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शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है

शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है

Nifty और Sensex क्या होता है ? पूरी जानकारी।

What is Nifty and Sensex Full Information in Hindi:- न्यूज़ चैनल हो या न्यूज़पेपर हमे इनमें सेंसेक्स और निफ्टी के उतार-चढ़ाव के बारे में रोजाना बताया जाता है। जैसे की दुनिया की सबसे बड़ी न्यूज़ यही हो😅। तो अभी क्योंकि न्यूज़ चैनल और न्यूज़पेपर वाले रोज निफ्टी और सेंसेक्स के बारे में बताते रहते हैं, इसलिए आपके मन में भी यह बात जरूर आई होगी कि आखिर निफ्टी क्या होता है ? सेंसेक्स क्या होता है ? इनके उतार-चढ़ाव के बारे में रोज टीवी चैनल और न्यूज़पेपर पर क्यों दिखाया जाता है ? सेंसेक्स और निफ्टी आखिर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है ?

अगर आपके मन में भी सेंसेक्स और निफ्टी के बारे में कई प्रकार के सवाल है ? तो आपको उन सभी सवालों के जवाब इस लेख में मिल जाएंगे। तो चलिये जानते है Nifty aur Sensex kya hota hai ?

Nifty और Sensex क्या होता है ? पूरी जानकारी।

India में NSE (National Stock Exchange) और BSE (Bombay Stock Exchange) दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजर्स है। NSE और BSE ऐसे प्लेटफॉर्म है जंहा भारत की बड़ी बड़ी कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते है। Nifty और Sensex इन्ही दोनों प्लेटफॉर्म्स के इंडेक्स है यानी की निर्देशांक है। अगर आपको इंडेक्स का मतलब समझ ना आया हो तो चिंता ना करे, आगे आपको अच्छे से समझ आ जाएगा।

Nifty 'NSE' का इंडेक्स है और Sensex 'BSE' का इंडेक्स है। NSE मार्केट में 1600 से भी ज्यादा कंपनियां सामिल है, वंही BSE में 5000 से भी ज्यादा कंपनियां सामिल है, इसलिए अगर हमे रोज पूरे NSE या BSE मार्केट का हाल जानना हो तो हमे NSE और BSE मार्केट में सामिल सभी कंपनियों की परफॉर्मेंस देखनी होगी, लेकिन रोज ऐसा करना मुमकिन नही है। इसलिए इन दोनों स्टॉक एक्सचेंजर्स में index यानी की Nifty और Sensex का निर्माण किया गया।

क्योंकि भारत में लाखो करोड़ों लोग ऐसे है, जो शेयर मार्किट में काम करते है, मार्केट में पैसे लगाते है, कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते है। इसलिए सभी इन्वेस्टर्स के लिए रोज यह जानना जरूरी होता है कि आज मार्केट का हाल कैसा रहा, क्योंकि मार्केट के उतार चढ़ाव के आधार पर ही कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते है। लेकिन जैसा कि हमने आपको पहले बताया की NSE में 1600 और BSE में 5000 से भी ज्यादा कंपनियां शामिल है। इसलिए इन्वेस्टर रोज इन सभी कंपनियों को चेक नहीं कर सकते हैं। इसलिए पूरे मार्केट का औसतन हाल कैसा रहा ? यह दर्शाने के लिए निफ्टी और सेंसेक्स को लाया गया।

Nifty और Sensex को लाने का मकसद बस इतना सा है कि हमें सिर्फ सेंसेक्स और निफ्टी को देखकर एक अंदाजा लग जाए कि आज मार्केट का हाल कैसा रहा। जो लोग शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करते है उनके लिए निफ्टी और सेंसेक्स काफी फायदेमंद होते है। क्योंकि शेयर मार्केट में तो वर्तमान में 7000 से भी ज्यादा कंपनियां शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है शामिल है। अभी हम रोज इन 7000 कंपनियों को तो चेक कर नहीं सकते है। इसलिए निफ्टी और सेंसेक्स का निर्माण किया गया, जिसमें देश की सबसे बड़ी कंपनियों को शामिल किया जाता है और उसके बाद यह टॉप कंपनियां जैसे-जैसे परफॉर्म करती है, उसी के हिसाब से निफ्टी और सेंसेक्स के पॉइंट कम ज्यादा होते रहते हैं।

