एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम

दरअसल, इस सम्मेलन के बारे में विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया है कि सभी नेता I2U2 के ढांचे के भीतर संभावित संयुक्त परियोजनाओं के साथ-साथ पारस्परिक हित के अन्य सामान्य क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे। इससे हमारे संबंधित क्षेत्रों और उससे आगे व्यापार-निवेश में आर्थिक साझेदारी को मजबूत किया जा सकेगा।
लोग क्यों अपने बच्चों को बनाना चाहते हैं पूजा ?
में उलझे इस देश को पूजा सिंघल के मुद्दे पर विमर्श की फुरसत नहीं है.इस देश में हर आदमी एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम का सपना अपने बच्चे को पढ़ा-लिखकर पूजा सिंघल बनाने का होता है. पूजा सिंघल यानि नोट छापने की मशीन यानि भारतीय प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बनाना . प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हाल ही में मारे गए छापे में पूजा के घर से अकूत बेनामी सम्पत्ति ही नहीं बल्कि नगद रुपयों का भण्डार मिला है
जैसा कि मैंने कहा
कि पूजा सिंघल एक ऐसा नाम है जो कुछ दिन पहले तक संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी करने वालों के लिए नजीर माना जाता था. हर स्टूडेंट्स की ख्वाहिश होती थी कि वह पूजा सिंघल की तरह कम उम्र में ही आईएएस बन जाए. पूजा सिंघल पर भ्रष्टाचार के आरोप पहले भी लगते रहे लेकिन इसे बहुत गंभीरता से नहीं लिया गया.लेकिन कभी आईएएस से शादी फिर उससे तलाक और फिर एक बिजनेसमैन से विवाह की वजह से वह हमेशा सुर्खियों में बनी रहीं. उनकी छवि एक तेजतर्रार और महात्वाकांक्षी अधिकारी के रूप में बनी रही. सरकारें आती जाती रहीं लेकिन उन्हें महत्वपूर्ण पद मिलते रहे. हर कोई पूजा की पूजा करता रहा क्योंकि वो जाने-अनजाने नोट छपने की मशीन बन चुकी थी .
मै अपने इकलौते बेटे से अक्सर भाप्रसे की नौकरी के लिए तैयारी करने को कहता था,मै भी अपने घर में नोट छपने की एक छोटी सी मशीन चाहता था,लेकिन मेरे बेटे ने आईएएस बनने से साफ़ इंकार कर दिया और हवाला दिया हमारे ही प्रदेश के एक ऐसे आईएएस अफसर का जिसके घर से छापे में तीन सौ करोड़ रूपये की बेनामी सम्पत्ति निकली थी. बेटे की नजरों में आईएएस इस देश में भ्र्ष्टाचार और नेताओं के लिए चापलूसी का सबसे बड़ा औजार एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम था .मुझे तब मेरे बेटे की बात समझ में नहीं आई थी लेकिन पूजा सिंघल प्रकरण ने मुझे सब कुछ समझा दिया .मेरा बेटा आईएएस नहीं बनना था सो नहीं बना लेकिन वो अपनी मेहनत और ईमानदारी से किसी आईएएस से ज्यादा सुकून और स्वाभिमान के साथ परदेश में नौकरी कर रहा है .मुझे अब लगता है की मेरे बेटे का फैसला सही था
यूपी को उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में एक और कदम
लखनऊ, 28 जून (आईएएनएस)। यूपी को उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार ने एक और पहल कर दी है। इसके तहत यमुना प्राधिकरण ने नोएडा में अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर (टेक्सटाइल पार्क) की स्थापना के लिए 150 एकड़ भूमि आवंटित कर दी है। सरकार के इस फैसले से अब उत्तर प्रदेश का पहला टेक्सटाइल पार्क नोएडा में बनने का रास्ता साफ हो गया है।
राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार नोएडा में बनने वाले इस टेक्सटाइल पार्क में कुल 152 कंपनियां अपनी फैक्ट्री लगाएंगी। करीब 8365.73 करोड़ रुपए का निवेश कर लगने वाली इन फैक्ट्रियों से करीब पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। अगले वर्ष के पहले महीने में टेक्सटाइल और गारमेंट की 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य शुरू होगा। इन 91 फैक्ट्रियों के निर्माण का कार्य पूरा होने और इनमें उत्पादन शुरू होने पर करीब दो लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही गारमेंट और टेक्सटाइल सेक्टर में भी नोएडा का कद भी देश में बढ़ेगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश उत्तर भारत का टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाने लगेगा।
भारतीय मूल के 10 व्यक्ति जो दूसरे देशों में बने प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति
राज एक्सप्रेस। ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री बनने की रेस में इस समय एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम भारतीय मूल के ऋषि सुनक सबसे आगे चल रहे हैं। इसको लेकर ऑनलाइन ब्रोकिंग फर्म जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत ने बड़ा ही रोचक ट्वीट किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि, ‘75 साल पहले 15 अगस्त 1947 को किसने सोचा होगा कि एक भारतीय मूल का व्यक्ति एक दिन ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बन सकता है।‘
ऋषि सुनक अगर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनते हैं तो इस पद पर पहुंचने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति होंगे। वैसे बता दे कि भारतीय मूल के ऐसे कई व्यक्ति हैं जो विदेशों में राष्ट्रप्रमुख की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
शुरू से ही उड़ना जानते हैं (Gautam Adani Company)
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अडानी में हमेशा से कुछ खास था. उनमें उड़ने की ललक और हौसला दोनों थे. यही वजह रही कि वे इस डायमंड कंपनी में कुछ समय ही रह सके. यहां से नौकरी छोड़ते ही इन्होंने भले ही छोटी मगर अपनी पहली उड़ान भरने की कोशिश की तथा झावेरी बाजार में खुद का डायमंड ब्रोकरेज आउटफिट खोल लिया. काम तो चल रहा था लेकिन मन मुताबिक नहीं. इसी बीच 1981 में इन्हें इनके भाई मनसुखभाई का संदेश मिला, जो चाहते थे कि गौतम उनकी अहमदाबाद में शुरू की गई प्लास्टिक कंपनी में काम करें. अडानी ने भाई की बात मानी और फिर से अहमदाबाद लौट आए. प्लास्टिक के काम में पीवीसी यानी पॉलीविनाइल क्लोराइड का प्रयोग भारी मात्रा में होता है, यही देखते हुए इन्होंने पीवीसी यूनिट संभाल ली. काम धीरे धीरे बढ़ता रहा फिर साल 1988 में इन्होंने एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की स्थापना की तथा यहीं से अडानी ग्रुप्स की नींव रखी गई.
कभी मारुति की थी हैसियत और आज. (Gautam Adani Family)
कहा जाता है कि जब काम धीरे धीरे बढ़ने लगा एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम तब अडानी ने अपने लिए मारुति-800 खरीदी. उन दिनों ये मारुति खरीदना ही बहुत बड़ी बात थी इनके लिए लेकिन आज इनके पास बीएमडब्ल्यू गाड़ियों का झुंड है, फरारी है, कुल तीन हेलिकॉप्टर, तीन बोम्बार्डियर, बीचक्राफ्ट विमान हैं. समय के साथ अडानी ग्रुप पावर और एग्री कमोडिटी में आधिकारिक तौर पर स्थापित हो गया. 1991 तक अडानी एक मल्टीनेशनल बिजनेसमैन बन चुके थे. सन 1995 में इनकी कंपनी को मुंद्रा पोर्ट के संचालन का कॉन्ट्रैक्ट मिला, जो कि इनके लिए सफलता का नया रास्ता खोलने वाला था. समय के साथ अडानी अपने कारोबार को बढ़ाते रहे. 1996 में ये अडानी पावर लिमिटेड को अस्तित्व में लाए तथा इसके 10 साल बाद इन्होंने अपनी कंपनी को पावर जनरेशन बिजनस में भी उतार दिया.
अंबानी से बस एक एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम कदम पीछे
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वैसे तो गौतम अडानी की चर्चा आए दिन होती रहती है लेकिन आज इनके लिए खास दिन है. आज अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी एशिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स की रिपोर्ट के अनुसार गौतम अडानी 67.6 अरब डॉलर यानी करीब 4.93 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ दुनिया के 14वें सबसे अमीर इंसान बन गए हैं. बता दें कि इस सूची के अनुसार मुकेश अंबानी, गौतम अडानी से मात्र एक पायदान एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम ही ऊपर हैं. मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 76.3 अरब डॉलर है. जिस एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम रफ्तार से अडानी की संपत्ति बढ़ रही है, शायद वह जल्द ही अंबानी से आगे निकल जाएं. बता दें कि केवल एक ही दिन में अडानी की संपत्ति में 1.11 अरब अमेरिकी डॉलर का इजाफा हुआ है. वहीं इस साल जनवरी से अब तक इनकी संपत्ति में 32.7 अरब डॉलर यानी करीब 2.38 लाख करोड़ रुपये की बढ़ौतरी हुई है. दूसरी तरफ मुकेश अंबानी की संपत्ति में पिछले एक दिन में ही 22 करोड़ डॉलर की कमी आई है. इस तरह दोनों की संपत्ति में अब करीब 8.7 अरब डॉलर या करीब 63,530 करोड़ रुपयों का अंतर शेष रह गया है.
एकनाथ शिंदे सरकार ने महाराष्ट्र में पेट्रोल 5 रुपये और डीजल 3 रुपये किया सस्ता
इस समूह को I2U2 के नाम दिया गया है। जिसमें 'आई' भारत और इजराइल के लिए जबकि 'यू' अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात के लिए है। ग्रुप की परिकल्पना पिछले साल 18 अक्टूबर को हुई थी जब इन चार देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी। एक तथ्य यह भी है कि पिछले कुछ वर्षों में तीनों राष्ट्रों में से प्रत्येक के साथ भारत के द्विपक्षीय रणनीतिक संबंध मजबूत हुए हैं।
यह शिखर सम्मेलन भारतीय समयानुसार शाम चार बजे शुरू होने की संभावना है। सम्मेलन में यूक्रेन युद्ध के कारण उपजे वैश्विक खाद्य और ऊर्जा संकट पर प्रमुखता से बातचीत हो सकती है। चारों नेता नए समूह की रूपरेखा पर भी बात कर सकते हैं और सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित कर सकते हैं। वे यूक्रेन संकट की पृष्ठभूमि एक दिन व्यापारी बनने के लिए 10 कदम में ऊर्जा और खाद्य समस्याओं समेत क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श कर सकते हैं।