ट्रेडिंग ऐप क्या होता है

साल 2022 में भारत के टॉप 5 क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स
इस लेख में हमने भारत के 5 ट्रेडिंग ऐप की समीक्षा की है। इनमें हर ऐप की अपनी अलग-अलग विशेषताएं हैं जो इनको आपस में एक दूसरे से अलग बनाती है
फाइनेंस की दुनिया में क्रिप्टो ट्रेडिंग एक नया प्लेटफॉर्म है जिसमें अनंत संभावनाएं हैं। हालांकि क्रिप्टो की दुनिया में बेहतर फायदा उठाने के लिए आपके आपके हाथ में सही टूल भी होना चाहिए। ऐसे में हमारे काम आते हैं मोबाइल ऐप्स। मोबाइल पर इस ट्रेडिंग ऐप क्या होता है समय तमाम क्रिप्टो ऐप्स उपलब्ध हैं। जिनके जरिए हम आसानी के साथ क्रिप्टो करेंसी की खरीद बिक्री कर सकते हैं और व्यावहारिक मुद्रा के साथ इनका विनिमय भी कर सकते हैं। यहां हम आपको भारत में उपलब्ध ऐसे ही 5 क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स के बारे में बता रहे हैं।
साल 2022 के लिए सबसे बेहतर क्रिप्टोकरेंसी ऐप
WazirX
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WazirX (वजीरेक्स) एक ऐसा क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप है जो निवेशकों का एक ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है जिसके जरिए क्रिप्टो का मैनजमेंट, उसकी ट्रैकिंग और इस डिजिटल असेट का एनालिसिस सब कुछ किया जा सकता है। 1.2 करोड़ यूजर्स के साथ वजीरेक्स इस समय भारत का सबसे पॉपुलर क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप है। यह आपको क्रिप्टो प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के साथ ही इसकी ट्रेडिंग के लिए जरूरी टूल्स भी उपलब्ध करवाता है। इस ऐप को आप फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं। इस पर उपलब्ध टूल्स के जरिए आप अपने ट्रेड और पोर्टफोलियो का एनालिसिस कर सकते हैं।
वजीरेक्स के टूल्स को काफी सरल बनाया गया है, जिससे क्रिप्टो के बारे में आपको सभी जानकारियां आसानी से उपलब्ध हो सकती हैंऔर आप एक अच्छे क्रिप्टो ट्रेडर बन सकते हैं। इस पर क्रिप्टो ट्रेडिंग से संबंधित तमाम शैक्षिक जानकारियां भी उपलब्ध हैं। वजीरेक्स हर ट्रेड के लिए उसके ट्रेडिंग वैल्यू का 0.20 फीसदी फीस के तौर पर लेता है। इसके अलावा आपको WRX के आधार पर डिस्काउंट भी मिलते हैं। इस प्लेटफॉर्म के जरिए आपको एक ऐसी सिंगल विंडो सुविधा मिलती है जिसके तहत आप Bitcoin, Ethereum, Litecoin और तमाम क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं। वजीरेक्स ऐप को आप प्लेस्टोर और ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
CoinSwitch Kuber
CoinSwitch Kuber (कॉइन स्विच कुबेर) सबसे ज्यादा विश्वसनीय क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में से एक है। यह साल 2017 में लॉन्च हुआ था। इसके बाद से इसने कई लाख लोगों को अपनी सेवाएं दी है। यह ऐप Sequoia Capitalद्वारा सपोर्टेड है। इसका लक्ष्य आम लोगों के लिए क्रिप्टो ट्रेडिंग को आसान बनाना है। इसने कई लीडिंग क्रिप्टो एक्सचेंजों के साथ पार्टनरशिप कर रखा है। इसकी वजह से यह सबसे बेहतर क्रिप्टो ट्रेडिंग एग्रीगेटर्स में से एक है। कॉइन स्विच कुबेर ने अब तक 5 अरब से ज्यादा क्रिप्टो ट्रांजेक्शन की प्रॉसिसिंग की है। इसके मिशन स्टेटमेंट के मुताबिक, यह वर्तमान स्थितियों को चुनौती देते हुए हर आम ट्रेडिंग ऐप क्या होता है आदमी को पैसे कमाने का मौका देना चाहता है। इसका मैंडेटरी KYC रिक्वायरमेंट आपके सौदों को सुरक्षा का एक मजबूतर घेरा उपलब्ध कराता है।