तो अगर आपको निफ़्टी और सेंसेक्स के पॉइंट हरे रंग के साथ ऊपर जाते हुए दिखे तो इसका मतलब है आज भारत का मार्केट बीते हुए कल से (पिछले दिन से) अच्छा रहा और वही अगर सेंसेक्स और निफ्टी के पॉइंट्स लाल रंग के साथ नीचे जाते हुए दिखे तो इसका मतलब होता है आज भारत के शेयर मार्केट का हाल पिछले दिन से खराब रहा।

लेकिन हर बार यह जरूरी नहीं होता कि अगर निफ्टी और सेंसेक्स का ग्राफ नीचे जा रहा हो तो शेयर मार्केट की सभी कंपनियों का ग्राफ नीचे जाएगा। जैसा कि हमने आपको बताया की निफ्टी में सिर्फ देश की सबसे बड़ी 50 कंपनियां तथा सेंसेक्स में देश की सबसे बड़ी 30 कंपनियां ही शामिल होती है। उन्हीं के आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी के पॉइंट कम ज्यादा होते रहते हैं। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि अगर निफ्टी और सेंसेक्स के पॉइंट आज गिर रहे हैं तो शेयर मार्केट की सभी कंपनियों के पॉइंट गिरेंगे। ऐसा बहुत सी बार देखा गया है की निफ़्टी और सेंसेक्स में सामिल कंपनियों और बाकी कंपनियों के उतार चढ़ाव में काफी फर्क मिलता है।

हमें स्टॉक मार्केट का हाल जानने के लिए सभी कंपनियों को देखने की जरूरत नही हम सिर्फ निफ़्टी और सेंसेक्स को देख कर मार्केट का हाल जान सकते हैं।

निफ़्टी और सेंसेक्स जैसे स्टॉक मार्केट के प्रमुख इंडेक्स है, वैसे ही NSE और BSE में अलग अलग सेक्टर्स के लिए भी इंडेक्स बनाये गए है। जैसे अगर आपको शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है सिर्फ बैंक सेक्टर की कंपनियों का मार्केट देखना हो तो आप NSE के Banknifty इंडेक्स को देलह सकते है और BSE में BANKEX इंडेक्स को देख सकते है। ऐसे ही स्टॉक मार्केट में Small Cap (छोटी कंपनियों) और Mid Cap (मध्यम कंपनियों) के भी अलग अलग इंडेक्स होते है।

Nifty क्या है ? What is Nifty in Hindi

जैसा की हम आपको ऊपर बता चुके है, Nifty NSE का इंडेक्स है, जिसको देख कर हम NSE मार्केट का पूरा हाल जान सकते है। Nifty शब्द National और Fifty को मिला कर बना है। यंहा National शब्द को इस लिए लिया गया है क्योंकि ये NSE (National Stock Exchange) का इंडेक्स है, और Fifty शब्द को इस लिए लिया गया है क्योंकि इसमे सिर्फ 50 कंपनियों यानी की Fifty कंपनियों को सामिल किया जाता है। NSE में वर्तमान में 1600 से भी ज्यादा कंपनियां सामिल है, किन्तु Nifty में सिर्फ टॉप 50 कंपनियों को सामिल किया जाता है। निफ़्टी को 'Nifty Fifty' के नाम से भी जाना जाता है।

Sensex क्या है ? What is Sensex in Hindi ?

Sensex BSE मार्केट का इंडेक्स है, जिसको देख कर हम BSE मार्केट का हाल जान सकते है। Sensex शब्द Sensitive और Index शब्द से मिल कर बना है। Sensex में टॉप 30 सबसे बड़ी कंपनियां सामिल है। इसलिए इन टॉप 30 कंपनियों के परफॉर्मेंस के आधार पर ही सेंसेक्स की मूवमेंट ऊपर नीचे होती रहती है।

निफ़्टी और सेंसेक्स में हर सेक्टर से कंपनियां सामिल की जाती है। जिस कंपनियां का फ्री फ्लोट मार्किट कैप ज्यादा होता है उसी को निफ़्टी और सेंसेक्स में सामिल किया जाता है। हर 3 महीने से मार्केट की सभी कंपनियों का स्टेटस चेक किया जाता है। इसमे अगर निफ़्टी और सेंसेक्स में सामिल किसी कंपनी की वैल्यू कम हो जाए तो उसको निफ़्टी और सेंसेक्स से बाहर कर दिया जाता है और उसके स्थान पर दूसरी कंपनी को सामिल कर लिया जाता है। लेकिन इसके लिए शर्त यह है की जिस कंपनी को अभी निफ़्टी या सेंसेक्स में सामिल किया जा रहा है उसका फ निफ़्टी सेंसेक्स से बाहर जाने वाली कंपनी से ज्यादा होना चाहिए।

Free Float Market Cap क्या होता है ?

एक होती है कंपनी की Real Value जिसको कंपनी का मार्केट कैप (Market Cap) कहते हैं, और एक होता है कंपनी का Free Float Market Cap, तो कंपनी के Market Cap और Free Float Market Cap में क्या अंतर है ? चलिए हम आपको बताते हैं।

जैसे कि मान लीजिये की एक कंपनी है जिसकी वैल्यू 100 करोड़ रुपए है, तो यहां पर 100 करोड रुपए उस कंपनी की रियल वैल्यू यानी की उसका Market Cap हो गया।

अभी स्टॉक मार्केट में जितने भी कंपनियां शामिल है, उन कंपनियों पर 100% हक सिर्फ कंपनी के मालिक का नहीं होता है। कुछ हिस्सा अन्य इन्वेस्टर्स का भी होता है। इसलिए कंपनी का जो हिस्सा इन्वेस्टर्स के पास होता है वही उस कंपनी का Free Float Market Cap होता है।

जैसे मान लीजिए की एक कंपनी है जिसकी टोटल वैल्यू 100 करोड़ है, जिसमें ₹60 करोड़ रुपये उस कंपनी के मालिक ने लगा रखे हैं और ₹40 करोड़ रुपये बाकी बहुत सारे छोटे छोटे इन्वेस्टर्स नहीं लगा रखे हैं। तो यहां पर उस कंपनी का Free Float Market Cap ₹40 करोड़ रुपये हो गया। इस प्रकार से निफ्टी और सेंसेक्स में सिर्फ उन्हें उन सबसे बड़ी कंपनियों को शामिल किया जाता है जिनका Free Float Market Cap सबसे ज्यादा होता है। प्रत्येक 3 महीने से स्टॉक मार्केट की सभी कंपनियों को ट्रैक किया जाता है, और निफ्टी और सेंसेक्स की कंपनियों में बदलाव होते रहते है।

तो आज के इस लेख में आपने सीखा की Nifty kya hota hai ? Sensex kya hota hai ? इस लेख मे आपने निफ्टी और सेंसेक्स के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में जानी है। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी अच्छे से समझ में आ गई होगी। अगर अभी भी आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप हमें नीचे कमेंट करके बता सकते हैं।

सेंसेक्स, निफ़्टी और बिटक्वाइन क्या है

हम अक्सर समाचार पत्रों, टीवी न्यूज़, यहाँ तक कि लोगो को आपस में शेयर बाजार से सम्बंधित सेंसेक्स और निफ्टी आदि के बारें में चर्चा करते हुए सुनते और देखते है | दरअसल शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है, जहाँ पर शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है दुनियाभर के लोग बहुत ही कम समय में लाभ कमानें के उद्देश्य से पैसा लगाते है | यदि हम भारतीय शेयर मार्केट की बात करे, तो यहाँ सबसे पहले सेंसेक्स और निफ्टी का नाम लिया जाता है |

ऐसे में स्वाभाविक है, कि सेंसेक्स और निफ्टी को लेकर आपके मन में अनेक प्रकार के प्रश्न उठ रहे होगे | सेंसेक्स (Sensex), निफ़्टी (Nifty) और बिटक्वाइन (Bitcoin) क्या है ? इसके प्रयोग और कीमत के बारें में आज हम इस बात को लेकर चर्चा करेंगे |

भारतीय शेयर बाजार से सम्बंधित जानकारी (Information Related To Indian Share Market)

Table of Contents

सेंसेक्स और निफ्टी के बारें में चर्चा करनें से पहले आपके लिए बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) के बारें में जानना आवश्यक है | आपको बता दें, कि बीएसई एशिया का सबसे पुराना शेयर बाजार है, जिसकी स्थापना वर्ष 1875 में हुई थी | बीएसई को पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज के नाम से जाना जाता था | वर्तमान में इसका कार्यालय मुंबई के दलाल स्ट्रीट में स्थित है |

