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मुख्य व्यापारिक स्थिति

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रिपोर्ट्स के मुताबिक इस छंटनी में बड़ा हिस्सा टेक कर्मचारियों को होगा जिसमें अधिकांश प्रोडक्ट और इंजीनियरिंग जैसी भूमिका निभाने वाले कर्मचारी हैं. कंपनी ने जानकारी दी है कि काम को बेहतर तरीके से मुख्य व्यापारिक स्थिति मुख्य व्यापारिक स्थिति आगे बढ़ाने के लिए प्रोडक्ट और इंजीनियरिंग टीम को आपस में मिला दिया जाएगा. जिससे कंपनी में काम बेहतर तरीके से होता रहे. इसके अलावा कई और टीमों को भी छोटा बनाया जा रहा है.
मुख्य व्यापारिक स्थिति

सरायकेला : किसानों से 15 सौ रुपये प्रति क्विंटल धान खरीद रहे हैं व्यापारी, अभी तक संचालित नहीं हुए हैं सरकारी धान क्रय केंद्र

निजी धiन व्यापार के गोदाम तक धान लेते एजेंट.

निजी धiन व्यापार के गोदाम तक धान लेते एजेंट.

Seraikela (Bhagya sagar singh) : सुखाड़ के कारण इस वर्ष धान की उपज काफी कम होने के कारण निजी धान व्यापारी कीमत बढ़ा कर किसानों से धान खरीद रहे हैं. किसानों से मिली जानकारी के अनुसार विगत वर्ष दिसम्बर महीने में एक हजार रुपये प्रति क्विंटल की दर से व्यापारी धान खरीद रहे थे पर इस वर्ष 1500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद रहे हैं. सरायकेला प्रखंड क्षेत्र के अधिकतर छोटे किसान निजी व्यापारियों को ही अपनी धान बेचा करते हैं. कारण सरकारी धान क्रय केंद्रों में इन्हें अनेक असुविधाओं का सामना करना पड़ता है.

इन त्रुटियों से मुख्य व्यापारिक स्थिति व्यापारियों को हो रहा है लाभ

खलिहान से ही धान बेचने की तैयारी करते किसान.

एक तो क्षेत्र वार धान क्रय केंद्र नही रहने से लैम्प्स तक धान लेकर जाने की परेशानी रहती है. किसी तकनीकी कारणों मुख्य व्यापारिक स्थिति से धान का क्रय नहीं होने से धान वापस लेकर आना पड़ता है. धान देने के बाद भी भुगतान की प्रक्रिया लम्बी हो जाती है. इन्ही सब त्रुटियों का लाभ निजी स्तर से धान का कारोबार करने वाले व्यापारियों को लाभ पहुंचा रहा है. ये लोग गांव-गांव अपने एजेंट बैठा रखे हैं जो छोटे छोटे किसानों के घरों से ही धान लेकर गोदाम तक पहुंचा रहे हैं. वाहन किराया एवं बोरियों की कीमत काट कर तत्काल किसानों को भुगतान भी करवा रहे हैं. सरकारी धान क्रय की इस वर्ष की स्थिति के सम्बंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया अभी कोई क्रय केंद्र चालू नहीं है इस सम्बंध में 13 दिसम्बर को बैठक रखी गयी है.

अब Oyo करेगी छंटनी, कंपनी स्ट्रक्चर में भी होगा बदलाव, जानिए कितनों की जाएगी जॉब?

नई दिल्ली: हॉस्पिटिलिटी चेन ओयो भी अब उन स्टार्टअप की लंबी कतार में शामिल हो गई है जो कंपनी को पटरी पर लाने के लिए कर्मचारियों की छंटनी का सहारा ले रहे हैं. ओयो ने अपने स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव की योजना सामने रखी है. इस योजना का मुख्य हिस्सा कर्मचारियों की छंटनी है. कंपनी ने जानकारी दी है कि वो 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है. कंपनी में फिलहाल 3700 कर्मचारी काम कर रहे हैं. वहीं कंपनी ने साफ किया है कि वो इसके साथ ही नई भर्तियों की भी योजना बना रही है.

वहीं कंपनी ने ये भी कहा है कि वो कंपनी स्ट्रक्चर में बदलाव के तहत नई जॉब भी ऑफर करेगी. हालांकि नए जॉब की संख्या छंटनी होने वाले कर्मचारियों की संख्या के आधे से भी कम होगी. इस योजना के तहत बिजनेस को बढ़ावा देने वाले सेक्शन में नई भर्तियां होंगी. कंपनी ने कहा है कि रीस्ट्रक्चरिंग के तहत कुछ सेक्शन का आकार छोटा किया जाएगा या फिर उन्हें आपस में मर्ज किया जाएगा.