Unocoin
Unocoin (यूनोकॉइन) भारत का सबसे पुराना क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह साल 2013 में लॉन्च हुआ था। तब से अब तक इसने एक 1.17 करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो ट्रांजेक्शन की प्रोसेसिंग की है। साल 2013 की शुरुआत के साथ ही यूनोकॉइन ने भारत में न सिर्फ क्रिप्टो ट्रेडिंग की सुविधा दी है, बल्कि इसने देश में क्रिप्टो राइट के लिए लड़ाई ट्रेडिंग ऐप क्या होता है भी लड़ी है।
ZebPay
ZebPay एक भारतीय क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जिसकी लॉन्चिंग साल 2014 में हुई थी। इसका दावा है कि अपनी स्थापना के बाद से अब इसने 10 अरब डॉलर से ज्यादा के क्रिप्टो ट्रांजेक्शन की प्रॉसेसिंग की है। मई 2014 में भारत में लॉन्च होने के बाद ZebPay की टीम ने आम आदमी को क्रिप्टो करेंसी के दायरे में लाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है और इसने देश के 50 लाख से ज्यादा लोगों को अपनी सेवाएं दी है। ZebPay का सिक्योरिटी पर खास फोकस है। ZebPay पर रजिस्टर्ड सभी टोकन का 98 फीसदी हिस्सा कोल्ड / हार्डवेयर वॉलेट में सेव है। यानी यह ऑनलाइन सर्वर पर नहीं है। इसके साथ ही ZebPay का मजबूत इंटरनल कंट्रोल इस बात को सुनिश्चित करता है कि किसी ट्रेडिंग ऐप क्या होता है भी स्थिति में यूजर के असेट को कई नुकसान नहीं होना चाहिए।
CoinDCX
CoinDCX की लॉन्चिंग साल 2018 में हुई। जल्द ही यह भारत का जाना माना करेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बन गया। इस समय देश में इसके 1 करोड़ यूजर हैं। यह क्रिप्टो करेंसी प्लेटफॉर्म की टॉप चॉइस में से एक है। CoinDCX का दावा है कि वो वर्तममान सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को सुधारने के लिए लगातार इसकी समीक्षा करता रहता है जिससे कि उसके यूजर्स को उपलब्ध सबसे बेहतर सुरक्षा मुहैया कराई जाती है। CoinDCX गैस फी के निर्धारण के लिए ग्रेडेड मानक का पालन करती है। यह लेवल वन पर 0.20 फीसदी होता है और लेवल 10 तक पहुंचते-पहुंचते 0.020 फीसदी हो जाता है। यह एक प्लेटफॉर्म के तौर पर COSMEX का उपयोग करता है जिससे CoinDCX के जरिए ट्रेडिंग करने वालों को ग्लोबल क्रिप्टो लिक्विडिटी के 1/3 हिस्से तक पहुंच प्राप्त हो जाती है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने भारत के 5 ट्रेडिंग ऐप की समीक्षा की है। इनमें हर ऐप की अपनी अलग-अलग विशेषताएं हैं जो इनको आपस में एक दूसरे से अलग बनाती है। यहां हम WazirX, CoinSwitch Kuber, Unocoin, ZebPay, and CoinDCX के बारे में बात की है। उम्मीद है कि यह ब्लॉग आपको अपने लिए बेहतर ऐप चुनने में मदद करेगा। ये भी ध्यान रखें कि क्रिप्टो एक अनरेगुलेटेड वर्चुएल असेट है। ये एक लीगल टेंडर नहीं है और बाजार के जोखिमों के अधीन है। मनीकंट्रोल के किसी जर्नलिस्ट ने यह लेख नहीं लिखा है।