यदि हम एनएसई (NSE) की बात करे तो इसका पूरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange) है | एनएसई की स्थापना वर्ष 1972 में हुई थी | हालाँकि बीएसई सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, परन्तु प्रतिदिन बड़ी संख्या में ट्रेड और टर्नओवर अधिक होनें के कारण वर्तमान समय में एनएसई की इम्पोर्टेंस काफी अधिक हो गयी है |

सेंसेक्स क्या है (What Is Sensex)

जैसा की हम जानते है, कि बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) स्टॉक एक्सचेंज हैं, जबकि सेंसेक्स और निफ्टी इसके प्रमुख संकेतक हैं | सेंसेक्स सेंसिटिव और इंडेक्स से लिया गया है और यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सूचकांक है | सेंसेक्स में 30 कंपनियां शामिल हैं, और इन्हें कंपनी की तरलता, बाजार पूंजीकरण, राजस्व और विविधीकरण के आधार पर चुना जाता है |

इसके अलावा, सेंसेक्स पर एक कंपनी के लिए बीएसई में सूचीबद्ध होना आवश्यक होता है।यह भारत के सबसे पुराने सूचकांकों में से एक है, और लोग इसे मार्केट के प्रदर्शन और भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रतिबिंब का एक उपाय मानते हैं | इसका उपयोग भारतीय अर्थव्यवस्था और उद्योग में वृद्धि और विकास को मापने और शेयर बाजार की प्रवृत्ति को समझने के लिए एक बेंचमार्क के रूप में किया जाता है |

सेंसेक्स 30 सबसे बड़ी कंपनियों के शेयरों पर आधारित सूचकांक होता है | सूचकांक का मूल्य अंतर्निहित प्रतिभूतियों के मूल्य पर निर्भर करता है | अधिकांश प्रतिभूतियों की कीमत में वृद्धि के कारण सेंसेक्स के मूल्य में वृद्धि होती है जबकि अधिकांश अंतर्निहित प्रतिभूतियों की कीमत में गिरावट के कारण सूचकांक के मूल्य में कमी होती है |

निफ्टी क्या है (What Is Nifty)

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज फिफ्टी (निफ्टी) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का शेयर बाजार सूचकांक है | इसे NIFTY 50 और CNX Nifty के रूप में भी जाना जाता है| इसमें 50 स्टॉक शामिल हैं, जो NSE पर सक्रिय रूप से कारोबार करते हैं, और इसका स्वामित्व और प्रबंधन NSE की सहायक कंपनी India Index Services and Products Ltd. (IISL) द्वारा किया जाता है |

निफ्टी 50 में शीर्ष 50 स्टॉक 12 विभिन्न क्षेत्रों से हैं | इनमें से कुछ में सूचना प्रौद्योगिकी, उपभोक्ता सामान, वित्तीय सेवाएं, ऑटोमोबाइल, दूरसंचार आदि शामिल हैं। इसके अलावा, सूचकांक का आधार मूल्य 1000 है, और यह मुक्त-फ्लोट बाजार पूंजीकरण भारित विधि का उपयोग करके गणना की जाती है |

बिटक्वाइन क्या है (What Is Bitcoin)

दरअसल बिटक्वाइन एक वर्चुअल अर्थात आभासी मुद्रा है | यह एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है | जिसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं है अर्थात बिटक्वाइन को न ही आप छू सकते है और न ही देख सकते है | बिटकॉइन को वर्ष 2008 में सातोशी नकामोति ने बनाया था | हालाँकि सातोशी नकामोति कोई व्यक्ति है या संस्था है, इसकी कोई जानकारी नहीं है | इस क्रिप्टोकरेंसी को सबसे पहले वर्ष 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था |

इस मुद्रा पर किसी भी बैंक या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है, हालाँकि भारतीय रिज़र्व बैंक नें इसे मान्यता नहीं दी है, परन्तु उच्च न्यायालय नें वर्चुअल करेंसी के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में लेन देन की स्वीकृति दे दी है | यदि किसी के पास बिटक्वाइन है, तो वह आम करेंसी की भांति सामान की खरीद-फरोख्त कर सकता है |

बिटक्वाइन कैसे बनता है (How DoesBitcoin Become)

बिटक्वाइन एक डिजिटल करेंसी है, जिसकी शुरुआत सतोशी नाकामोतो द्वारा की गयी थी | आपको बता दें, कि बिटक्वाइन की सबसे छोटी इकाई (Unit) सतोशी है | 1 बिटक्वाइन 10,00,00,000 करोड़ (सतोशी) होता है | जिस प्रकार भारतीय मुद्रा के 1 रुपये में 100 पैसे होते है, ठीक उसी प्रकार 10 करोड़ सतोशी से मिलकर 1 बिटक्वाइन बनता है |

बिटक्वाइन का लेन-देन डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के माध्यम से किया जाता है | इस वर्चुअल करेंसी पर पूरी तरह से डिजिटली कंट्रोल होता है | दुनियाभर में एक समय में बिटक्वाइन की कीमत एकसमान होती है, हालाँकि गतिविधियों के अनुसार इसकी कीमते घटती, बढ़ती रहती है और इसका कोई निर्धारित मूल्य नहीं होता है |

Stock Market Update: ग्‍लोबल मार्केट के रुख से लगातार चौथे द‍िन चमका शेयर बाजार, सेंसेक्‍स 293 अंक चढ़ा

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Stock Market Update: अमेर‍िकी शेयर बाजार में लगातार तेजी से भारतीय शेयर बाजार में भी तेजी का स‍िलस‍िला बना हुआ है. लगातार तीन द‍िन तेजी से बंद होने के बाद इंड‍ियन स्‍टॉक एक्‍सचेंज के प्रमुख एक्‍सचेंज मंगलवार सुबह हरे न‍िशान के साथ खुले. कारोबारी सत्र की शुरुआत में 30 अंक वाला सेंसेक्‍स 293 अंक की तेजी के साथ 60,408.29 अंक पर खुला. 50 अंक वाले न‍िफ्टी में भी तेजी देखी गई और यह 100 अंक से ज्‍यादा की तेजी के साथ 18 हजार के पार 18,044.45 अंक पर खुला.

खुदरा महंगाई दर में तेजी
कारोबार की शुरुआत में सेंसेक्‍स के 30 में से 27 शेयर हरे न‍िशान के साथ कारोबार करते देखे गए. सबसे ज्‍यादा 5 प्रत‍िशत से भी ज्‍यादा की तेजी बजाज फ‍िनसर्व (Bajaj Finserv Ltd.) में देखी गई. वहीं, एचसीएल में सबसे ज्‍यादा ग‍िरावट देखने को म‍िली. दूसरी तरफ न‍िफ्टी के टॉप गेनर्स में BAJAJ FINSV, HDFC LIFE, SBI LIFE, BRITANNIA और COAL INDIA शाम‍िल रहे. वहीं, टॉप लूजर्स में CIPLA, DIVIS LAB और HCL TECH शाम‍िल रहे. एक द‍िन पहले आए महंगाई के आंकड़े से मंगलवार सुबह भारतीय बाजार बेपरवाह नजर आया. जुलाई के 6.7 प्रत‍िशत के मुकाबले खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7 प्रत‍िशत पर पहुंच गई है.

अमेरिकी बाजार में तेजी
दूसरी तरफ ग्‍लोबल में तेजी का स‍िलस‍िला देखा जा रहा है. सोमवार को अमेरिकी बाजार चढ़कर बंद हुए. महंगाई के आंकड़े आने से पहले अमेरिकी शेयर बाजार लगातार चौथे दिन भागा. डाओ जोंस (Dow Jones) 230 अंक चढ़कर 32381 अंक पर बंद हुआ. वहीं नैस्डैक (Nasdaq) 150 अंक उछलकर दिन की ऊंचाई पर बंद हुआ. एशियाई बाजारों में भी तेजी का रुख देखने को मिल रहा है. कोस्पी 51 अंक तो SGX निफ्टी 110 अंक की बढ़त के साथ ट्रेड कर रहा है.

तीन कारोबारी सत्र में तेजी
इससे पहले सोमवार को भारतीय शेयर बाजारों में लगातार तीसरे तेजी दर्ज की गई. कारोबारी सत्र के अंत में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 321.99 अंक की मजबूती के साथ तीन ह्रफ्ते के उच्च स्तर 60,115 अंक पर बंद हुआ. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 103 अंक चढ़कर 17,936.35 अंक पर बंद हुआ. पिछले तीन कारोबारी सत्रों के दौरान सेंसेक्स में 1,086 अंक और निफ्टी में 312 अंक का उछाल आया है.

सेंसेक्स @60,000: सिर्फ एक साल में शेयर बाजार का डबल धमाका

एक साल में भारतीय शेयर बाजार में काफी उथल-पुथल हुई है.

सेंसेक्स @60,000: सिर्फ एक साल में शेयर बाजार का डबल धमाका

बीते एक-डेढ़ साल में भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में काफी उथल-पुथल हुई शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है है. 2020 में कोविड-19 महामारी की वजह से इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी (Nifty 50) मार्च 2020 में रिकॉर्ड न्यूनतम स्तर पर चले गये थे. लेकिन उसके बाद बुल्स की वापसी से शेयर बाजार ने पिछले एक ही साल में कई माइलस्टोन्स पार किए. 24 सितंबर को सेंसेक्स पहली बार 60,000 के ऊपर ट्रेड कर रहा है. आइये नजर डालते हैं BSE सेंसेक्स (Sensex) के पिछले एक साल के सफर पर-

23 मार्च 2020:

कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार ने पूर्ण रूप से देश भर में लॉकडाउन लगाया. सेंसेक्स उस दिन 13.15% यानी 3935 अंक गिरकर अपने 5 साल के न्यूनतम स्तर 25,981 पर आ गया था.

अप्रैल 2020 से सेंसेक्स ने अपने न्यूनतम स्तर से वापसी शुरू किया और 8 अक्टूबर 2020 को इसने 40,000 का आकड़ा पार किया.

4 दिसंबर 2020:

कोविड के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ. ज्यादातर निवेशक अब सब कुछ पहले जैसा नॉर्मल और आर्थिक सुधार की उम्मीद लगाए थे. और सेंसेक्स 4 दिसंबर 2020 को 45,000 का आकड़ा पार करने में सफल हुआ.

शेयर मार्केट क्या है ? कैसे काम करता है ? What Is Share Market In Hindi

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दोस्तों आपने कही न कही शेयर मार्केट (Share Market), सेंसेक्स (Sensex), निफ्टी (Nifty), NSE, BSE जैसे शब्दों के बारे में सुना होंगा। समाचार पत्रों, न्यूज़ चैनलों आदि में सुना होंगे की आज शेयर मार्केट में गिरावट आई , आज सेंसेक्स इतने अंक ऊपर बंद हुआ , आज निफ़्टी इतने अंक निचे बंद हुआ। तो क्या आपके मन में इन सभी के बारे में जानने की जिज्ञासा होती है। तो आइये आज की इस पोस्ट में जानते है शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi), सेंसेक्स (Sensex) क्या है ? निफ्टी (Nifty) क्या है ? NSE, BSE क्या है। शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How does stock market work?) जैसे शेयर मार्केट के बारे में बहुत सारी जानकारी।

शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi)

दोस्तों हर एक वस्तु विशेष को खरीदने – बेचने के लिए एक बाज़ार (Market) होता है जैसे शब्जी के लिए अलग बाजार , कपड़ो का बाजार , घर के काम की वस्तु के लिए बाजार , इसी तरह से कंपनियों के शेयर (shear) को खरीदने बेचने के लिए शेयर मार्केट (Share Market) होता है। यह दूसरे अन्य बाजारों की तरह ही सामान्य बाजार होता है जंहा से आप शेयर को खरीद और बेच सकते है और बिच का मुनाफा कमा सकते है।

लेकिन शेयर मार्केट (Share Market) में ऐसे दुकाने नहीं लगती बल्कि यह सब ऑनलाइन चलता है. शेयर बाजार में आप अपने हिसाब से शेयर को, पैसे देकर खरीदते है और जब उन शेयर की कीमत बढ़ जाती है तब उन्हें बेचकर पैसे कमा सकते है, इसके अलावा ट्रेडिंग, सेल ट्रेडिंग से भी पैसे कमा सकते है। इसके लिए आपके पास एक बैंक सेविंग अकाउंट, ट्रेडिंग आकउंट और शेयर को खरीदने बेचने के लिए किसी एक ब्रोकरेज कम्पनी में डीमैट खाता खोलना होता है। जैसे की Groww, एंजेल ब्रोकिंग, अप्सटॉक, 5 पैसा, Zerodha आदि ऐसे कई कंपनिया है जहा आप शेयर खरीदने बेचने के लिए खाता खोल सकते है। यह सब कैसे काम करता है इसके बारे में भी हम आगे बात करेंगे। पहले इसके कुछ और जरुरी बातो को समझते है।

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शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How does stock market work)

दोस्तों ये तो आप अच्छे से समझते होंगे की किसी भी कंपनी, बिज़नेस को चलाने, तरक्की करने के लिए पैसो की भी ज्यादा जरुरत होती है। जब कोई कंपनी मार्केट में आती है तो उसका एक उद्देश्य होता है। कौन सा प्रोडक्ट बनाना है , कितनी क्षमता और कितनी मात्रा में बनाना है। उसके हिसाब से ही उसे पैसो की जरुरत भी होती है। अब कम्पनी को पैसो के लिए या तो लोन लेना होता है। या तो अपनी कंपनी की कुछ प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर पैसे बना सकती है और उस हिस्सेदारी को वह शेयर मार्केट में लिस्ट कर सकती है।

मान लीजिए किसी के पास एक अच्छा बिजनेस आइडिया है। लेकिन उस बिज़नेस आइडिआ को परिणाम देने के लिए पैसे नहीं है। ऐसे में वह अपनी कंपनी को SEBI (Securities and Exchange Board of India) के पास जाकर, कागजी कार्यवाही पूरी कर शेयर मार्केट (Share Market) में लिस्ट हो सकती है और वहा से अपने बिजनेस के लिए पैसे जुटा सकती है।

अब यहाँ शेयर का मतलब हिस्सा है. इसका मतलब जो कंपनियां शेयर मार्केट (Share Market) या स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होती हैं उनकी हिस्सेदारी वह बेचती है। जब कोई निवेशक शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में हिस्सेदार हो जाता है. ये हिस्सेदारी खरीदे गए शेयरों की संख्या पर निर्भर करती है. शेयर खरीदने और बेचने का काम ब्रोकर्स करते है यह शेयरहोल्डर्स और कंपनी, बाजार में एक महत्पूर्ण कड़ी का काम करते है।

मान लो किसी कम्पनी को अपना बिज़नेस चलाने के लिए 10000 रुपये की जरुरत है। अब कंपनी अपने शेयर, उन्हके भाव के साथ बाजार में पेस करती है। कंपनी उतने ही शेयर बाजार में बेचती है जितने पैसो की उसे जरुरत हो और यह टोटल शेयर वेलु से 50% से कम ही होता है। तभी कंपनी के पास मालिकाना हक़ रहता है। अब जब कोई व्यक्ति उस कंपनी के शेयर खरीदता है तो उसे उस शेयर के भाव के आधार पर पैसे चुकाने होते है। अब यदि कंपनी अच्छा काम करती है, या और अधिक संख्या में लोग उस शेयर को खरीदने की जिज्ञासा जताते है तो उसके शेयर के भाव भी बढ़ते है। और कंपनी अच्छा काम नहीं करती है तो उसके शेयर के भाव कम होते है। ऐसे में शेयर मार्केट में व्यक्ति शेयर खरीदकर और बेचकर पैसे बना सकता है। ऐसे में कंपनी को अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पैसे मिल जाते है और शेयर होल्डर्स को ख़रीदे और बेचे गए शेयर्स के बिच का मुनाफा।

किसी भी कंपनी को शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है शेयर बाजार में लिस्ट होने के लिए अलग अलग मार्केट है उन मार्केट्स के नियमो के मुताबित कंपनी अपने आप को शेयर बाजार में लिस्ट कर सकती है। हमारे देश भारत की बात करे तो यह शेयर बाजार के लिए दो मार्केट उपलब्ध है। आइये इनके बारे में जानते है।

NSE Kya Hai ? एनएसई क्या है ?

