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शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर

शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर
बजट के बाद से शेयर मार्केट में जारी है गिरावट (Express photo by Ganesh Shirsekar)

शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 233 अंक गिरकर बंद

आज कंज्यूमर ड्यूरेबल, आईटी, ऑटो, हेल्थकेयर और एफएमसीजी स्टॉक्स में गिरावट दर्ज हुई है. वही रियल्टी सेक्टर में आज खरीदारी रही.

शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 233 अंक गिरकर बंद

TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा

Updated on: Mar 25, 2022 | 6:02 PM

शेयर बाजार में शुक्रवार (stock market today) को लगातार तीसरे दिन गिरावट रही और प्रमुख इंडेक्स (Sensex and nifty) आज करीब आधा प्रतिशत नुकसान में रहे. वैश्विक शेयर बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले एचडीएफसी बैंक, टीसीएस और इन्फोसिस में गिरावट से बाजार नीचे आया. आज के कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 233.48 अंक यानी 0.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,362.20 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 495.44 अंक लुढ़क कर 57,100.24 पर पहुंच गया था. इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 69.75 अंक यानी 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,153 अंक पर बंद हुआ.

क्यों आई बाजार में गिरावट

शेयर बाजार में आज की गिरावट विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों की वजह से देखने को मिली है. जुलियस बेअर के कार्यकारी निदेशक मिलिंद मुचाला ने कहा, ‘‘भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. वैश्विक मार्चे पर खासकर भू-राजनीतिक स्थिति तथा फेडरल रिजर्व के फिर से नीतिगत दर बढ़ाने की खबरों को लेकर बाजार में प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. बाजार के लिये अल्पकाल में दो प्रमुख चुनौतियां मुद्रास्फीति दबाव का बने रहना और बांड प्रतिफल में तेजी है.’’एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा जबकि जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी मामूली लाभ में रहे. अमेरिकी शेयर बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुआ. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 117.32 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

कहां हुई आज कमाई और कहां नुकसान

सेंसेक्स के तीस शेयरों में टाइटन, टेक महिंद्रा, मारुति सुजुकी इंडिया, विप्रो, नेस्ले इंडिया, टीसीएस, लार्सन एंड टूब्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टाटा स्टील और एचडीएफसी में गिरावट रही.दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में डा. रेड्डीज लेबोरेट्रीज, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज लि., भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक शामिल हैं सेक्टर इंडेक्स में रियल्टी इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली इंडेक्स आज 1.शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर 22 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ है. वहीं सरकारी बैंकों में आधा प्रतिशत की बढ़त रही है. ऑयल एंड गैस, मीडिया और मेटल भी आज हरे निशान में रहे हालांकि इनकी बढ़त आज सीमित थी. दूसरी तरफ कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर करीब 2 प्रतिशत और आईटी सेक्टर इंडेक्स एक प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ है. ऑटो, हेल्थकेयर और एफएमसीजी सेक्टर में आधा प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली.

शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी, सेंसेक्स 792 अंक गिरकर हुआ बंद, निफ्टी 10,317 से नीचे

प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 792.17 अंक और टूटकर 34,376.99 अंक पर और निफ्टी 282.80 अंक के नुकसान से 10,316.45 अंक पर बंद हुए.

शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी, सेंसेक्स 792 अंक गिरकर हुआ बंद, निफ्टी 10,317 से नीचे

खास बातें

  • शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी
  • सेंसेक्स 792 अंक गिरकर हुआ बंद
  • निफ्टी 10,317 से नीचे

देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज की गई है. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 792.17 अंक और टूटकर 34,376.99 अंक पर और निफ्टी 282.80 अंक के नुकसान से 10,316.45 अंक पर बंद हुए. इस गिरावट के साथ निवेशकों को भारी नुकसान होने का अनुमान है. निवेशकों को इससे लाखो-करोड़ों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. डॉलर के मुकाबले रुपये के 74 को पार करने तथा रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा में बाजार शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर की दृष्टि से अप्रत्याशित रुख अपनाए जाने के के साथ साथ वैश्विक बाजारों में गिरावट के संकेतों बीच बाजार में यह तेज गिरावट रही. रिजर्व बैंक ने अपनी नीतिगत ब्याज दर स्थिर रखी है लेकिन अपने नीतिगत रुख को ‘तटस्थ’ की जगह ‘‘नपे-तुले तरीके से कड़ा करने’’ की घोषणा की है. केंद्रीय बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा. कारोबारियों के अनुसार वैश्विक बाजार में बिकवाली का असर शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर घरेलू बाजार पर भी दिखा. अमेरिकी बांड बाजार में रिटर्न कई साल के उच्च स्तर पर पहुंचने तथा मजबूत आर्थिक आंकड़ों के बीच फेडरल रिजर्व की टिप्पणी से महंगाई दर बढ़ने की आशंका बढ़ी है.

आरबीआई की मौद्रिक नीति के तुरंत बाद अमेरिकी डालर के मुकाबले घरेलू रुपया कारोबार के दौरान 74.23 पर पहुंच गया. तीस शेयरों वाला सूचकांक पूरे सत्र के दौरान नकारात्मक दायरे में रहा. आरबीआई के प्रमुख नीतिगत दर को यथावत रखने लेकिन अपने रुख को आने वाले समय में सधे हुए ढंग से कड़ा किये जाने के निर्णय से बिकवाली गतिविधियां तेज हुई. सेंसेक्स एक समय 34,202.22 तक चला गया, लेकिन अंत में 792.17 अंक या 2.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,376.99 अंक पर बंद हुआ. यह 23 अप्रैल के बाद सेंसेक्स का निचला स्तर है. उस दिन यह 34,450.77 अंक पर बंद हुआ था. रुपये में गिरावट तथा कच्चे तेल के दाम में उछाल के बीच तीन दिन में सेंसेक्स 2149.15 अंक टूट चुका है.

नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 282.80 अंक या 2.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,316.45 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,261.90 के न्यूनतम स्तक तक चला गया था. मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 5:1 के बहुमत से यथास्थिति बनाये रखने का समर्थन किया. समिति के एकमात्र सदस्य चेतन घाटे ने रेपो दर 0.25 प्रतिशत बढ़ाने का समर्थन किया. बाजार यह उम्मीद कर रहा था कि छह सदस्यीय एमपीसी मौद्रिक नीति समीक्षा में कम-से-कम 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करेगी.

VIDEO: सिंपल समाचार : शेयर बाज़ार के अच्छे दिन ख़त्म?

सेंसेक्स-निफ्टी जोरदार चोट के साथ हुए धड़ाम, शेयर मार्केट में मचा हाहाकार

Share Market Latest Update Today

Share Market Latest Update Today: आज शेयर बाजार में खुलने के साथ ही हाहाकार मचने वाली स्थिति पैदा हो गई. सेंसेक्स-निफ्टी में रिकॉर्ड तोड़ गिरावट से हर कोई सकते में है. एक हफ्ते की लंबी राहत के दौर के बाद आज गुरुवार को फिर से बाजार ठंडा पड़ गया. सेंसेक्स-निफ्टी शुरुआती कारोबार में ही आज 2 फीसदी से ज्यादा के नुकसान पर रहे, हालांकि बाजार खुलने से ही भारी गिरावट के संकेत मिल रहे थे. प्री-ओपन में बीएसई सेंसेक्स 1500 अंक से ज्यादा गिरा था. वहीं निफ्टी में 300 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.

ग्लोबल मार्केट का रहा असर
जानकार घरेलू बाजार में आई इस तबाही की बड़ी वजह अमेरिकी शेयर बाजारों में आई गिरावट को बता रहे हैं. कल यानि बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में सुनामी वाला मंजर बना हुआ था. ऐसा ही हाल ग्लोबल मार्केट का रहा. जिसका प्रभाव एशियाई मार्केट पर आज नजर आया. सेंसेक्स आज शुरुआती शेयर बाजार में फिर गिरावट का दौर दौर में ही 53,070.30 के स्तर पर खुला वहीं निफ्टी की भी शुरुआत लाल निशान से हुई है.

