुमति देता है। खरीदे गए शेयरों को डीमैट खाते में जमा किया जाता है और इसी तरह बिक्री के समय, प्रतिभूतियों को खाते से डेबिट किया जाता है। इस खाते का उपयोग शेयरों, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, सरकारी बॉन्ड, आदि जैसे निवेश का एक विस्तृत विकल्प रखने के लिए किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडों का न्यायिक उपयोग करने के लिए 1996 में शेयरों के डीमैटरियलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। डीमैटरियलाइज्ड या डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक मोड में शेयरों को रखने में मदद करता है और लोगों को सुरक्षित तरीके से बिक्री के मामले में शेयरों को खरीदने और आय एकत्र करने में मदद करता है।

प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो उन निवेशकों या व्यापारियों के लिए उपयुक्त है जो अनिवासी भारतीय (NRI) हैं। इस प्रकार का डीमैट खाता विदेशों में पूंजी स्थानांतरित करने की अनुमति देता है। हालांकि, गैर-निवासी एक्सटर्नल (NRE) बैक खाते की आवश्यकता है।

गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता एक प्रकार का डीमैट खाता है जो फिर डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है से अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए उपयुक्त है, लेकिन विदेशों में धन का हस्तांतरण नहीं हो सकता है। इस प्रकार के डीमैट खाते के साथ संबद्ध होने के लिए एक अनिवासी आयुध (NRO) बैंक खाते की आवश्यकता होती है।

डीमैट खाते के कई लाभ हैं जो नीचे उल्लिखित हैं:

1. सुगमता

डीमैट खाते नेट बैंकिंग के माध्यम से निवेश और लेनदेन के स्टेटमेंट की आसान पहुंच प्रदान करते हैं। डीमैट खाते के माध्यम से लेनदेन और निवेश का विवरण आसानी से ट्रैक किया जा डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है सकता है।

ऑनलाइन डीमैट खाता कैसे खोलें?

डीमैट खाता खोलना, एक बहुत ही सरल और परेशानी रहित प्रक्रिया है। खाता खोलने के चरण नीचे दिए गए हैं:

1. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) सेलेक्ट करें।

2. आवश्यक विवरण के साथ खाता खोलने का फॉर्म भरें और इसके साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें। डीमैट खाता खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।

3. फॉर्म जमा करने के बाद, नियमों और विनियमों की प्रतिलिपि, समझौते की शर्तें, शुल्क जमाकर्ता प्रतिभागी द्वारा प्रदान किए जाएंगे।

4. इन-पर्सन सत्यापन भी अनिवार्य है और इसलिए, डीपी अधिकारी कर्मचारियों के एक सदस्य को खाता खोलने के रूप में प्रदान किए गए विवरण को सत्यापित करने के लिए व्यक्ति से संपर्क करना होगा।

5. सत्यापन के बाद, डीपी स्टाफ का सदस्य एक खाता संख्या या ग्राहक आईडी देगा। इन विवरणों को ऑनलाइन भी चेक किया जा सकता है।

6. डिमैट खाते के लिए एक वार्षिक रखरखाव शुल्क भी लिया जाता है जो खाता लेनदेन शुल्क को कवर करता है। ये शुल्क डीपी द्वारा निर्धारित संरचना के अनुसार लागू होते हैं।

डीमैट अकाउंट क्या होता है ?

यदि आपने शेयर मार्किट (Stock Market) की दुनिया में बिलकुल अभी कदम रखा है, तो आपने डीमैट अकाउंट (Demat Account) का नाम तो जरूर सुना होगा जिसके जरिये कोई शेयर ख़रीदा व बेचा जाता है | डीमैट अकाउंट का क्या मतलब (Meaning of demat account) होता है और यह शेयर मार्किट के लिए क्यूँ जरूरी है और आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोले सकते है, इन सभी विषयों पर गहन रूप से जानकारी आपको हमारी टीम द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी |

डीमैट अकाउंट खुलवाने (Opening a demat account) के बहुत फ्यादे है जिसके बारे में आपको आगे इस लेख के माध्यम से पता चलेगा | शेयर मार्किट में डीमैट अकाउंट का होना ऐसे है जैसे शरीर में आत्मा का निवास | आपको पता चलेगा कैसे शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के बाद किस अवस्था में सुरक्षित रखे जाते है और साथ ही डीमैट खाता इन प्रक्रिया के संचालन में किस प्रकार आपकी सहायता करता है |

क्या होता है डीमैट अकाउंट ?