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वहीं दूसरी तरफ कंपनी रिलेशनशिप मैनेजमेंट टीम का बढ़ाएगी और 250 कर्मचारियों की भर्ती करेगी जिसमें अधिकांश इस डिपार्टमेंट से जुड़ेंगे. पिछले दो साल में ये दूसरी बार है जब ओयो मुख्य व्यापारिक स्थिति ने लोगों को नौकरी से निकाला है. 2020 के अंत में कंपनी ने 300 कर्मचारियों की छंटनी की थी. कंपनी ने कहा है कि नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मचारियों अन्य फायदों के साथ नई नौकरी पाने के लिए भी मदद की जाएगी. ओयो फिलहाल आईपीओ लाने की तैयारी में है और इश्यू से पहले वो अपनी स्थिति को मजबूत दिखाने की कोशिश में है.

कंपनी के मुताबिक 600 कर्मचारियों की छंटनी और 250 कर्मचारियों की भर्ती से स्टाफ की संख्या शुद्ध रुपये 10 प्रतिशत ही घटेगी. दुनिया भर में मंदी की आशंकाओं का सबसे ज्यादा असर स्टार्टअप पर पड़ा है. ये पहले से ही फंडिंग की मुख्य व्यापारिक स्थिति कमी से जूझ रहे थे. मंदी से मांग पर असर के कारण स्थिति और बुरी हो गई है. हालत ये है कि स्टार्टअप लागत घटाने के लिए छंटनी का सहारा ले रहे हैं. साल 2022 में भारतीय स्टार्टअप ने करीब 17 हजार कर्मचारियों की छंटनी की है.

लगातार दूसरे साल भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बना अमेरिका

अमेरिका-भारत

अमेरिका लगातार दूसरे साल 2019-20 में भी भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार बना रहा, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों को दर्शाता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार 88.75 अरब अमेरिकी डॉलर रहा, जो 2018-19 में 87.96 अरब डॉलर था।

17.42 अरब डॉलर रहा व्यापार अंतर
अमेरिका उन चुनिंदा देशों में एक है, जिनके साथ भारत का व्यापार मुख्य व्यापारिक स्थिति अधिशेष है। आंकड़ों के अनुसार 2019-20 में दोनों देशों के बीच व्यापार अंतर बढ़कर 17.42 अरब डॉलर भारत के पक्ष में रहा। 2018-19 में अधिशेष 16.86 अरब डॉलर था। अमेरिका 2018-19 में चीन मुख्य व्यापारिक स्थिति को पीछे छोड़कर भारत का शीर्ष व्यापारिक साझेदार बन गया था।

कलाशांति ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल (5 से 11 दिसंबर)

नई दिल्ली(आईएएनएस) लग्नराशि पर आधारित कलाशांति ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल में जानिए, आपका पारिवारिक जीवन, आर्थिक दशा, स्वास्थ्य व कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति इस सप्ताह कैसी रहेगी और यह भी कि इस सप्ताह आपको क्या-कुछ मिलने वाला है, आपके लिए क्या-क्या करना फायदेमंद रहेगा और परेशानियों से बचने के लिए आपको कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।

मेष लग्नराशि : इस सप्ताह मेष राशि के जातक/जातिकाओं के लिए के लिए लाभ की स्थिति अच्छी बनेगी। नौकरी-पेशा वाले जातकों को अपने कार्यक्षेत्र में तकलीफ हो सकती है। पारिवारिक जीवन ठीकठाक रहेगा। सप्ताह के मध्य मै स्वास्थ्य से संबंधित कोई परेशानी उत्पन्न हो सकती है। व्यापारिक जातकों के लिए लाभ के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। अपनी वाणी पर संयम रखें, अन्यथा बनते कार्य बिगड़ सकते हैं। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

भारत और जर्मनी के बीच हुए अहम समझौते, पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा

नईदिल्ली। भारत और जर्मनी के बीच सोमवार को व्यापक प्रवासन और गतिशीलता साझेदारी पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। गतिशीलता समझौते से लोगों के लिए एक दूसरे के देश में पढ़ना, शोध करना और काम करना आसान हो जाएगा।

जर्मनी की विदेश मंत्री अन्नालेना बेयरबॉक आज दो दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंची। उन्होंने यहां विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। वार्ता के बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेसवार्ता को संबोधित किया। इसी दौरान मुख्य व्यापारिक स्थिति समझौते से जुड़े दस्तावेजों पर हस्ताक्षर हुए और करार आदान-प्रदान किए गए।

बैठक के बारे में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आज की द्विपक्षीय वार्ता में आपसी संबंधों को उच्च स्तर पर ले जाने के हमारे पारस्परिक हित को रेखांकित करती है। उन्होंने जर्मनी की विदेश मंत्री के साथ विभिन्न विषयों पर व्यापक बातचीत की। हमारी रणनीतिक साझेदारी राजनीतिक आदान-प्रदान, निरंतर बढ़ते व्यापार, अधिक निवेश और लोगों के बीच मजबूत होते मुख्य व्यापारिक स्थिति संबंधों के बल के कारण पिछले दो दशकों में अधिक मजबूत हुई है।

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