कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम

24 घंटे में किस क्रिप्टोकरेंसी ने कितना रिटर्न दिया?
Crypto Currency Apps 2022: क्रिप्टो में पैसा लगाने के लिए 6 बेस्ट और सुरक्षित ऐप्स
Crypto Currency Apps 2022: क्रिप्टो में पैसा लगाने के लिए 6 बेस्ट और सुरक्षित ऐप्स:- क्या आप किसी ऐसे Cryptocurrency Mobile App की तलाश कर रहें है जिससे आप Crypto “Buy” कर सकें। तो अब आपका इंतज़ार ख़त्म हुआ। इस लेख में हम आपको भारत के 6 Best Cryptocurrency Trading Apps के बारे में बताने जा रहें है। जिसके माध्यम से आसान और सुरक्षित तरीके से किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर के पैसा कमा सकते है। आपको ये सभी Cryptocurrency Apps आपको Refferal Income से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम भी पैसे कमाने का मौका देते है। यानि आप इन सभी App को अपने दोस्तों, रिश्तेदार आदि के साथ Refer करके भी पैसा कमा सकते है।
जानिए कौन सा App Cryptocurrency Buy करने के लिए सबसे अच्छा है
COINDCX
- 2018 में लॉन्च किया गया, यह मुंबई स्थित स्टार्ट-अप 3.5 मिलियन (35 लाख) से अधिक निवेशकों के साथ भारत में सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों में से एक के रूप में उभरा है।
- एक्सचेंज के कुछ प्रमुख आकर्षण यह हैं कि ट्रेडिंग शुल्क न्यूनतम है
- जमा और निकासी मुफ्त है
- जो उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी सुविधा है
- जो सीधे भारतीय रुपये और एक विशेष क्रिप्टोकुरेंसी के बीच व्यापार करना चाहते हैं।
- एक्सचेंज निवेशकों को 200 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी तक पहुंच प्रदान करता है।
- Zebpay एक लोकप्रिय क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के रूप में भी उभरा है
- क्योंकि ज्यादातर उपयोगकर्ता कहते हैं कि इसका एक साफ, हल्का और सरल यूजर इंटरफेस है।
- इसके अलावा, यह उपयोगकर्ताओं को विशेष सुरक्षा सुविधा प्रदान करता है
- जहां उपयोगकर्ता एक बटन के क्लिक के साथ सभी आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम कर सकते हैं।
- हालाँकि, एक्सचेंज के पास कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम ऑफ़र पर क्रिप्टोकरेंसी की अधिक सीमित विविधता है।
Wazirx
- यह एक्सचेंज सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में बना हुआ है।
- यह उपयोगकर्ताओं को INR, USD, Bitcoin में निवेश करने और यहां तक कि पीयर-टू-पीयर लेनदेन करने की अनुमति देता है।
- एक्सचेंज में अपनी खुद की क्रिप्टोक्यूरेंसी WRX भी है, जिसे INR का उपयोग करके खरीदा जा सकता है
- फिर अन्य क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक्सचेंज किया जा सकता है।
- ऐप की एक लोकप्रिय विशेषता यह है कि उपयोगकर्ता ऐप पर प्रदर्शित विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से टोकन कमा सकते हैं।
- इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान अपने मार्केटिंग प्रयासों के कारण इस एक्सचेंज को बहुत ध्यान मिला।
- 2017 में लॉन्च किया गया, यह अब भारत में शीर्ष -5 एक्सचेंजों में से एक बन गया है।
- इसकी सबसे आकर्षक विशेषताओं में से एक यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को ₹100 जितनी छोटी राशि के साथ व्यापार करने की अनुमति देता है।
- यह बहुत से नए उपयोगकर्ताओं से अपील करता है जो यह समझना चाहते हैं कि क्रिप्टो बाजार कैसे काम करता है बिना शुरुआत में इसमें बड़ी रकम डूबे।
Unocoin
- Unocoin भारत में सबसे पुराने क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों में से एक है, जिसे 2013 में स्थापित किया गया था, भारत में क्रिप्टोकरेंसी के बड़े होने से बहुत पहले।
- इस समय कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम मंच में लगभग 1.5 मिलियन (15 लाख) पंजीकृत निवेशक हैं।
- ऐप की एक दिलचस्प विशेषता यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को बिक्री निर्धारित करने की अनुमति देता है
- जो उपयोगकर्ताओं को एक निश्चित तिथि और समय पर अपनी क्रिप्टोकरेंसी की एक निश्चित राशि को स्वचालित रूप से बेचने की अनुमति देता है।
- बिटबन्स क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग के लिए एक और ऐप है।
- एंड्रॉइड मोबाइल फोन और आईफोन दोनों पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध, ऐप आपको तीसरे पैनल के हस्तक्षेप के बिना altcoins खरीदने और बेचने की सुविधा देता है।
- ऐप में 100 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी सूचीबद्ध हैं
- जो लोकप्रिय बिटकॉइन और एथेरियम से लेकर अपेक्षाकृत नए शीबा इनु तक हैं।
- इसके अलावा, Bitbns वैश्विक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज OKEX के साथ अपनी साझेदारी के कारण किसी अन्य क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज की तरह व्यापार में आसानी प्रदान करता है।
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है?