Table of Contents

डीमैट अकाउंट एक वॉलेट की तरह होता है जिसमे आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रख सकते है और साथ जब कभी भी आपको शेयर बेचना होता है तो उसी डीमैट अकाउंट के द्वारा वो शेयर मार्किट में बेच दिए जाते है | डीमैट अकाउंट का मतलब “Dematerialization” होता है जिसकी उत्पत्ति 90 के दशक के बाद हुई | उन दिनों शेयर खरीदने पर आपको एक कागज़ का डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है प्रमाण पत्र दे दिया जाता था लेकिन आईटी के विस्तार के बाद कागज़ या मटेरियल प्रमाण पत्रों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल दिया गया, जिसे ‘डिमटेरियलाइज़ेशन’ और जिस खाते में शेयर को इलेक्ट्रॉनिक अवस्था में रखा गया उसे डीमैट अकाउंट कहा गया |

डीमैट अकाउंट के भाग (Parts of Demat Account)

किसी भी डीमैट खाते में चार प्रकार के प्रतिभाग होते है

डीमैट अकाउंट कैसे खोले ? How to Open a Demat Account?

यदि शेयर मार्किट में शेयर को खरीदना व बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको सेबी रजिस्टर्ड किसी भी प्लेटफार्म पर आवेदन करना होगा | इस लेख के माध्यम से हम Zerodha Platform पर ऑनलाइन अकाउंट कैसे ओपन करते है, Step by Step आपको बताया जा रहा है : –

  • सबसे पहले https://zerodha.com/ पर विजिट करे |
  • इसके बाद आपको ‘Sign up Now‘ पर क्लिक करना होगा |
  • इसके बाद आपको अपने मोबाइल नम्बर (जो आपके बैंक खाते व आधार में एक जैसा हो) डालकर प्रक्रिया को शुरू करना होगा |
  • आपके दिए गये नम्बर पर आपको ओटीपी भेजा जाएगा जिसे आपको अगले चरण में दर्ज करना है |
  • अब अगले चरण में आपको पैन कार्ड दर्ज करना होगा |
  • अब आपको अपने ट्रेड के अनुसार प्लान चुनकर पेमेंट करना होगा |

डीमैट अकाउंट क्या होता है ?

यदि आपने शेयर मार्किट (Stock Market) की दुनिया में बिलकुल अभी कदम रखा है, तो आपने डीमैट अकाउंट (Demat Account) का नाम तो जरूर सुना होगा जिसके जरिये कोई शेयर ख़रीदा व बेचा जाता है | डीमैट अकाउंट का क्या मतलब (Meaning of demat account) होता है और यह शेयर मार्किट के लिए डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है क्यूँ जरूरी है और आप अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे खोले सकते है, इन सभी विषयों पर गहन रूप से जानकारी आपको हमारी टीम द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी |

डीमैट अकाउंट खुलवाने (Opening a demat account) के बहुत फ्यादे है जिसके बारे में आपको आगे इस लेख के माध्यम से पता चलेगा | शेयर मार्किट में डीमैट अकाउंट का होना ऐसे है जैसे शरीर में आत्मा का निवास | आपको पता चलेगा कैसे शेयर मार्किट में शेयर खरीदने के बाद किस अवस्था में सुरक्षित रखे जाते है और साथ ही डीमैट खाता इन प्रक्रिया के संचालन में किस प्रकार आपकी सहायता करता है |

क्या होता है डीमैट अकाउंट ?

