सही ब्रोकर कैसे चुनें?

Niftyfriend.com भारतीय शेयर बाजार के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए भारतीय व्यापारियों / एनआरआई के लिए एक “नि: शुल्क सीखने वाला निवेश पोर्टल है। हम पहले “स्टॉक ब्रोकर” के लिए निवेश यात्रा और चयन शुरू करने में मददगार हैं। हमारी समीक्षाओं से स्टॉक ब्रोकर, सेवाओं और शुल्क जैसे ब्रोकरेज शुल्क और डीमैट शुल्क के बारे में ज्ञान बढ़ता है। तुलना करें और अपने लिए सही स्टॉक ब्रोकर चुनें। ब्रोकरेज शुल्क, लेनदेन शुल्क, और अन्य शुल्क जैसे और अन्य छिपे हुए शुल्क (जैसे डीपी शुल्क, कॉल और व्यापार शुल्क, फंड ट्रांसफर शुल्क) के बारे में अधिक जानकारी पढ़ें।
शेयर ब्रोकर चुनने में इन पांच बातों का रखें ध्यान
1. डिस्काउंट ब्रोकर पर दांव!
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद फरोख्त करते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. इसलिए यदि आप बाजार की उथल-पुथल और हलचल को समझते हैं, जो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं. अन्यथा फुल सर्विस ब्रोकर ही बेहतर है.
2. फोन या ऑनलाइन कारोबार की सेवा
आप कारोबार के लिए फोन और इंटरनेट दोनों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. ब्रोकर का चयन करने से पहले यह जान लेना जरूरी है कि वह दोनों में से कौनसी सुविधा मुहैया करवाता है. हालांकि, हाइब्रिड ब्रोकर्स दोनों ही सुविधाएं देते हैं.
सबसे अच्छा शेयर ब्रोकर चुनते वक्त इन बातों का खासतौर पर ध्यान रखें:
- किसी भी ब्रोकर को चुनने से पहले उसके इतिहास के बारे में जान लेना निवेशक के लिए जरूरी होगा।
- निवेशक को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उस ब्रोकर या ब्रोकर फर्म ने दूसरे निवेशकों को कितना फायदा और कितनी हानि पहुंचाई है।निवेशक को ब्रोकर की अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर लेनी चाहिए।
- ब्रोकरेज चार्जेस के बारे में अच्छी तरह जान लेना चाहिए।
- कस्टमर रिव्यू आपको एक अच्छा स्टॉक ब्रोकर करने में मदद करते हैं। पर रिव्यू किसी अच्छी वेबसाइट से ही पड़े क्योंकि आजकल शेयर ब्रोकर दूसरे ब्रोकर को बदनाम करने के लिए झूठे रिव्यू बनाते हैं।
- यह जरूर जान ले कि स्टॉक ब्रोकर की ग्राहक सेवा किस तरह की है। क्या उसके पास ग्राहकों की मुश्किलों को हल करने के लिए पर्याप्त कस्टमर सपोर्ट टीम है या नहीं।
ब्रोकर द्वारा ली जाने वाली ब्रोकरेज की जानकारी
निवेशक को इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए कि उसने जिस ब्रोकर को चुना है वह कितनी ब्रोकरेज लेता है। क्योंकि अपने लिए एक ज्यादा ब्रोकरेज चार्जेस वाला ब्रोकर चुनना और कम फीस (क्योंकि कम कीमत वाला ब्रोकर आपको अच्छी सेवाएं प्रदान करने में असमर्थ होगा) वाला ब्रोकर चुनना भी समझदारी की बात नहीं है। निवेशक को अपने लिए एक मध्यम वर्ग का ब्रोकर और जिसको अच्छी जानकारी हो उसी को चुनना ही बेहतर होगा।
कस्टमर केयर सर्विस निवेशक को एक अच्छे ब्रोकर के द्वारा ही दी जाती है। कुछ बार किसी टेक्निकल इश्यू के कारण आपको कस्टमर टीम से बात करनी पड़ती है अगर कस्टमर सपोर्ट टीम उपलब्ध ना हो तो आपको नुकसान झेलना पड़ सकता है।
डिस्काउंट ब्रोकर पर सोच समझ कर दांव लगाना
निवेशक को ऐसे ब्रोकर का चुनाव करना चाहिए जो कि उसके कहे पर ही शेयरों को खरीदे और बेचे। जब एक ब्रोकर आपकी जरूरत और व्यक्तिगत और धन संबंधी इच्छाओं की परवाह किए बिना ही ट्रेड करता है। ब्रोकर की शिकायत के लिए सर्विस विभाग के अतिरिक्त सेबी का प्लेटफार्म मौजूद होना चाहिए।
कुछ बार यह पाया गया है कि कुछ स्टॉक ब्रोकर ग्राहक द्वारा दी गई पावर ऑफ अटॉर्नी का गलत इस्तेमाल करते हैं। इसीलिए यह सुनिश्चित करें कि आपका स्टॉक ब्रोकर आपका स्टॉक ब्रोकर अच्छा हो आपको नुकसान तब होता है।
सेवा की गुणवत्ता
एक ब्रोकर के द्वारा दी जाने वाली सेवा का प्रतिशत अच्छा होना चाहिए और निवेशक को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि ब्रोकर उसको कैसी सुविधाएं और कौन-कौन सी फैसिलिटी दे रहा है। यह सुविधाएं और फैसिलिटी निवेशक के लिए लाभकारी होनी चाहिए। क्योंकि कुछ ब्रोकर इक्विटी ब्रोकिंग सेवा के साथ-साथ कई प्रकार की सेवाएं देते हैं।
हर एक निवेशक को रजिस्टर्ड डिमैट अकाउंट खोलने के लिए ब्रोकर को कुछ पैसे देने पड़ते हैं। डिमैट अकाउंट खाता शुल्क अलग-अलग ब्रोकर खुद तय करते हैं। पर शेयर मार्केट में कुछ ऐसे ब्रोकर भी मौजूद हैं जो बिना फीस लिए भी खाता खोल देते हैं।
इसके इलावा डीमैट अकाउंट शुल्क भी होता है उसको भी ध्यान में रखें।
What is Stock Broker and Brokrage fee-in Hindi .
Stock Market में काम करने वाले बहुत से लोग stock broking service के बारे में जानना चाहते है, कि स्टॉक ब्रोकर क्या है और ये क्या काम करते है? लोग ब्रोकरेज फीस के बारे में जानना चाहते है। इस आर्टिकल में आप What is Stock Broker and Brokrage Fee के बारे में विस्तार से जानेगे।
स्टॉक ब्रोकर
Stock Broker रजिस्टर्ड फाइनेंसियल रिप्रजेंटेटिव पेशेवर होते हैं। शेयर ब्रोकर एक इन्वेस्टमेंट सलाहकार और साधारण ब्रोकर का कार्य करता है। Stock Broker, शेयर और दूसरी securities के Stock Market में अपने ग्रहकों की ओर से buy और sell के ऑर्डर पूरे करते हैं। स्टॉक ब्रोकर ब्रोकरेज फर्म से जुडे होते हैं तथा वह इन्टीटूशनल और रिटेल कस्टमर के ट्रांजेक्शन हैंडल करते हैं। स्टॉक ब्रोकर को एक निवेश सलाहकार के रूप में भी जाना जाता है।
Full-service broker
फुल सर्विस ब्रोकर लइसेंसयुक्त बड़ी ब्रोकर डीलर फर्म होती है। जो अपने क्लाइंटो को रिसर्च रिपोर्ट आधारित निवश सलाह, ट्रेडिंग टिप्स, टेक्स प्लानिंग सलाह आदि मुहैया कराती है। Full-service broker की ब्रोकरेज फीस Discount broker की तुलना में ज्यादा होती है। इनकी Brokrage fee 0.50 % से 0.75 % तक हो सकती है। इसे भी पढ़ें-How to Buy and Sell Stocks Online - In hindi
फुलसर्विस स्टॉक ब्रोकर उन लोगो के लिए ठीक है, जिन्हे निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए सलाहकार की जरूरत होती है। जिन्हे शेयर मार्केट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। ऐसे इन्वेस्टर जिनका बड़ा पोर्टफोलियो होता है। उनके लिए फुलसर्विस ब्रोकर सही होते है।
स्टॉक ब्रोकिंग के बारे मे कितना जानते हैं आप? शेयर मार्केट की जानकारी रहती है इनके पास
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
दरअसल, स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रोसेस को 'स्टॉक ब्रोकिंग' कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5-10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यु 19-20 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग की फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
स्टॉक ब्रोकर किसे कहते हैं?
स्टॉक ब्रोकर वो होता है जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखता है। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक सही ब्रोकर कैसे चुनें? एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहें उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्सेसस्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा कर सकते है। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग आपरेशंस, फाइने फाइनेस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
योग्यता
ग्रेजुएशन कर चुके छात्र और ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्तीण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रा में रूचि होनी चाहिए।
गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
www.ignou.ac.in
टीकेडब्ल्यूएस इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग सही ब्रोकर कैसे चुनें? एंड फाइनेंस, नई दिल्ली,
www.tkwsibf.edu.in -
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर सही ब्रोकर कैसे चुनें? माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
भारत में चॉइस stock ब्रोकरेज फर्म के लिए
पैरामीटर यहाँ हैं:
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1.ब्रोकरेज शुल्क:
ब्रोकर ब्रोकरेज शुल्क चुनते समय ब्रोकर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि ब्रोकर ब्रोकरेज शुल्क लगाने में लाभदायक हो जाता है। ब्रोकरों द्वारा फिक्स्ड / फ्लेक्सिबल (प्रतिशत प्रतिशत और फ्लैट / फिक्स्ड चार्जेज) ब्रोकरेज चार्ज पॉलिसीज हैं। इस पैरामीटर के आधार पर विपरीत साइट के रूप में दिए गए सर्वश्रेष्ठ चार अनुशंसित हैं।
2. आदेश सुविधाएं:
ऑर्डर के प्रकार जो व्यापारियों को उनकी ट्रेडिंग शैली दिन/डिलीवरी के अनुसार ऑनलाइन/ऑफ़लाइन ऑर्डर की सुविधा के अनुसार लचीलापन प्रदान करते हैं। आजकल कुछ ब्रोकर सबसे उन्नत ऑर्डर सुविधा प्रदान करते हैं जैसे ट्रेलिंग स्टॉप लॉस और लक्ष्य ऑर्डर समान मार्जिन जो सुरक्षित दिन व्यापारी और स्वतंत्रता