बुधवार को भी मार्केट गिरावट के साथ हुआ था बंद
बीते दिन यानि बुधवार को भी शेयर बाजार रेड जॉन में ही बंद हुआ, शुरुआती बढ़त के बाद दोपहर बाद से ही बाजार में गिरावट दिखने लगी थी. कारोबार समाप्त होने पर कल सेंसेक्स 109.94 अंक की गिरावट के बाद 54208.53 अंक पर बंद हुआ वहीं निफ्टी में 19 अंकों की गिरावट के बाद 16240.30 अंक पर बंद हुआ.

शेयर बाजार में गिरावट, फि‍र भी भरी एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा के निवेशकों की झोली, जान‍िए कारण

बजट के बाद से ही शेयर मार्केट में गिरावट जारी है, लेकिन सरकारी बैंक से निवेशकों को काफी अच्छा रिटर्न मिला है।

शेयर बाजार में गिरावट, फि‍र भी भरी एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा के निवेशकों की झोली, जान‍िए कारण

बजट के बाद से शेयर मार्केट में जारी है गिरावट (Express photo by Ganesh Shirsekar)

शेयर बाजार में बजट के बाद से ही गिरावट का दौर चल रहा है। यदि बाजार के मुख्य सूचकांक की बात करें तो सेंसेक्स और निफ्टी क्रमशः 2000 और 600 पॉइंट्स तक नीचे लुढ़क चुके हैं। वही इसके बावजूद बड़े और छोटे सरकारी बैंकों ने निवेशकों को मालामाल किया हैं। देश के बड़े सरकारी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक की बात करें तो यह बजट के बाद से लगातार तेजी दिखा रहे हैं और अब तक अपने निवेशकों को 5% से 15% तक का रिटर्न दिया हैं।

सरकारी बैंकों शेयरों की तेजी की बड़ी वजह

दिसंबर तिमाही शानदार नतीजे : शेयर बाजार में इन दिनों नतीजों का सीजन चल रहा हैं। सभी कंपनियां दिसंबर तिमाही के नतीजे पेश कर रही हैं। वही सरकारी बैंकों ने दिसंबर तिमाही में शानदार नतीजे पेश किए। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई के मुनाफे में 62% बढ़कर 8432 करोड़ रुपए पहुंच गया है वही एक अन्य सरकारी बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा के मुनाफा भी 107% उछाल के साथ 2109 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। जो बाजार और दिग्गज ब्रोकरेज हाउसेस को काफी पसंद आए।

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कर्ज की मांग में इजाफा : वर्तमान समय में ब्याज दर कम होने से बैंकों को बड़ी मात्रा में फायदा मिलता हुआ नजर आ रहा है जिस वजह से देश में कर्ज की मांग लगातार बढ़ रही है। जिसे बैंकों की आय में वृद्धि देखने को मिल रही है। वही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ बड़ौदा की ब्याज से इनकम की बात करें तो इनमें 6.5 से 14% तक की वृद्धि देखने को मिली है।

सस्ते वैल्यूएशन : बड़े सरकारी बैंक बड़े प्राइवेट बैंकों के मुकाबले वैल्यूएशन में काफी सस्ते हैं। जिस वजह से निवेशक जमकर सरकारी बैंकों में पैसा लगा रहे हैं।

राकेश झुनझुनवाला भी कर चुके है निवेश: भारतीय शेयर बाजार के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला सरकारी बैंकिंग शेयरों पर काफी बुलिश नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार उनका मानना है कि आने वाले वर्षों में सरकारी बैंक बड़े आराम से 15 से 20% तक का वार्षिक रिटर्न दे सकते है। वहीं पिछले वर्ष राकेश झुनझुनवाला ने देश के तीसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक केनरा बैंक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल किया था। वर्तमान में राकेश झुनझुनवाला की केनरा बैंक में 1.6 फीसदी (29,097,400 इक्विटी शेयर) हिस्सेदारी है।

कोरोनावायरस की चिंता के बीच शेयर बाजारों में गिरावट का दौर जारी, सेंसेक्स 1009 प्वांइट और निफ्टी 294 अंक गिरा