क्रिप्टो अनरेगुलेटेड वर्चुअल एसेट्स है. यह लीगल टेंडर नहीं है और इसमें मार्केट रिस्क शामिल है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप के जरिए फ्रॉड करने वालों पर शिकंजा, 9 करोड़ से ज्यादा रुपए जब्त
तेलंगाना की साइबराबाद शाखा ने सोमवार को एक अंतरराज्यीय ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप चलाने वाली गैंग का पर्दाफाश किया. साइबर पुलिस ने मुखियारोपी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन के पास से 9 करोड़ 81 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. इसके अलावा मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं. मुख्य आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के मुगलसराय के रहने वाले अभिषेक जैन के तोर पर की गई है, जब कि दो आरोपी पवन कुमार और आकाश राय राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं. चौथा आरोपी कृष्ण कुमार मुगलसराय का रहने वाला है. आरोपियों ने इस ऐप को विविध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में कमोडिटी एक्सचेंज एप्लीकेशन के तौर पर प्रमोट कर रहे थे और 3 हजार से ज्यादा लोगों को इस एप से जोड़ लिया था.
क्या थी उनकी मोडस ऑपरेंडी
साइबराबाद की डीसीपी रीति राज के मुताबिक मुख्य आरोपी अभिषेक जैन ने पैसे के लेनदेन के लिए पवन कुमार और आकाश राय के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा था. इसी अकाउंट के जरिए पैसे को डायवर्ट किया जाता था और ट्रेडिंग एप के जरिए पैसे अपने हाथों में लेने के लिए मर्चेंट अकाउंट तकनीक का इस्तेमाल किया जाता था. पवन और आकाश को इस काम के लिए अभिषेक जैन 10% कमीशन देता था. कृष्ण कुमार का काम था कि जो भी लोगों से कैश आए, उसे इस ऐप की मदद से पवन और आकाश के बैंक अकाउंट में जमा किया जाए. यानी पैसे को रोटेट करना उसका काम था, ताकि किसी को पता ना चले कि निवेशकों का पैसा कहा चला गया.
ऐसे पकड़े गए आरोपी
दरअसल, कुछ दिन पहले हैदराबाद के एक निवासी ने साइबराबाद पुलिस स्टेशन लिमिट्स में एक शिकायत दर्ज कराई थी और कहा था कि एक ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप में निवेश करने की वजह से उनका 28 लाख रुपए का नुकसान हुआ है . पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू कि तो पता चला कि मार्केटिंग बॉक्स ट्रेडिंग एप के जरिए लोग इन्वेस्टमेंट कर रहे थे , लेकिन चारों आरोपी इन पैसों को अपनी बनाई कंपनी फिनकॉर्प के जरिए डायवर्ट कर रहे थे. यही वजह थी कि ज्यादातर निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ रहा था और आरोपी लोगों का पैसा हड़प लिया करते थे.
Cryptocurrency : क्या होता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, इसपर ट्रेडिंग के लिए कैसे खोलते हैं अकाउंट? जानें सबकुछ
Cryptocurrency Exchange क्रिप्टो इकोसिस्टम का बहुत ही अहम हिस्सा है. भारत में भी बहुत से क्रिप्टो एक्सचेंज काम करते हैं, हम आपको बता रहे हैं कि ये कैसे काम करते हैं और इनके साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोला जा सकता है.