किसी भी देश की मुद्रा जैसे भारतीय रुपया, अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड आदि उनके केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी तथा समर्थित होती हैं। यह भौतिक मुद्रा होती हैं जिसे आप देख अथवा छू सकते हैं और नियमानुसार किसी भी स्थान या देश में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं वहीं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in Hindi) एक प्रकार की डिजिटल या आभासी करेंसी (मुद्रा) होती है जिसे आप देख या छू नहीं सकते।
पहली क्रिप्टोकरेंसी जिसे बिटकॉइन के नाम से जाना जाता है कि शुरुआत साल 2009 में सतोषी नकामोटो नामक व्यक्ति द्वारा कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम की गई। इन्हीं ने सर्वप्रथम ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस मुद्रा का निर्माण किया। 2008 में जारी अपने एक रिसर्च पेपर में उन्होंने बताया कि किस प्रकार किसी विकेन्द्रीकृत मुद्रा के प्रयोग से बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थाओं को मध्यस्थ की भूमिका से बाहर किया जा सकता है। वर्तमान में दुनियाँ भर में तकरीबन 1500 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। जिनमें बिटकॉइन, लाइटकॉइन, ईथर, डैशकॉइन, रिपल आदि शामिल हैं।
क्रिप्टोकरेंसी की कार्यप्रणाली
क्रिप्टोकरेंसी एक बेहद महत्वपूर्ण तकनीक ब्लॉकचेन पर आधारित है। इस तकनीक की सहायता से किसी भी प्रकार की सूचना का एक विकेन्द्रीकृत बहीखाता या Ledger तैयार किया जा सकता है। इस नेटवर्क से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के पास सूचना का यह बहीखाता मौज़ूद होता है। वर्तमान में इस तकनीक का इस्तेमाल मुख्यतः क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में किया जा रहा है।
सामान्य बैंकिंग प्रक्रिया में लेन-देन का विवरण बैंकों द्वारा सत्यापित किया जाता है जबकि क्रिप्टोकरेंसी में किये गए विनिमय को ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से ब्लॉकचेन नेटवर्क से जुड़े कुछ लोगों जिन्हें माइनर्स कहा जाता है द्वारा सत्यापित किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी के किसी लेन-देन को सत्यापित कर उसे सूचना के एक ब्लॉक रूप में परिवर्तित करना बेहद जटिल गणितीय कार्य होता है जिसके लिए अत्यधिक कंप्यूटर क्षमता, विद्युत आपूर्ति तथा हाई स्पीड इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे
- चूँकि क्रिप्टोकरेंसी किसी देश या सरकार के नियंत्रण में नहीं है अतः किसी देश की आर्थिक स्थिति या आर्थिक निर्णयों जैसे नोटबंदी या घरेलू मुद्रा के अवमूल्यन का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
- जहाँ बैंकों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर लेन-देन करने में अधिक शुल्क तथा समय लगता है वहीं क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन त्वरित तथा अत्यंत कम शुल्क में हो जाता है।
- इसमें लेन-देन करने के लिए किसी पहचान पत्र आदि की आवश्यकता नहीं होती अतः किन्हीं दो व्यक्तियों के मध्य होने कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम वाला लेन-देन गुप्त रहता है।
- क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वाले व्यक्तियों की जानकारी पूर्णतः गोपनीय होती है अतः इसका प्रयोग गैर-कानूनी गतिविधियों जैसे किसी के निजी डेटा को बेचना, फिरौती, गैर-कानूनी वस्तुओं का व्यापार तथा मानव तस्करी आदि करने में भी किया जाता है।
- इसके इस्तेमाल में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसी गलत पते पर क्रिप्टोकरेंसी के हस्तांतरण हो जाने की स्थिति में उसे पुनः प्राप्त कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम नहीं किया जा सकता न ही उस व्यक्ति की पहचान करना संभव है।
- चूँकि क्रिप्टोकरेंसी पूर्णतः बाजार के नियंत्रण में है अतः कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम यह बहुत अस्थिर है। इसकी कीमतों में अचानक गिरावट आने की संभावना बनी रहती है जिससे ऐसी मुद्राओं में निवेश करने वाले निवेशकों की पूँजी डूब सकती है। उदाहरण के तौर पर साल 2013 में बिटकॉइन में एक ही दिन में 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
- क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में अत्यधिक मात्रा में कंप्यूटर क्षमता की आवश्यकता होती है जो ऊर्जा अपव्यय का एक मुख्य कारण है।
- सरकारों तथा केन्द्रीय बैंकों के नियंत्रण में न होने के चलते इसके प्रयोग से कर चोरी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रुख
साल 2018 में रिजर्व बैंक ने अपने द्वारा विनियमित सभी बैंकों एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं को क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार से स्वयं को अलग करने के निर्देश दिये तथा भारत मे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की सुविधा उपलब्ध कराने वाली विभिन्न कंपनियों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध न कराने का निर्णय लिया। इसके विरोध में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
4 मार्च 2020 को आए फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने रिजर्व बैंक के फैसले को खारिज़ करते हुए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के पक्ष में फैसला सुनाया। वर्तमान परिदृश्य में भारत मे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना गैरकानूनी नहीं है हालाँकि इनकी अस्थिरता को देखते हुए सरकार कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम इनमें निवेश करने से बचने की सलाह देती रही है। भारत मे क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट की सुविधा मुहैया कराने वाली कंपनियों में Unocoin, ZebPay आदि प्रमुख हैं।
क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत कब हुई थी?
क्रिप्टो करेंसी का अविष्कार साल 2008 में बिटकॉइन के रूप में हुआ जिसे सतोशी नाकामोतो नाम के अज्ञात व्यक्ति या समूह ने बनाया था। हालाँकि इसकी शुरुवात साल 2009 में हुआ क्योकि लगभग एक साल तक यह ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर की तरह डेवलपमेंट स्टेज पर था।
पूरी दुनिया में सबसे पहले किसी क्रिप्टोकरेंसी का एक्सचेंज साल 2009 में बिटकॉइन के कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम ट्रांसेक्शन के साथ हुआ, जिसे सातोशी नाकामोतो ने ही किया था।उन्होंने पुरे क्रिप्टो करेंसी के नेटवर्क (ब्लॉकचैन) की शुरुवात की। जिसे फाइनेंसियल मार्किट में सबसे बड़े अविष्कार के रूप में देखा जाता है।
बिटकॉइन के शुरुवात के साथ ही डिजिटल मुद्रा के क्षेत्र में एक नए युग का आरम्भ हुआ। जिसके बाद से ही लंबे या बड़े वर्ग, आपूर्ति और नई गणनाओं के साथ भविष्य की अर्थव्यवस्था के अनुकूल परिस्थितियों को ध्यान में रखकर डिजिटल मुद्रा बनाई जा रही है। जो की भविष्य में धन के रूप में भी इस्तेमाल हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे | Benifits of Cryptocurrency
अगर आप क्रिप्टो में निवेश की सोच रहे है तो इसके फायदों के बारे में जरूर जान लें। सबसे पहले तो यह एक विकेन्द्रीकृत (Decentralized) डिजिटल मनी है। इसलिए इस पर किसी भी संस्था, संगठन या सरकार का कोई भी हस्तक्षेप नहीं रहता यानी आपके निवेश पर आपका पूरा नियंत्रण रहेगा।
इसमें अपने एसेट्स के साथ कुछ भी करने के लिए आपको किसी से भी अनुमति की जरुरत नहीं होती, इसमें पूरा हक़ आपका होता है। चूँकि यह क्रिप्टोग्राफ़ी और ब्लॉकचैन पर आधारित है इसलिए सुरक्षा के मामले में बेहद सुरक्षित है।
दूसरा यह निवेश के नजरिये से काफी फायदेमंद साबित हो सकता है क्योकि यह तेजी से घटता बढ़ता है। और ऐसे कॉइन जिनकी सप्लाई सिमित है, समय समय में कॉइन बर्न किये जाते है और मजबूत आधार है ऐसे एसेट्स आपको मुद्रास्फीति (inflation) या महँगाई दर से बचा सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान | Disadvantages of Cryptocurrencies
ढेरो खुबिया होने के बावजूद इसमें बहुत सी खामिया भी है। इसे इस्तेमाल करना यानी इसके वॉलेट का प्रयोग, ट्रांसेक्शन करना, अपने क्रिप्टो को सुरक्षित करना आदि सीखने में थोड़ा समय लगता है यानि वर्तमान में यह पूरी तरह से यूजर फ्रेंडली नहीं है। पर जिस तेजी से लोग इसमें जुड़ते जा रहे है इसमें बहुत तेजी से सुधर हो रहा है।
और इसमें आपके क्रिप्टो के साथ कुछ भी होने पर केवल आप ही जिम्मेदार होंगे क्योकि आपके एसेट्स पर आपका पूरा नियंत्रण रहता है इसलिए आपको इसकी सुरक्षा भी खुद ही करनी होगी। थोड़ी सी भी चूक होने पर आप अपना पूरा क्रिप्टो (एसेट्स) हमेशा के लिए खो सकते है। और इन सबकी शिकायत के लिए ग्राहक सहायता जैसी कोई भी सुविधा नहीं होती। यानी थोड़ी सी चूक नुकसान दायक हो सकता है। इसलिए क्रिप्टो और विकेन्द्रीकृत में सिक्योर रहने के लिए आपको सुरक्षा प्रोटोकॉल का ध्यान से पालन करें।
रिकॉर्ड उछाल के बाद Bitcoin 60,000 डॉलर से नीचे, Ethereum समेत अन्य Altcoins में भी गिरावट, जानिए क्या है वजह
मंगलवार को बिटकॉइन (Bitcoin) समेत सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में तेज गिरावट दर्ज की गई.