NSE का मतलब या Full Form “national stock exchange” है। वर्ष 1992 में स्थापित, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) बाजार पूंजीकरण के मामले में भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। एनएसई भारत में इलेक्ट्रॉनिक और पूरी तरह से स्वचालित व्यापार की प्रणाली में लाया गया पहला स्टॉक एक्सचेंज था। कुछ ही वर्षों में, व्यापार की इस इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली ने प्राकृतिक शेयर प्रमाणपत्रों को शामिल करते हुए कागज आधारित शेयर ट्रेडिंग सिस्टम को पूरी तरह से बदल दिया है।

स्टॉक एक्सचेंज में एक बेंचमार्क इंडेक्स भी होता है जिसे निफ्टी (Nifty) के नाम से जाना जाता है। निफ़्टी के अंतर्गत सबसे अधिक कारोबार वाली 50 कंपनियों को सूचीबद्ध किया जाता है। और इनके मार्केट के आधार पर निफ़्टी (Nifty) के अंक ऊपर निचे होते है। इसके अलावा, एनएसई को थोक व्यापार की शर्तें पे दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज के रूप में चुना गया है। और नेशनल स्टॉक की ग्लोबल रैंक 11 है।

BSE Kya Hai ? बीएसई क्या है ?

BSE का मतलब या full Form “Bombay stock exchange” होता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) नेशनल स्टॉक एक्सचेंज से भी पुराना शेयर मार्केट (Share Market) है। बीएसई ने वर्ष 1875 में “द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन” के नाम से अपना परिचालन शुरू किया। यह बीएसई को पूरे एशिया में सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज बनाता है। एनएसई के विपरीत, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज केवल ओपन-क्राय सिस्टम से पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग (बोल्ट) में 1995 में स्थानांतरित हो गया।

निफ्टी की तरह ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का भी अपना बेंचमार्क इंडेक्स है जिसे सेंसेक्स (Sensex) के नाम से जाना जाता है। इस सूचकांक को पहली बार वर्ष 1986 में पेश किया गया था। इसके अंतर्गत मूलतः कारोबार की 30 कंपनियों के औसतन परिणामो को अंको में पेस कर शेयर मार्केट में सेंसेक्स क्या होता है प्रस्तुत किया जाता है। यह दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है.

शेयर कैसे ख़रीदा और बेचा जाता है (How to sell and buy shares)

दोस्तों शेयर मार्केट (Share Market) में शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपके पास Demat Account और ट्रेडिंग आकउंट का होना बहुत जरुरी है। यह डीमैट आकउंट आप किसी भी ब्रोकरेज कंपनी से खोल सकते है आप इन्हे शेयर मार्किट अप्प भी कह सकते है जैसे की –

Stock Market में निवेश करने के लिए बैंक एकाउंट, Demat एकाउंट, Trading एकाउंट का होना अनिवार्य है. किसी भी ब्रोकरेज कंपनी में खाता खोलने के लिए आपको निम्न दस्तावेज लगेंगे।

  • PAN Card
  • Address Proof
  • Passport Size Photos
  • Account Check Book
  • 6 महीनो की अकाउंट ट्रांजेक्शन हिस्ट्री (किसी किसी कंपनी में)

इन दस्तावेजों की मदद से किसी भी ब्रोकरेज कम्पनी में आप अपना डीमैट खाता खुलवा सकते है। और जिसके बाद आपको अपने बैंक खाते से अपने ब्रोकरेज कम्पनी के वॉइलेट में पैसे डालने होंगे जिनसे आप शेयर खरीद और बेच सकते है। और इन पैसो को अपने बैंक खाते में निकाल भी सकते है। कुछ ब्रोकरेज कंपनियों के नाम मैंने आपको ऊपर दिए है जो आपको समय समय पर कौन से शेयर खरीदना है कौन से बेचना है। किस कंपनी में क्या चल रहा है पूरी जानकारिया देते रहते है। जो आपको इन्वेस्टमेंट में मदद करती है।

Share Market Books Hindi & English

शेयर बाजार को अधिक बारीकी से समझने के लिए आपको इन बुक्स को पढ़ना चाहिए।

दोस्तों उम्मीद करता हूँ आज की इस पोस्ट में आपको शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi), सेंसेक्स (Sensex) क्या है ? निफ्टी (Nifty) क्या है ? NSE, BSE क्या है। शेयर मार्केट कैसे काम करता है (How does stock market work?) आदि शेयर बाजार के बारे में बेसिक जानकारिया मिली होंगी। इससे जुड़े आपको कोई सवाल हो तो आप कमैंट्स कर सकते है।

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