Cryptocurrency Exchange : क्रिप्टो एक्सचेंज किसी ब्रोकरेज फर्म की तरह होते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) ने पिछले कुछ सालों में जबरदस्त तेजी से सुर्खियां हासिल की हैं, यहां तक कि जो लोग वर्चुअल करेंसी के कॉन्सेप्ट को लेकर नाक-भौं सिकोड़ते हैं, वो भी एक बार इसे देखे-जाने बिना नहीं रह पा रहे. सबसे बड़ी बात कि बहुत कम देश ऐसे हैं, जहां पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो को उतनी पॉपुलैरिटी और ग्रोथ मिली है, जितनी इसे भारत में मिली (Cryptocurrency in India) है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रिप्टो को लेकर 'चिंताएं जताई थीं', लेकिन इसके बावजूद देश में क्रिप्टो का बाजार बड़ा ही हुआ है, खासकर पिछले एक साल में. लेकिन, लेकिन. हमें इसकी ग्रोथ और स्पीड को देखकर ही निवेश करना नहीं शुरू कर देना चाहिए, हमें इस बाजार के हर पहलू को समझना चाहिए. और इसी क्रम में हम इस लेख में आपको क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) के बारे में बता रहे हैं, जो कि क्रिप्टो इकोसिस्टम का एक बहुत ही अहम हिस्सा है.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?
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क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग होती है. ट्रेडिंग में क्रिप्टो को दूसरे किसी असेट (यानी या तो कोई दूसरा क्रिप्टो कॉइन या टोकन, या फिर फ्लैट करेंसी यानी रुपया, डॉलर वगैरह) की खरीद-बिक्री के लिए इस्तेमाल किया जाता है. क्रिप्टो एक्सचेंज खरीददार और विक्रेता के बीच में इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ की तरह काम करते हैं. इनकी आय के स्रोत कमीशन और ट्रांजैक्शन फीस होती हैं.
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज काम कैसे करता है?
एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज किसी ब्रोकरेज फर्म की तरह काम करता है, यानी यह बायर और सेलर के बीच का माध्यम होता है. किसी एक्सचेंज के हिसाब से निवेशक पेमेंट के किसी भी माध्यम जैसे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर, कार्ड ट्रांजैक्शन, यूपीआई वगैरह से इसपर अपना पैसा डिपॉजिट कर सकते हैं, जिसे वहां से क्रिप्टो कॉइन या टोकन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह सुविधा उपलब्ध कराने के बदले निवेशक को क्रिप्टो एक्सचेंज को एक फीस देनी होती है.
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के लिए ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बहुत आसान है. लेकिन, ऐसा प्लेटफॉर्म ढूंढने के लिए, जो आपको बेसिक सुविधाएं तो दे ही, कुछ दूसरे बेनेफिट्स भी दे, इसके लिए आपको थोड़ी रिसर्च करनी पड़ेगी. मान लीजिए आप देश के पॉपुलर एक्सचेंज WazirX के साथ अपना अकाउंट खोलना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको ये स्टेप फॉलो करने होंगे-
- अपने स्मार्टफोन में WazirX ऐप डाउनलोड करिए और इसकी वेबसाइट पर जाकर साइन ट्रेडिंग ऐप क्या होता है अप करिए.
- साइन अप के लिए अपनी एक ईमेल आईडी डालिए और एक पासवर्ड सेट करिए.
- आपको इस ईमेल आईडी पर एक ईमेल आएगा, वहां जाइए, उसमें आपको Verify Email का ऑप्शन आएगा, जिसपर क्लिक करिए.
- इसके बाद आपके सामने चेकबॉक्स होगा, जिसपर क्लिक करने से पहले जरूरी है कि आप सभी टर्म्स एंड कंडीशन पढ़ लें. फिर चेकबॉक्स पर क्लिक करें.
लेकिन आपको ट्रेडिंग शुरू करने से पहले एक KYC (Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रोसेस से गुजरना होगा, जोकि अलग-अलग एक्सचेंज पर अलग-अलग हो सकता है.
क्रिप्टो एक्सचेंज क्या-क्या सुविधाएं देते हैं?
भारत में WazirX, CoinDCX, Binance और Unocoin जैसे एक्सचेंज सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं और इस्तेमाल किए जाते हैं. उदाहरण के लिए WazirX पर निवेशक क्रिप्टो कॉइन्स की आसानी से बाइंग, सेलिंग और ट्रेडिंग कर सकते हैं. WazirX निवेशकों को P2P (Peer-to-Peer) नेटवर्किंग की सुविधा भी देता है, जिसमें निवेशक सीधे दूसरे निवेशक के साथ ट्रेडिंग कर सकते हैं, इसमें उन्हें किसी थर्ड पार्टी और मध्यस्थ की जरूरत नहीं पड़ती है. सबसे दिलचस्प बात कि आप क्रिप्टो एक्सचेंज पर क्रिप्टो को फ्लैट करेंसी यानी रुपया, डॉलर जैसी ट्रेडिशनल करेंसी में भी कन्वर्ट करा सकते हैं, जोकि कन्वर्जन के बाद निवेशक के सोर्स अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है.
Olymp trade, Binomo जैसे बाइनरी ट्रेडिंग एप से रहिए सावधान, कमाने के बजाय डूब जाएगा पैसा
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
क्यों है खतरनाक
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब ट्रेडिंग ऐप क्या होता है 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
फिलहाल भारत में यह एप हो रहे हैं पॉपुलर
आजकल सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बाइनरी ट्रेडिंग कराने वाले एप का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। यह मोबाइल एप लोगों को जल्द से जल्द पैसा कमाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, लेकिन वास्तविकता में इनमें अगर आप निवेश करते हैं, तो फिर पैसा बढ़ने के बजाए डूबेगा।
करते हैं लाखों रुपये कमाने का वादा
कम निवेश में यह बाइनरी ट्रेडिंग एप लोगों को ज्यादा पैसा कमाने का वादा करते हैं। इन कंपनियों का कहना होता है कि लोग 10 डॉलर (700 रुपये) के छोटे से निवेश से एक माह बाद 10000 हजार डॉलर (7 लाख रुपये) तक कमा सकते हैं। हालांकि ऐसा हकीकत में कुछ भी नहीं होता है। यह एक तरह का छलावा है, जैसा हाल ही में क्लिक एंड लाइक, बाइक बोट, स्पीक एशिया ने लोगों के साथ किया था और लाखों लोगों के करोड़ों रुपये डूब गए थे।
क्यों है खतरनाक
बाइनरी ट्रेडिंग एप इसलिए भी खतरनाक हैं, क्योंकि इनको भारत में व्यापार करने के लिए किसी भी तरह की मान्यता सेबी, आरबीआई या सरकार से नहीं मिली है। वहीं अगर कोई व्यक्ति थोड़े बहुत पैसे भी इन बाइनरी एप से कमा लेता है, तो वो फेमा कानून के तहत फंस सकता है। दूसरी तरफ इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन टैक्स हैवेन देशों में हैं, जहां से आप किसी तरह की कोई मदद नहीं पा सकते हैं।