Cryptocurrency News: पिछले कुछ हफ्तों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद मंगलवार को बिटकॉइन (Bitcoin) समेत सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में तेज गिरावट दर्ज की गई. CoinMarketCap के आंकड़ों से पता चलता है कि बिटकॉइन 60,000 डॉलर के स्तर से नीचे चला गया है. इसमें सात दिनों में ही 11 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई है. इसके साथ ही, इथेरियम (Ethereum) 11.38 प्रतिशत गिरावट के साथ 4,176 डॉलर हो गया, जो 12 नवंबर को 4,808 डॉलर पर था. इसके अलावा, अन्य सभी टॉप altcoins जैसे, Binance Coin, Solana, Cardano, XRP, Polkadot, Dogecoin, और Shiba Inu ने पिछले सात दिनों और 24 घंटों में डबल डिजिट में गिरावट दर्ज की है, हालांकि इसमें USD Coin और Tether शामिल नहीं हैं. इस रिपोर्ट को लिखे जाने के समय, बिटकॉइन 28 अक्टूबर के बाद सबसे कम प्राइस 59,408 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. बिटकॉइन 10 नवंबर को 68,622 डॉलर के अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर था, जिसके सात दिन बाद ही यह गिरावट आई है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
Mudrex के CEO और को-फाउंडर एदुल पटेल ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन को बताया, “बिटकॉइन के प्राइस एनालिसिस से पता चलता है कि पिछले एक महीने से इसका कारोबार लगातार नीचे की ओर जा रहा है. हालांकि, कुछ बड़े प्लेयर्स द्वारा भारी निवेश की वजह से बिटकॉइन बढ़ता रहा. जब ट्रेड वॉल्यूम कम होता है, तो कुछ बड़े प्लेयर बाजार को अपनी पसंद के हिसाब से दिशा दे सकते हैं. और जब बियर हावी होता है, तो रिटेल प्लेयर बाजार को और नीचे लाते हुए कवर के लिए दौड़ पड़ते हैं. यह ठीक वैसा ही था जैसा हमने पिछले 24 घंटों में देखा.”
24 घंटे में किस क्रिप्टोकरेंसी ने कितना रिटर्न दिया?, 5576% तक का मिल गया रिटर्
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बैंक में सालाना कितना ब्याज मिलता है? 3.5 से लेकर 7-8 परसेंट तक. लेकिन सोचिए आपने किसी क्रिप्टोकरेंसी में पैसा डाला हो और 24 घंटे के भीतर उसकी कीमत 5576% बढ़ जाए तो आप क्या कहेंगे. जी हां, पिछले 24 घंटे में 7 ऐसी क्रिप्टोकरेंसी हैं जिसमें 100%-5576% तक का उछाल आया है.
5576 प्रतिशत रिटर्न का क्या मतलब है?
इस रिटर्न को कैलकुलेट करते हैं. जिस क्रिप्टोकरेंसी ने पिछले 24 घंटे में इतनी तेजी दिखाई है उसका नाम है ग्रैविटोकेन. ग्रैविटोकेन की कीमत 0.00024035 डॉलर प्रति कॉइन है. रुपए में देखें तो लगभग एक कॉइन 0.018 पैसे में मिल जाएगा. बहरहाल, मान लो किसी ने इसमें 1 लाख रुपए निवेश किए होंगे, तो जिस तरह का रिटर्न पिछले 24 घंटे में इस क्रिप्टोकरेंसी में मिला है, उस निवेशक के रुपए करोड़ों में तब्दील हो गए होंगे.