तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज

तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज
नई दिल्ली
भारत में क्रिप्टो करेंसी को लेकर निवेशकों में क्रेज बढ़ रहा है। ऐसा लगता है कि निवेशक बिटकॉइन को नए जमाने का सोना मान रहे हैं। दुनिया में सोने की सबसे ज्यादा खपत भारत में होती है। इसका कारण यह है कि इसे सुरक्षित निवेश का सबसे अच्छा तरीका माना गया है। भारत में परिवारों के पास 25,000 टन से अधिक सोना है। इधर, Chainalysis cryptocurrency में भारत में निवेश एक वर्ष में $200 मिलियन से $40 बिलियन तक बढ़ गया है। यह तब है जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर खुश नहीं है। वह क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है। 32 वर्षीय उद्यमी रिची सूद उन निवेशकों में से एक हैं, जिन्होंने सोने के बजाय क्रिप्टो को अपनाया है।
Cryptocurrency bill 2021: Crypto Bill को लेकर चर्चा, अगर लगा बैन तो आम जनता पर क्या होगा असर?
Cryptocurrency bill 2021: इन दिनों क्रिप्टो करेंसी की खूब चर्चा हो रही है. लोगों में इसको लेकर खासा क्रेज भी है लेकिन इसी बीच खबर यह है कि संसद के शीतकालीन सत्र में भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी (Crypto Currency) से संबंधित विधेयक पेश कर सकती है जिसमें निजी क्रिप्टोकरेंसी (Crypto Currency) को प्रतिबंधित करने और आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को विनियमित करने के लिये ढांचा तैयार करने की बात कही गई है. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान निचले सदन में पेश किये जाने वाले विधेयकों की सूची में क्रिप्टोकरेंसी और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 सूचीबद्ध है. सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर क्रिप्टो करेंसी है क्या और इसे बैन क्यों करने की बात की जा रही है.
क्या है क्रिप्टो करेंसी | What is cryptocurrency?
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जिसका मूल्य तो होता है लेकिन इसे न तो देखा जा सकता न छूआ जा सकता है. यह सिर्फ डिजिटल रूप में होता है जिससे ऑनलाइन ही लेन-देन किया जा सकता है. जिस तरह से देश की सरकारें निश्चित मूल्य के बदले मुद्रा या कागजी नोट या सिक्के जारी करती है, उस तरह की यह बिल्कुल भी मुद्रा नहीं है. डिजिटल मुद्रा इनक्रिप्टेड यानी कोडेड होती हैं इसलिए इन्हें क्रिप्टोकरेंसी भी कहते हैं. इसका लेन-देन खाता-बही द्वारा प्रबंधित होता है जो इसकी पारदर्शिता को सुनिश्चि करती है. यह सब इनक्रिप्टेड होती है. शुरुआत में इसके वैल्यू को लेकर काफी आशंकाएं थीं. एक समय ऐसा था जब 10 हजार बिटकॉइन से सिर्फ दो पिज्जे खरीदे जा सके थे. आज यह सबसे महंगा मनी है. कई कंपनियों ने भी क्रिप्टोकरेंसी को स्वीकार करने की घोषणा की है.
बैन करने की चर्चा क्यों
दरअसल क्रिप्टो करेंसी में बेचने और खरीदने वाले के नाम का खुलासा नहीं होता इसलिए भी यह खतरनाक साबित हो सकता है. क्रिप्टो करेंसी का प्रयोग क्रिमिनल एक्टिविटी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गतिविधियों के लिए किया जा सकता है. क्रिप्टो करेंसी की खरीद-बिक्री पर भारतीय रिजर्व बैंक का कोई नियंत्रण नहीं रहेगा, इसलिए इसकी मांग और आपूर्ति से जुड़ी समस्या पैदा हो सकती है. इसके साथ ही ऊर्जा के उपयोग पर क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल बढ़ने की वजह से काफी असर पड़ तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी इतना लोकप्रिय क्यों हो रहा है
इसके कई कारण है लेकिन सबसे बड़ा कारण यह है कि इसमें रिटर्न अनुमान से कहीं ज्यादा मिलने लगा है. जिस 10 हजार बिटकॉइन से कभी दो पिज्जा खरीदे जाते थे, अब उस एक बिटकॉइन की कीमत 17 लाख रुपये के आस-पास है. अच्छे रिटर्न की आस में कई लोग बिटकॉइन को खरीदने में वास्तविक मुद्रा लगा रहे हैं. टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी भविष्य की मुद्रा साबित हो सकती है.
क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार कैसे होता है
कॉइन मार्केट कैप वेबसाइट के मुताबिक पूरी दुनिया में 11 हजार से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार सार्वजनिक रूप से एक्सचेंज यानी विनिमय संस्था के माध्यम से हो रहा है. वेबसाइट के मुताबिक वर्तमान में 1.5 ट्रिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी बाजार में चल रही है. सबसे ज्यादा एक्सचेंज के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन हो रहा है. क्रिप्टोकरेंसी के ख़रीद-बिक्री के लिए भारत में इस समय 19 क्रिप्टो एक्सचेंज मार्केट हैं जिनमें वज़ीरएक्स का नाम पिछले दिनों सुर्ख़ियों में था.
बैन हुआ तो क्या होगा
क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) का इस्तेमाल भारत (India) में करोड़ों लोग करते हैं. क्रिप्टो करेंसी को लेकर देश में क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. माना जाता है कि भारत में करीब 10 करोड़ लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) में निवेश किया है. जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामत ने ट्विटर पर एक ट्वीट कर कहा, अगर सरकार इस पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है तो क्रिप्टोकरेंसी का क्या होगा? ऐसा माना जा रहा है कि यह बिल बिटकॉइन सहित दूसरी क्रिप्टो में निवेश करने वालों के लिए नई परेशानी खड़ी कर सकता है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है, तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा. आप कोई क्रिप्टो खरीदने के लिए अपनी स्थानीय मुद्रा को परिवर्तित नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही आप उन्हें भुना भी नहीं पाएंगे.
इन देशों ने लगाया बैन
बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरंसी (CryptoCurrency) पर कई देशों ने बैन लगाया हुआ है. रूस में बिटकॉइन (Bitcoin) पर बैन लगा है. वियतनाम में भी बिटकॉइन (Bitcoin) पर बैन है. वहीं, चीन ने भी इस पर बैन लगया हुआ है. इसके अलावा एक्वाडोर, बोलिविया, कोलंबिया जैसे देशों ने भी बैन लगाया हुआ है.
कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के नाम
बिटकॉइन, इथरनम, टीथर, बिनेंसे कॉइन, कार्डानो, इनमें से बिटकॉइन सबसे पुराना है. 2008 में भारी आर्थिक मंदी के बाद 2009 में इसकी शुरुआत हुई थी. एक छद्म नाम सतोषी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने इसे बनाया था.
Google ने बैन किए 8 Cryptocurrency Apps, अगर आप भी लगाते हैं पैसा तो हो जाएं सतर्क, वरना फंस जाएंगे बड़े फ्रॉड में
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में पैसे लगाने का क्रेज अचानक से काफी बढ़ गया है। यही वजह है की इसमें पैसा लगाने के लिए कई ऐप्स आ गए हैं। लेकिन आपके लिए अपनी गाढ़ी कमाई को सुरक्षित रखने के लिए आपके लिए.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में पैसे लगाने का क्रेज अचानक से काफी बढ़ गया है। यही वजह है की इसमें पैसा लगाने के लिए कई ऐप्स आ गए हैं। लेकिन आपके लिए अपनी गाढ़ी कमाई को सुरक्षित रखने के लिए आपके लिए जरूरी है सही ऐप को चुनना। हाल ही में गूगल ने Google Play Store से आठ फ्रॉड ऐप्स की पहचानक्र उन्हें अनिश्चित काल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। ये ऐप क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित सेवाओं की पेशकश करने का दावा करते हैं। टेक दिग्गज ने कहा कि ये फेक ऐप फर्जी दावे करके उपयोगकर्ताओं को गुमराह कर रहे थे।
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ऐसे किए जा रह है फ्रॉड
ये ऐप यूजर्स को क्लाउड माइनिंग सेवाओं का उपयोग करके एक झटके में अमीर बनने की उम्मीद में अपने फोन पर इन ऐप्स को इंस्टॉल करने का लालच देते थे। लेकिन वास्तव में, यह एक घोटाले से ज्यादा कुछ नहीं था, क्योंकि एक भी ऐप में कोई क्रिप्टो माइनिंग ऑपरेशन नहीं था। हालांकि, एक बार जब कोई उपयोगकर्ता इन फेक ऐप को इंस्टॉल करता है, तो उसे अतिरिक्त शुल्क के रूप में $14.99 से $18.99 के बीच एक चार्ज लिया जाता था, जिसे उपयोगकर्ताओं की इनकम बढ़ाने के लिए लिया जाता था।
फ्रॉड से बचने के लिए तुरंत डिलीट कर दें ऐप्स
सिक्यॉरिटी फर्म Trend Micro ने एक रिपोर्ट में बताया कि इन 8 ऐप्स के जरिए यूजर्स को ऐड दिखाने, सब्सक्रिप्शन सर्विसेज के लिए हर महीने औसतन 1,115 रुपये (15 डॉलर) की पेमेंट करने जैसे कामों के साथ फंसाया जा रहा था। ध्यान रहे कि गूगल ने भले ही इन ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया हो, लेकिन अभी भी कई यूजर्स के फोन्स में ये मौजूद हो सकते हैं। इसिलए, अगर आपके फोन में भी इनमें से कोई ऐप मौजूद हैं तो उन्हें तुरंत डिलीट कर दें। आइए जानते हैं कि आपको कौन-कौन से ऐप्स तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज को डिलीट करना है:
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Google Play Store द्वारा बैन किए ऐप्स की पूरी लिस्ते देखें
1. BitFunds – Crypto Cloud Mining
2. Bitcoin Miner – Cloud Mining
3. Bitcoin (BTC) – Pool Mining Cloud Wallet
4. Crypto Holic – Bitcoin Cloud Mining
5. Daily Bitcoin Rewards – Cloud Based Mining System
6. Bitcoin 2021
7. MineBit Pro – Crypto Cloud Mining & BTC miner
8. Ethereum (ETH) – Pool Mining Cloud
नई सुविधा: जल्द क्रिप्टोकरेंसी से भी कर सकेंगे पेमेंट, वीजा इंक शुरू करेगी सर्विस
लोगों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ रहा है। वीजा इंक ने कहा है कि वह अपने पेमेंट नेटवर्क पर लेनदेन के सेटलमेंट के लिए क्रिप्टोकरेंसी यूएसडी क्वाइन के इस्तेमाल की इजाजत देगा। यूएसडी क्वाइन एक स्टेबल क्वाइन क्रिप्टोकरेंसी है, जिसकी कीमत सीधे अमेरिकी डॉलर से जुड़ी होती है। इसके बाद बिटक्वाइन में तेजी आई और यह एक सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। बिटक्वाइन की कीमत में 4.5 फीसदी का उछाल आया और यह 58,000 डॉलर के पार है।
इस संदर्भ में वीजा इंक ने कहा है कि उसने पेमेंट व क्रिप्टो प्लेटफॉर्म (Crypto.com) के साथ एक पायलट प्रोग्राम लॉन्च किया है। कंपनी की योजना साल के अंत में और अधिक भागीदारों को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पेमेंट सेटलमेंट का विकल्प उपलब्ध कराने की है। वीजा क्रिप्टोकरेंसी यूएसडीसी में लेनदेन सेटल करने वाला पहला प्रमुख पेमेंट नेटवर्क बन गया है।
इन कंपनियों ने भी डिजिटल क्वाइन को अपनाया
मालूम हो कि वीजा ने यह कदम अन्य प्रमुख वित्तीय कंपनियों जैसे बीएनवाई मेलॉन, ब्लैकरॉक इंक और मास्टरकार्ड इंक के बाद उठाया है। इन कंपनियों ने भी कुछ डिजिटल क्वाइन को अपनाया है।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी करेंसी है जिसे आप देख नहीं सकते। आसान शब्दों में आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर क्रिप्टोकरेंसी कारोबार को बैन किया था। लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करेंसी, जिसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहते हैं, उससे ट्रेड को मंजूरी दे दी है। कोर्ट के इस आदेश के बाद वर्चुअल करेंसी जैसे बिटक्वाइन में कानूनी रूप से लेन-देन किया जा सकता है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
विस्तार
लोगों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ रहा है। वीजा इंक ने कहा है कि वह अपने पेमेंट नेटवर्क पर लेनदेन के सेटलमेंट के लिए क्रिप्टोकरेंसी यूएसडी क्वाइन के इस्तेमाल की इजाजत देगा। यूएसडी क्वाइन एक स्टेबल क्वाइन क्रिप्टोकरेंसी है, जिसकी कीमत सीधे अमेरिकी डॉलर से जुड़ी होती है। इसके बाद बिटक्वाइन में तेजी आई और यह एक सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गया। बिटक्वाइन की कीमत में 4.5 फीसदी का उछाल आया और यह 58,000 डॉलर के पार है।
इस संदर्भ में वीजा इंक ने कहा है कि उसने पेमेंट व क्रिप्टो प्लेटफॉर्म (Crypto.com) के साथ एक पायलट प्रोग्राम लॉन्च किया है। कंपनी की योजना साल के अंत में और अधिक भागीदारों को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पेमेंट सेटलमेंट का विकल्प उपलब्ध कराने की है। वीजा क्रिप्टोकरेंसी यूएसडीसी में लेनदेन सेटल करने वाला पहला प्रमुख पेमेंट नेटवर्क बन गया है।
इन कंपनियों ने भी डिजिटल क्वाइन को अपनाया
मालूम हो कि वीजा ने यह कदम अन्य प्रमुख वित्तीय कंपनियों जैसे बीएनवाई मेलॉन, ब्लैकरॉक इंक और मास्टरकार्ड इंक के बाद उठाया है। इन कंपनियों ने भी कुछ डिजिटल क्वाइन को अपनाया है।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी?
क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी करेंसी है जिसे आप देख नहीं सकते। आसान शब्दों में आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है।
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2018 में एक सर्कुलर जारी कर क्रिप्टोकरेंसी कारोबार को बैन किया था। लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करेंसी, जिसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहते हैं, उससे ट्रेड को मंजूरी दे दी है। कोर्ट के इस आदेश के बाद वर्चुअल करेंसी जैसे बिटक्वाइन में कानूनी रूप से लेन-देन किया जा सकता है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।
तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज
Pillow क्रिप्टो । Pillow Crypto in Hindi
Pillow क्रिप्टो । Pillow Crypto in Hindi
आज हर कोई क्रिप्टोकरेंसी के पीछे भागता दिखाई पड़ता है। थोड़े ही समय में क्रिप्टोकरेंसी काफी अधिक प्रसिद्ध हो गया है। सभी क्रिप्टो करेंसी की तरह यह भी एक तरह की डिजिटल करेंसी है, जिसे हम वर्चुअली लेन देन में प्रयोग कर सकते है। इसका कोई फिजिकल रूप नही है। इसके ऊपर किसी भी राष्ट्र या किसी व्यक्ति का अधिकार नहीं है। यह एक तरह का (Decentralised currency) हैं। कोई भी रेगुलेटर न होने की वजह से इसके दाम में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिलता है। इसमें फायदा और नुकसान दोनो ही काफी बड़े स्तर पर देखने को मिलता है।
सबसे पहला क्रिप्टोकरेंसी का नाम बिटकॉइन है। इसके बाद से हजारों तरह के क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आई। इनमें से कुछ क्रिप्टोकरेंसी काफी प्रसिद्ध है। जिनमे बिटकॉइन, एथेरियम, लिटकॉइन प्रमुख है। हर रोज कई नई क्रिप्टो करेंसी मार्केट में आ रही है।
Pillow crypto एक नई फाइनेंस स्टार्टअप है। इसका मकसद आपको आपकी क्रिप्टो निवेश पर ब्याज दिलाना है। हाल ही में इसने $3 मिलियन का निवेश पाया हैं। कई बड़े निवेशकों ने Pillow crypto में निवेश किया हुआ है। इसमें कई नामी गिरामी लोग भी सामिल हैं।
Pillow crypto काफी तेजी से बढ़ रहा है। लोगो में क्रिप्टो करंसी के बढ़ते क्रेज ने, इस क्षेत्र में कई स्टार्टअप को जन्म दिया हैं। Pillow crypto इन सबमें अलग होने का दावा करती हैं। इस लेख में हमने Pillow crypto के बारे में सब कुछ बताया है।
क्या है Pillow crypto:- सभी प्रमुख जनकारी
इसकी शुरुआत 2021 में अरिंदम रॉय, राजद और कार्तिक मिश्रा ने की थी। इसके मदद से आप अपने स्थिर क्रिप्टो निवेश पर ब्याज पा सकते है। कंपनी का कहना है की निवेशक स्थिर सिक्के पर 17.8% और अन्य सिक्को पर 7% का ब्याज पा सकते है। इस प्लेटफार्म को 3 फरवरी को सभी के लिए सुचारू रूप से खोल दिया गया था। कंपनी की माने तो सुरु के कुछ ही सप्ताह में Pillow के प्लेटफॉर्म ने $1 मिलियन अपने assets मैनेजमेंट में दर्ज कर लिया है।
कंपनी के प्रबंधक का कहना है की, Pillow कई तरह के सुरक्षा को अपनाती है। उनके प्लेटफार्म पर किए हुए सभी निवेश सुरक्षित है। इसके साथ ही आप अपने निवेश पर 18% का ब्याज भी पाते है। ये सभी चीजे इसे सबसे अलग बनाती है।
Pillow पर शुरुवात कैसे करे?
अगर आप Pillow पर शुरुआत करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको प्ले स्टोर तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज से एप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद आपको साइन अप करना होगा। साइनअप के बाद आप कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट के साथ केवाईसी प्रोसेस को पूरा कर सकते हैं और अंत में आप क्रिप्टो या फिर पैसे डिपोजिट करके इन्वेस्टमेंट की शुरुआत कर सकते हैं।
केवाईसी, डिपोजिट, निकासी और निवेश इन सभी के बारे में नीचे हमने विस्तार से बताया है।
Pillow में KYC कैसे करे?
किसी भी क्रिप्टो प्लेटफार्म को प्रयोग करने के लिए, हमें सबसे पहले उस पर केवाईसी करना होता है। Pillow ऐप पर भी आपको इसके लिए केवाईसी करना होगा। केवाईसी करने के लिए आपको आधार कार्ड और पैन कार्ड की आवश्यकता पड़ सकती है ।
इसके लिए आपको निम्न चरणों का पालन करना होगा।
- सबसे पहले आपको अपने आधार कार्ड का फोटो दोनो तरफ से लेकर अपलोड करना होगा।
- अपने पैन कार्ड का फोटो भी अपलोड करना होगा।
- अंत में आपको अपनी एक सेल्फी अपलोड करनी होगी।
इसके बाद कुछ ही देर में आप का केवाईसी पूरा हो जाएगा। इसके बाद Pillow पर क्रिप्टो या फिर पैसे डिपोजिट कर सकेंगे। केवाईसी ना होने या फिर रिजेक्ट होने के केस में आप दुबारा केवाईसी कर सकते हैं।
Pillow Crypto में डिपॉजिट कैसे करें
इसमें डिपाजिट करने के लिए कोई भी मूल्य निर्धारित नहीं किया गया है। आप अपनी क्षमता और रिस्क के आधार पर कम से कम और अधिक से अधिक निवेश कर सकते हैं। आप एक छोटे स्तर पर या चाहे तो बड़े स्तर पर भी कर सकते है।
डिपॉजिट की प्रक्रिया
इसमें आप बिटकॉइन, एथरियम, यूएसडीसी और यूएसडी समय कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी के सहारे इन्वेस्टमेंट कर सकते है। आप किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज के सहायता से इसमें क्रिप्टो जमा कर सकते हैं। इसके साथ ही आप चाहे तो फिजिकल करंसी के मदद से भी निवेश कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप इनके वेबसाइट या आप का सहारा ले सकते है।
निकासी की प्रक्रिया
इसमें निकासी की प्रक्रिया भी आसान है। निकासी के लिए कोई भी लॉकऑप समय नहीं है। जिसका मतलब है, आप जब चाहे तब इस से निकासी कर सकते हैं।
निकासी की प्रक्रिया निम्न है:-
क्रिप्टो निकासी
- आप अपने जमा क्रिप्टो को अपने किसी अन्य क्रिप्टो वॉलेट में निकाल सकते हैं।
- इसके लिए आपको अपने उस वॉलेट का एड्रेस दर्ज करना होगा, जिसमें आप निकासी चाहते हैं।
- इसके बाद कुछ ही देर में निकासी को प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और कुछ ही घंटों में आप अपने निकासी को अपने वॉलेट में पाएंगे।
- क्रिप्टो निकासी को सिर्फ वॉलेट में ही निकाला जा सकता है। इसको आप अपने बैंक में नहीं निकाल सकते हैं। आप चाहे तो अपने वॉलेट से बैंक में जरूर ट्रांसफर कर सकते है। PIllow पर निकासी बिलकुल मुफ्त हैं, इसके लिए आपको कोई चार्ज नहीं देना होता है।
क्या Pillow crypto सुरक्षित है?
कंपनी की माने तो Pillow क्रिप्टो BitGo का उपयोग करती हैं, जो इसे सुरक्षित बनाती हैं। BitGo का प्रयोग सभी प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज करते है। हालाकि यह अभी नया है, इसमें बावजूद लोग काफी मात्रा में इससे जुड़ रहे है।
इसके अलावा अगर आपके मन में कोई सवाल या समस्या हो तो आप इनके वेबसाइट या एप पर जाकर भी देख सकते हैं। आप इनके वेबसाइट में उपलब्ध Faq पेज में जाकर सभी जानकारी ले सकते है।
हमने सीखा- Pillow Crypto In Hindi, Pillow Crypto क्या है, Pillow Crypto में निवेश कैसे करें, Pillow Crypto कितना सुरक्षित है आदि।
डिस्क्लेमर:- क्रिप्टो करेंसी बाजार जोखिमों के अधीन हैं। यूजर्स को चाहिए कि किसी भी स्कीम में इन्वेस्ट या ट्रेड करने से पहले सबकुछ जान कर ही करे। इसके साथ में कई देशों में क्रिप्टो करेंसी को लेकर अलग अलग नियम है। अत: यूजर्स को इन सब का ध्यान रखना चाहिए। क्रिप्टो में लाभ और हानि दोनो ही सूरत में आपका होगा, अत: अपने विवेक से काम ले।