इन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने भी अपने एक्सचेंज पर मान्यता नहीं दी हुई है। विदेश में इनका बिजनेस ठप सा पड़ गया है, इसलिए अब इन्होंने अपना रूख भारत की तरफ मोड़ लिया है। यह एक तरह का जुआ है, जिसमें 98 फीसदी लोग अपनी रकम को डूबा देते हैं। केवल दो फीसदी लोग ही कुछ पैसा कमा पाते हैं।
ऐसे काम होता है बाइनरी ट्रेडिंग में
बाइनरी ट्रेडिंग में विदेशी मुद्रा, क्रिप्टोकरेंसी और सोने-चांदी जैसी कमोडिटी में ट्रेडिंग करने का ऑप्शन दिया जाता है। यहां पर लोगों को अनुमान लगाना होता है कि फलां कमोडिटी कितना आगे या फिर नीचे जाएगी। मान लीजिए आपने डॉलर पर अनुमान लगाया कि वो अगले एक से पांच मिनट में नीचे जाएगा, और आपने 10 डॉलर के साथ स्ट्राइक लगाई। अब एक मिनट में जो डॉलर नीचे जा रहा था, वो एकदम से ऊपर चला जाएगा। इससे आपके वो 10 डॉलर भी डूब जाएंगे। आप जितना भी पैसा लगाएंगे वो डूबता ही चला जाएगा।
शुरुआत में यह कंपनियां रजिस्ट्रेशन करने के बाद 10 हजार डॉलर का वर्चुअल पैसा डालती हैं, जिससे लोग इसके बारे में पूरी तरह से ज्ञान ले लें। लोग वर्चुअल में जब खेलकर थोड़ा भी ज्ञान ले लेते हैं, तब इसमें पैसा निवेश करते हैं।
कम से कम 3000 डॉलर का निवेश
अगर आपने यहां से थोड़ा सा भी पैसा कमा लिया तो वो आप निकाल नहीं पाएंगे। इन ट्रेडिंग एप पर आपको कम से कम तीन हजार डॉलर (करीब 2,10,000 रुपये) का निवेश करना होगा, तभी वो व्यक्ति इन खातों से जीता हुआ पैसा निकाल सकेगा। अगर उसने इतना पैसा नहीं निवेश किया तो उसको खाते से पैसा निकालने के लिए अनुमति नहीं मिलेगी।
हालांकि लोगों को निवेश करने के लिए अपने डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड (वीजा या मास्टरकार्ड) से पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। एक बार जहां आपने अपने कार्ड की डिटेल्स दे दी, तो समझ लीजिए कि आपका खाता हैक होने में देर नहीं लगेगी।
केवल नाम और ईमेल आईडी से सेकंडों में बनेगा खाता
लोगों को इन ट्रेडिंग एप पर केवल अपना नाम और ईमेल आईडी देनी होती है, जिसके तुरंत बाद ही खाता बन जाता है। यह कंपनियां किसी भी तरह का पासवर्ड या एप को इंस्टॉल करने के बाद लॉगआउट का ऑप्शन भी नहीं देती हैं।
Zerodha Kite क्या है और ज़ेरोधा काइट कैसे यूज़ करे?
भारत में कई निवेश और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध हैं जिनमे से एक ज़ेरोधा काइट भी है जो ज़ेरोधा नामक भारतीय वित्तीय सर्विस कंपनी जो खुदरा ब्रोकरेज, कमोडिटी ट्रेडिंग, म्यूचुअल फंड जैसी सर्विस प्रदान करती है, उसकी एक अप्लिकेशन है, यहा विस्तार से जानिए Zerodha Kite Kya hai और Zerodha Kite Kaise Use Kare?
ज़ेरोधा काइट क्या है? (Zerodha Kite kya hai in Hindi)
ज़ेरोधा काइट एक निवेश और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो उत्कृष्ट उपयोगिता के साथ शेयर बाजारों में आसानी से निवेश करने के काम आता है, इसके इस्तेमाल से पोर्टफोलियो को खरीदना & बेचना, उसका विश्लेषण करना और प्रबंधित करना, सब कुछ बहुत आसान है।
जेरोधा काइट एक प्रकार का वेब ट्रेडिंग एप्लिकेशन है जो निवेशको को कई फील्ड में Invest और Trading करने की अनुमति प्रदान करता है। इसकी ख़ास बात यह है कि इसमे निरंतर नये-नये इनोवेटिव अपडेट आते रहते है। यहा इससे जुड़ी और भी बहुत सारी जानकारी जैसे – ट्यूटोरियल, डेमो, मॅन्यूयल दी गयी है। जिससे आपको यह समझने में आसानी होगी कि यह अप्लिकेशन ट्रेडिंग की जरूरतों के लिए कितनी आवश्यक है।
जेरोधा काइट ऐप (Zerodha Kite App Hindi)
जेरोधा काइट ऐप (Zerodha Kite App) उपयोग करने में काफ़ी आसान और अच्छी स्पीड & प्रदर्शन वाली है जिसमे काफ़ी हद तक डाटा एक्यूरेसी रहती है और जिसकी एनालिसिस टूल्स उपयोगी होने के साथ ही ज़ेरोधा काइट अप्लिकेशन विश्वसनीयता पूर्वक इस्तेमाल करने योग्य है। ज़ेरोधा काइट सिर्फ एक ऐप नहीं है, बल्कि एक पूरा ईकोसिस्टम है जो ऐसे निवेश ऐप्स की भी खोज करता है जो कि काइट पर आपके ट्रेडिंग अनुभव में मूल रूप से एकीकृत होते हैं। इसकी कुछ ख़ास बातें इस प्रकार है, जैसे –
जेरोधा काइट ऐप डाउनलोड
ज़ेरोधा काइट एप को आप गूगल प्ले स्टोर या iOS स्टोर से डाउनलोड कर सकते है, फिर डाउनलोड के बाद, डिस्काउंट ब्रोकर द्वारा प्राप्त वैध क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल करके आप Zerodha Kite मे Login कर सकते है। किसी वेब ब्राउज़र में इसे ओपन करने के लिए यहा क्लिक करे!
ज़ेरोधा काइट गूगल क्रोम एक्सटेंशन
Zerodha Kite Chrome Extension के ज़रिए आप मात्र एक क्लिक में सूचीबद्ध शेयरों को खरीद और बेच सकते है, इसके साथ ही आप कुछ टॉप स्रोतों से मार्केट फ़ीड भी देख पाएँगे!
यदि आप एक जेरोधा ग्राहक हैं, तो इसका उपयोग करने के लिए क्रोम ब्राउज़र में Zerodha Kite Google Chrome Extension Download और Install करना होगा!
ज़ेरोधा काइट कैसे यूज़ करे? (How to use Zerodha Kite in Hindi)
यदि आप एक नये ज़ेरोधा यूज़र या नये ट्रेडर हो तो आप ट्रेडिंग अप्लिकेशन और प्लॅटफॉर्म के फीचर्स से आसानी से कन्फ्यूज़ हो सकते है, अन्य स्टॉक ब्रोकर की तरह ज़ेरोधा भी अपने एक प्लॅटफॉर्म ज़ेरोधा काइट के माध्यम से स्टॉक में ट्रेडिंग करने की सेवा उपलब्ध करवाता है, यह प्लॅटफॉर्म आप 2 तरीक़ो से इस्तेमाल कर सकते हो – Zerodha Kite App और Zerodha Console…इन दोनो तरीक़ो से ज़ेरोधा काइट को यूज़ करने के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप विज़िट करे – How to use it?
ज़ेरोधा काइट मैन्युअल (Zerodha Kite Manual in Hindi)
खाता खोलने के बाद, Welcome ईमेल भेजा जाता है, अपना पासवर्ड सेट करने के लिए इस ईमेल के लिंक पर क्लिक करना होता है। साथ ही 2fa प्रमाणीकरण के रूप में, एक 6 अंकों का पिन सेट करना होता है। इसके बाद प्रत्येक Login के लिए काइट पासवर्ड और पिन दर्ज करने की आवश्यकता होगी।
यदि आपने अपना पासवर्ड दर्ज किया है और यदि आप 10 बार गलत पिन लगा देते है फिर आप 11वीं बार भी गलत विवरण के साथ लॉग इन करने का प्रयास करते हैं, तो आपका खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा। एक बार ब्लॉक हो जाने पर, आपको 080-47181888 पर संपर्क करके अनब्लॉक करने के लिए निवेदन करना होगा।
जब आप पहली बार काइट में लॉग इन करते हैं तो आपको प्लेटफॉर्म विज़िट करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। आप इसे ऊपरी दाएं कोने में स्थित मेनू से फिर से एक्सेस कर सकते हैं।
आप अपनी खुद की प्रोफाइल पिक्चर सेट करके काइट को पर्सनलाइज़ कर सकते हैं जो लॉग-इन पेज पर भी दिखाई देगी। अपना प्रोफ़ाइल फोटो सेट करने के लिए, ऊपरी दाएं कोने में ड्रॉप-डाउन मेनू से माइ प्रोफ़ाइल चुनें। आप इस सेक्शन से अपना पासवर्ड भी बदल सकते हैं। ज़्यादा समझने के लिए क्लिक करे – Kite User Manual
जेरोधा काइट ट्यूटोरियल (Zerodha Kite Trading Tutorial in Hindi)
इंडियन स्टॉक ब्रोकिंग फील्ड में जब डिस्काउंट ब्रोकिंग की बात की जाए तो ज़ेरोधा काइट टेक्नोलॉजी इनोवेटर्स के रूप में ख़ास है। जेरोधा के इस ट्रेडिंग अप्लिकेशन में अच्छा यूज़र एक्सपीरियेन्स मिलता है।
जेरोधा काइट उपयोग में आसान हटम्ल5 पर आधारित अप्लिकेशन हैं, जिसके लिए यूज़र्स को किसी भी ने सॉफ़्टवेयर को डाउनलोड करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है। साथ ही यह मोबाइल और वेब दोनों ही संस्करणों में यूज़र्स के लिए उपलब्ध है।
इसको मोबाइल सहित किसी भी डिवाइस के इस्तेमाल से कोई भी वेब ब्राउज़र से एक्सेस आसानी से एक्सेस्स कर सकते है। भारत में इसका इस्तेमाल 8 लाख से ज़्यादा ग्राहक करते है और इसके माध्यम से रोजाना 200M अनुरोधों को संसाधित किया जाता है ऐसा जेरोधा का कहना है।
Zerodha Kite के Trading Tutorial को विस्तार से समझने के लिए यहा विज़िट करे – ज़ेरोधा काइट ट्यूटोरियल
जेरोधा काइट डेमो (Zerodha Kite Full Demo in Hindi)
नीचे दिए गये वीडियो के माध्यम से आप लाइव ज़ेरोधा काइट डेमो में शेयरों के लिए पूरी खरीद और बिक्री प्रक्रिया को समझ सकते है…
ज़ेरोधा काइट में ऑर्डर के प्रकार (Order Types in Zerodha Kite Hindi)
जेरोधा काइट का इस्तेमाल करके 3 तरह के ऑर्डर दिए जा सकते हैं, जिसमें लिमिट ऑर्डर भी दे सकते है जिसमे ऑर्डर को एक निर्धारित मूल्य के आधार पर रखा जाता हैं।
एक जो ऑर्डर के लिए बाजार में मौजूद सबसे ज़्यादा मूल्य पर स्वचालित तौर पर पूरा होता है।
एक जो मूल्य खरीदने और बेचने दोनों के लिए काम करता हैं।
एक अन्य स्टॉप-लॉस ऑर्डर भी रखा जा सकता हैं।
यह वेब-एप्लिकेशन ऐसे यूज़र्स ट्रेडिंग ऐप क्या होता है के लिए एक उपयुक्त हो सकता है जो एक साथ कई प्रकार की सुविधाओं के साथ एक अच्छा प्रदर्शन करने वाले ट्रेडिंग प्लॅटफॉर्म को ढूँढ रहे हैं। एक नये ट्रेडर के लिए इस एप्लिकेशन की विशेषताओं को समझने में कुछ समय लग सकता है।