चीन से फैले कोरोनावायरस का असर अब वैश्विक बाजार पर भी दिखने लगा है. जिसकी वजह से शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है.

share market crash

फोटो-सोशल मीडिया

मुंबई: कोरोना वायरस के महामारी का रूप लेने की आशंका के बीच लगातार पांच दिनों से गिरावट देख रहा शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी दिन धड़ाम हो गया. शुक्रवार को बाजार खुलते ही बाजार पूरी तरह से धाराशाई होता दिखा और 1009 प्वाइंट गिरकर 38,686 पर पहुंच गया. वहीं निफ्टी भी 294 अंक गिरकर 11338 पर पहुंच गया है.

चीन से फैले कोरोनावायरस का असर अब वैश्विक बाजार पर भी दिखने लगा है. जिसकी वजह से शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. शेयर बाजार के जानकारों का कहना है कि पिछले पांच दिनों से निवेशक तेजी से बाजार से अपना पैसा निकाल रहे हैं. यही नहीं अमेरिका का शेयरबाजार भी पिछले दस वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है. अमेरिका के शेयर बाजार में यह गिरावट 2008 की मंदी में देखने को मिली थी.

सप्ताह के आखिरी दिन शेयर बाजार का हाल

सेंसेक्स जहां 1009 प्वाइंट गिरकर 38736.65 पर पहुंच गया, वहीं निफ्टी भी 50 इंडेक्स 294 अंक गिरकर 11,338 के स्तर पर खुला, जबकि बैंक निफ्टी के हालात भी अच्छे नहीं रहे वह भी 742 अंक गिरा और यह 29444 पर खुला

शेयर बाजार में दिग्गज माने वाले सभी शेयर्स लाल निशान पर ट्रेड कर रहे हैं. जिसमें टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, जेएसडब्लू स्टील, हिंडाल्को, वेदांता, टेक महिंद्रा और इंफ्राटेल शामिल हैं.

बृहस्पतिवार को भी कोरोनावायरस के चलते वैश्विक बाजार में मंदी देखने को मिली थी. शेयर बाजारों में गुरुवार को भी कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला देखा गया था. बैंक, सूचना प्रौद्योगिकी और ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 143 अंक और नीचे आ गया.

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कारोबारियों ने कहा कि फरवरी माह के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहा.

बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 465.69 अंक टूटने के बाद अंत में 143.30 अंक या 0.36 प्रतिशत के नुकसान से 39,745.66 अंक पर बंद हुआ.

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.20 अंक या 0.39 प्रतिशत के नुकसान से 11,633.30 अंक पर आ गया. इस तरह पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,577.34 अंक नीचे पहुंच गया था.

गुरुवार को जहां सेंसेक्स की कंपनियों में ओएनजीसी में सबसे अधिक गिरावट दर्ज हुई. एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे. वहीं दूसरी ओर सनफार्मा, टाइटन, एशियन पेंट्स और एक्सिस बैंक के शेयर चढ़ गए थे.

निवेश का सुरक्षित विकल्प मानी जाने वाली संपत्तियों मसलन सोना और अमेरिकी बांड मजबूत हुए हैं. वहीं दुनियाभर के बाजार नीचे आए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका कोविड-19 को और फैलने से रोकने के लिए प्रयास कर रहा है.

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख बुनियादी शोध (निवेश सेवाएं)-एवीपी (इक्विटी अनुसंधान) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार नकारात्मक दायरे में रहे. कोरोना वायरस को लेकर निवेशकों की चिंता बढ़ी है. वे सोना और बांड जैसे सुरक्षित विकल्पों का रुख कर रहे हैं.

चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर, 2019 की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत पर स्थिर रहने का अनुमान लगाया गया है. इससे भी धारणा प्रभावित हुई.

सरकार दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़े शुक्रवार को जारी करेगा. कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जोरदार बिकवाली से भी खुदरा निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है.

शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार इस सप्ताह एफपीआई ने शुद्ध रूप से 6,812.57 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं.

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