Table of Contents

डीमैट अकाउंट एक वॉलेट की तरह होता है जिसमे आप शेयर मार्किट से ख़रीदे गए शेयर को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सुरक्षित रख सकते है और साथ जब कभी भी आपको शेयर बेचना होता है तो उसी डीमैट अकाउंट के द्वारा वो शेयर मार्किट में बेच दिए जाते है | डीमैट अकाउंट का मतलब “Dematerialization” होता है जिसकी उत्पत्ति 90 के दशक के बाद हुई | उन दिनों शेयर खरीदने पर आपको एक कागज़ का प्रमाण पत्र दे दिया जाता था लेकिन आईटी के विस्तार के बाद कागज़ या मटेरियल प्रमाण पत्रों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदल दिया गया, जिसे ‘डिमटेरियलाइज़ेशन’ और जिस खाते में शेयर को इलेक्ट्रॉनिक अवस्था में रखा गया उसे डीमैट अकाउंट कहा गया |

डीमैट अकाउंट के भाग (Parts of Demat Account)

किसी भी डीमैट खाते में चार प्रकार के प्रतिभाग होते है

डीमैट अकाउंट कैसे खोले ? How to Open a Demat Account?

यदि शेयर मार्किट डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है में शेयर को खरीदना व बेचना चाहते है तो इसके लिए आपको सेबी रजिस्टर्ड किसी भी प्लेटफार्म पर आवेदन करना होगा | इस लेख के माध्यम से हम Zerodha Platform पर ऑनलाइन अकाउंट कैसे ओपन करते है, Step by Step आपको बताया जा रहा है : –

  • सबसे पहले https://zerodha.com/ पर विजिट करे |
  • इसके बाद आपको ‘Sign up Now‘ पर क्लिक करना होगा |
  • इसके बाद आपको अपने मोबाइल नम्बर (जो आपके बैंक खाते व आधार में एक जैसा हो) डालकर प्रक्रिया को शुरू करना होगा |
  • आपके दिए गये नम्बर पर आपको ओटीपी भेजा जाएगा जिसे आपको अगले चरण में दर्ज करना है |
  • अब अगले चरण में आपको पैन कार्ड दर्ज करना होगा |
  • अब आपको अपने ट्रेड के अनुसार प्लान चुनकर पेमेंट करना होगा |

10 BEST Demat Account In India | भारत में 10 सबसे बेस्ट डीमैट अकाउंट

10 BEST Demat Account In India

पहले के समय में पेपर वर्क के माध्यम से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया काफी मुश्किल होता था। इसी को दूर करने के लिए डीमैट अकाउंट (Demat Account) शुरू किया गया। डीमैट का मतलब ‘डीमैटरियलाइजेशन’ ‘dematerialization’ होता है। डीमैट अकाउंट (shares and securities) को डीमटेरियलाइज करता है, ताकि उन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखा जा सके और कहीं से भी डिजिटल रूप में खरीदा और बेंचा जा सके।

आज के समय में डीमैट अकाउंट (Demat Account) के बिना, आप शेयरों की खरीद-विक्री नहीं कर सकते और ना ही ट्रैडिंग कर सकते हैं। क्योंकि वर्ष 1996 में, Securities and Exchange Board of India (SEBI) ने डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि सभी निवेशकों के पास शेयरों में ट्रैडिंग करने के लिए एक डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है।

रेगुलर डीमैट खाता (Regular Demat account)

शेयर बाजार में एंट्री करने वाले निवेशकों के लिए रेगुलर डीमैट अकाउंट किया जाता है. भारतीय निवेशक और ट्रेडर्स देश में ही रहते हैं और यहीं के शेयर बाजार में निवेश करते हैं. आप डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है ये रेगुलर डीमैट खाता (Demat Account) किसी भी डिपॉजिट्री-CDSL या NSDL पर रजिस्टर्ड ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं. खाते से इलेक्ट्रॉनिकली शेयरों में निवेश और ट्रेड किया जाता है.

रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट्स नॉन-रेजिडेंट इंडियन्स (NRIs) के लिए होते हैं. इसके जरिए NRIs भारतीय शेयर बाजार में निवेश करते डीमैट अकाउंट का क्या मतलब होता है हैं. ट्रेडर्स और निवेशक इस अकाउंट के जरिए विदेश में फंड ट्रांसफर भी कर सकते हैं. लेकिन, फंड ट्रांसफर के लिए निवेशकों के पास NRE बैंक खाता भी होना चाहिए. इस खाते में ज्वाइंट होल्डर भी शामिल कर सकते हैं, जिन्हें भारतीय नागरिक होना चाहिए. हालांकि, वे कहां रह रहे हैं उस पर कोई पाबंदी नहीं है. इस डीमैट खाते में भी नॉमिनेशन सुविधा होती है.

रेटिंग: 4.12
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 620
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *