बाइनरी ऑप्शन टिप्स

रुझान रेखाएं

रुझान रेखाएं
" />

रुझान रेखाएं

राजस्थान सरकार के राजस्थान राज्य लोक उपापन पोर्टल को राजस्थान लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम 2012 की धारा 17 के प्रावधानों के अनुसार स्थापित किया गया है। सरकारी लोक उपापन की जानकारी प्राप्त करने के लिए यह पोर्टल आम जनता के लिए सुलभ है जिसके तहत राज्य सरकार के नियंत्रणाधीन सभी विभागों / उपक्रमों / निकायों तथा बोर्ड इत्यादि द्वारा माल, निर्माण और सेवा संबंधी उपापनों की प्रक्रिया की जानकारी सार्वजनिक रूप में प्राप्त की जा सके। राज्य लोक उपापन पोर्टल विभागों / उपक्रमों के लिए प्रावधानों को बोली-दस्तावेज़, पूर्व-अर्हता दस्तावेज़, बोली लगाने वाले के रजिस्ट्रीकरण दस्तावेज़, बोली दस्तावेज़ तथा उसके संशोधन स्पष्टीकरण जो बोली पूर्व सम्मेलन के अनुसरण में हो और उसके शुद्धिपत्र, प्रकाशित करता है। पूर्व-अर्हता और यथास्थिति रजिस्ट्रीकृत बोली लगाने वालों की सूची, धारा 25 के अधीन कारण अपवर्जित बोली लगाने वालों की सूची, व धारा 38 व 39 के अधीन निराकरण, संविदा का अधिनिर्णय और सफल बोली लगाने वालों का ब्यौरा तथा बोली लगाने वाले जिन्हें विवर्जित किया गया है, के दस्तावेज़ उपलब्ध कराता है।

इस पोर्टल का प्रथम उद्देश्य समस्त सरकारी विभागों / उपक्रमों को लोक उपापन संबंधी सूचनाओं को प्रकाशित करने का एकल बिन्दु उपलब्ध कराना है ताकि आम जनता को जानकारी प्राप्त हो सके।

No Results Found

<< image.alt ></p>
<p>

यह निर्धारित करने के लिए Google रुझान Google रुझान रेखाएं वेब खोजों के नमूने का विश्लेषण करता है कि निश्चित अवधि में कितनी खोजें की गईं हैं।

उदाहरण के लिए, यदि आप ज़िका वायरस के बारे में स्टोरी कर रहे हैं और आप देखना चाहते हैं कि इस विषय पर खोजों में हाल में वृद्धि हुई है या नहीं, तो पिछले 90 दिन चुनें। रुझान उन पैरामीटरों के भीतर ज़िका वायरस की सभी खोजों के नमूने का विश्लेषण करता है।

<< image.alt ></p>
<p>

जब आप रुझान पर किसी शब्द की रुझान रेखाएं खोज करते हैं, तो आपको समय के साथ (लगभग) वास्तविक समय में शब्द की लोकप्रियता दिखाते हुए ग्राफ़ दिखाई देगा। ग्राफ़ पर अपने माउस होवर करने से एक नंबर प्रकट होगा, जो दर्शाता है कि Google पर की गई खोजों की कुल संख्या के सापेक्ष विशेष शब्द के लिए कितनी खोजें की गई हैं।

ग्राफ़ पर संख्याएँ पूर्ण खोज मात्रा संख्याओं का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं, क्योंकि डेटा को सामान्यीकृत किया जाता है और 0-100 से स्केल रुझान रेखाएं पर प्रस्तुत किया जाता है, जहाँ ग्राफ़ पर प्रत्येक बिंदु उच्चतम बिंदु, या 100 से विभाजित किया जाता है। ग्राफ़ के शीर्ष पर खोज शब्द की बगल में संख्याएँ योग, या कुल संख्याएँ हैं।

नीचे की ओर रुझान की रेखा का मतलब है कि खोज शब्द की सापेक्ष लोकप्रियता घट रही है - लेकिन यह आवश्यक नहीं है कि उस शब्द की खोजों की कुल संख्या घट रही है, लेकिन यह कि अन्य खोजों की तुलना में इसकी लोकप्रियता घट रही है।

<< image.alt ></p>
<p>

जब आप रुझान पर अनेक शब्दों की खोज करते हैं, तो आप तुलनात्मक मानचित्र देखेंगे, जो दिखाएगा कि प्रत्येक क्षेत्र में कौन-सा शब्द या विषय सबसे अधिक खोजा गया है।

स्टेप 1
समय तुलना में रुचि। आइए हम खोज शब्दों ज़िका वायरस और मलेरिया की तुलना करें। आप पाएँगे कि समय के साथ, मलेरिया में स्थिर क्वेरी दर दिखाई देती है, जबकि जनवरी 2016 में भारी वृद्धि होने तक ज़िका की शायद ही कभी खोज हुई थी।

स्टेप 2
उप-क्षेत्र द्वारा तुलनात्मक विभाजन: प्रत्येक क्षेत्र की रंग तीव्रता उस क्षेत्र में अग्रणी खोज शब्द की खोजों का प्रतिशत दर्शाती है। इस उदाहरण से पता चलता है कि अमेरिका में ज़िका वायरस अधिक लोकप्रिय खोज शब्द था, जबकि मलेरिया एशिया में अपेक्षाकृत अधिक लोकप्रिय था।

GO801_GNI_UnderstandingTheData_2_Card3_Image1.jpg GO801_GNI_UnderstandingTheData_2_Card3_Image2.jpg

आपके परिणाम पृष्ठ के तल पर, संबंधित क्वेरी चार्ट आपको किसी भी विषय या रुझान स्टोरी से संबंधित शीर्ष और उभरते शब्द दिखा सकता है।

राइजिंग टैब उन शब्दों का प्रतिनिधित्व करता है, जिन्हें आपके द्वारा दर्ज किए गए शब्द के साथ खोजा गया था और जिसमें चयनित समय अवधि में मात्रा में सबसे महत्वपूर्ण वृद्धि हुई थी। आप पिछली समय अवधि की तुलना में राइजिंग शब्द की वृद्धि का प्रतिशत देखेंगे। यदि आप प्रतिशत के बजाय "ब्रेकआउट" देखते हैं, तो इसका मतलब है कि खोज शब्द 5000% से अधिक बढ़ गया है।

प्रतिशत चयनित समय-सीमा में खोज रुचि में प्रतिशत वृद्धि पर आधारित हैं। यदि आप पिछले 7 दिनों में देख रहे हैं, तो खोजों में वृद्धि के लिए बेंचमार्क 7 दिन पहले का होगा; अगर यह पिछले 30 दिनों का था, तो बेंचमार्क 30 दिन पहले का होगा। एकमात्र अपवाद तब होता है, जब पूर्ण इतिहास (2004-वर्तमान) देखते हैं, जब प्रतिशत 2004 पर बेंचमार्क किया जाता है।

<< image.alt ></p>
<p>

उत्तर प्रदेश के रुझान रुझान रेखाएं आते ही रेड कारपेट से सजा बीजेपी मुख्‍यालय

बताया जा रहा है कि इस लॉन्‍ज में शाम कोबीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी. उम्‍मीद जताई जा रही है कि आज शाम को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आ सकते हैं

उत्तर प्रदेश के रुझान आते ही रेड कारपेट से सजा बीजेपी मुख्‍यालय

दिल्‍ली स्थित बीजेपी मुख्‍यालय में रुझानों में बढ़त की खबर के साथ ही लाल कारपेट बिछ चुका है, नेता पार्टी मुख्‍यालय में पहुंच रहे हैं.

यह भी पढ़ें

5 राज्‍यों में हुए विधानसभा चुनाव में गोवा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर में बीजेपी को बढ़त मिलने की खबर आ रही है. जिसके बाद से ही दिल्‍ली में बीजेपी हेडक्‍वाटर में पार्टी के कई बड़े नेता पहुंच रहे हैं. पार्टी रुझान रेखाएं के मीडिया लॉन्‍ज में अलग-अलग मीडिया चैनल के पत्रकार इकठ्ठा हो रखे हैं. सभी अपने चैनल के लिए करवेज करते नजर आ रहे हैं. हर चैनल को अपनी कवरेज करने के लिए अलग-अलग स्‍पेस दिया गया है.

इसी लॉन्‍ज में आकर ही पार्टी के नेता बीजेपी की जीत पर अपने विचार व्‍यक्‍त करेंगे और कार्यकर्ताओं का आभार जताएंगे.

बताया जा रहा है कि इस लॉन्‍ज में शाम कोबीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी. उम्‍मीद जताई जा रही है कि आज शाम को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां आ सकते हैं और देश तथा पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर सकते हैं. चुनाव आयोग ने जब से इन पांच राज्‍यों में चुनाव कराने की घोषणा की थी, तभी से ही सभी पार्टियों ने पूरे दमखम के साथ सत्ता में आने के लिए प्रचार-प्रसार किया था, रैलियां की थीं. शुरुआती रूझानों में यूपी में बीजेपी और समाजवादी पार्टी में कांटे की टक्‍कर बताई जा रही थी. लेकिन अब साफतौर पर बीजेपी आगे जाती हुई दिख रही है और राज्‍य में अपनी सरकार बनाने जा रही है.

महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने NCWEB को सराहा, कहा- शिक्षा ने दिए लड़कियों के सशक्तीकरण को पंख

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। नान कालेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड (Non Collegiate Women’s Education) Board) के प्रति छात्राओं का रुझान बढ़ा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, NCWEB के तहत तकरीबन 9000 छात्राओं ने पीडीपी कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया है। इसकी कक्षाएं आनलाइन मोड के तहत आयोजित की जाएंगी।

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने गैर-कालेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड की छात्राओं के लिए क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के दौरान कहा कि महिलाएं देश की लगभग आधी आबादी हैं। ऐसे में उनका शिक्षा के जरिये सशक्तीकरण देश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए बहुत जरूरी है।

रेखा शर्मा ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग रुझान रेखाएं का ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों को समर्थन देने का मकसद छात्राओं को एक मंच प्रदान करना भी है। इस मंच के जरिये छात्राएं बोलने के साथ कार्य करने का कौशल और डिजिटल उपकरण भी सीख सकती हैं।

उधर, स्थायी समिति के अध्यक्ष, एनसीडब्ल्यूईबी और दिल्ली विश्वविद्यालय के कालेजों के डीन प्रो. बलराम पाणि ने कहा कि इस तरह के व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम विशेष रूप से एनसीडब्ल्यूईबी की छात्रओं के लिए नियमित अंतराल पर आयोजित किए जाने चाहिए।

डीयू में पढ़ रही एनसीडब्ल्यूईबी से जुड़ी 30,000 से अधिक छात्राएं

वहीं, एनसीडब्ल्यूईबी की निदेशक प्रो. गीता भट्ट ने कहा कि बड़ी संख्या में एनसीडब्ल्यूईबी की छात्राएं पिछड़े सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि से आती हैं। ऐसे में इस तरह के व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होते हैं। गीता भट्ट के मुताबिक, फिलहाल 31,000 से अधिक छात्राएं एनसीडब्ल्यूईबी के जरिये दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ रही हैं।

पेशेवर करियर कौशल को शामिल करने पर जोर

आनलाइन कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि एनसीडब्ल्यूईबी व्यक्तिगत क्षमता निर्माण के साथ पेशेवर करियर कौशल को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके तहत विशेष रोजगार के लिए अपना बायो डेटा तैयार करने के अलावा, समूह चर्चा में भाग लेना भी शामिल होगा।

उन्होंने बताया कि कार्यशाला में डिजिटल साक्षरता के साथ-साथ इंटरनेट मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल पर भी एक सत्र भी शामिल है। इस दौरान इसमें शामिल छात्राओं को विभिन्न भुगतान गेटवे के बारे में भी सिखाया जाएगा।

कार्यक्रम में एनसीडब्ल्यूईबी के केंद्र प्रभारी और अतिथि अध्यापक भी उपस्थित थे, जबकि कार्यक्रम का संचालन डा. उमाशंकर (उप- निदेशक, एनसीडब्ल्यूईबी) ने किया। वहीं, कार्यक्रम के अंत में डा. सुनील कुमार (केंद्र प्रभारी, दीन दयाल उपाध्याय) ने इस आयोजन में शामिल होने के रुझान रेखाएं लिए सबका धन्यवाद दिया।

NCWEB

After the establishment of the University of Delhi in 1922, an amendment of the Delhi University Act in 1943, Women students were enabled to give examinations with special coaching but without attending regular classes. This gave shape to the Non­-Collegiate Women’s Education Board (NCWEB).

Latest News

  • The amended 4th cut-off percentage for B.A.
  • 4th Cut-Off List 2022-2023 for NCWEB
  • NCWEB 1st Special Cut-off List 2022-23
  • Third cut-off List of Admission 2022-23
  • Datesheet for Semester V/III/I (Admission in 2019,2020 & 2021) withdrawn for NCWEB Students

Reach us

Non Collegiate Women’s Education Board, Tutorial Buliding, 2nd Floor,
G. T. B. Rd, University of Delhi, Delhi 110007

रेटिंग: 4.44
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 199
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *