डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

इंटरनेट में आज के समय में 21 मिलीयन बिटकॉइन ही है जिनमें से लगभग 25% खो चुके हैं जिसका मतलब है कि यह किसी के पास भी नहीं है। बिटकॉइन को एक्सेस करने के लिए एक पब्लिक की (key) होती है, एवं उस की के खो जाने पर आप उस बिटकॉइन को एक्सेस नहीं कर सकते।
डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है
OKX एक सेशेल्स स्थित क्रिप्टोकरेंसी सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज (CEX) और वॉलेट प्लेटफॉर्म है जो दुनिया भर में लाखों ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। यह एक्सचेंज बेसिक ट्रेडिंग ऑफर करता है जिसमें शामिल हैं- स्पॉट और सरल ऑप्शंस, और मार्जिन, फ्यूचर्स, परपेचुअल स्वैप और स्वैप सहित डेरिवेटिव। अन्य उत्पादों में शामिल हैं: ट्रेडिंग बॉट, ब्लॉक ट्रेडिंग, OKX Earn (सेविंग्स, स्टेबलकॉइन, DeFi, स्टेकिंग, ETH 2.0 और अन्य), क्रिप्टो ऋण और Jumpstart, एक्सचेंज का लॉन्चपैड।
OKX वॉलेट "वेब 3 के लिए पोर्टल" होने का दावा करता है, जो क्रिप्टो हॉट वॉलेट, डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज (DEX), NFT मार्केटप्लेस और डिसेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन (DApps) की पेशकश करता है। वॉलेट 30 से अधिक नेटवर्क को सपोर्ट करता है, जिसमें Bitcoin, Ethereum, BNB Chain, Solana, Polygon, Avalanche, Fantom और अन्य जैसे प्रमुख ब्लॉकचेन शामिल हैं।
OKX के संस्थापक कौन हैं?
OKX (पूर्व में OKEx) OK Group के स्वामित्व वाले OKCoin की सहायक कंपनी है।
इस कंपनी की स्थापना मिंगसिंग "स्टार" जू (Xu) ने 2013 में चीन में की थी। जू एक चीनी उद्यमी हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी बीजिंग से एप्लाइड फिजिक्स में बैचलर्स डिग्री हासिल की है। स्टार जू OK Group के सीईओ हैं।
OKX के वर्तमान सीईओ जे हाओ हैं।
यह प्रोजेक्ट 200 से अधिक देशों में समर्थित है। हालांकि, यूनाइटेड स्टेट्स के निवासियों के पास प्लेटफॉर्म की सेवाओं तक एक्सेस नहीं है।
यह एक्सचेंज 350 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी को सूचीबद्ध करता है और 500 से अधिक ट्रेडिंग पेयर्स को सपोर्ट करता है। यह प्लेटफॉर्म प्रमुख टोकनों को सूचीबद्ध करता है जिनमें शामिल हैं: BTC, ETH, OKB, AAVE, SOL, MATIC, XRP, DOGE, SHIB, और DOT.
फीस संरचना मार्केट टेकर और मेकर मॉडल पर आधारित है। इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग फीस 0.10% से शुरू डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है होती है और ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ने पर घट जाती है। नियमित यूजर्स के लिए, फीस OKX इकोसिस्टम में OKB (मूल मुद्रा) की संख्या पर निर्भर करती है, जबकि एडवांस यूजर्स के लिए, फीस उनके 30-दिन के ट्रेडिंग वॉल्यूम पर आधारित होती है।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi
दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।
आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)
दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।
Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।
बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)
दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।
Who is the founder of Algorand(ALGO) ?Algorand (ALGO) का फाऊंडर कौन है?
Silvio Micali Algorand(ALGO) के संस्थापक और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर हैं। उनको इलेक्ट्रॉनिक नकदी, क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल के सिद्धांत में उनके मौलिक योगदान के लिए 2012 में Turing अवार्ड दिया गया है। उनके ये महत्वपूर्ण कार्य उनको दुनिया में क्रिप्टो के अग्रणी रचनाकारों में से एक बनाता है।
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरंसी में धीमी लेन-देन गति तथा ज्यादा लेन देन शुल्क होने के कारण Algorand (ALGO) का आविष्कार हुआ। Algorand (ALGO) तेज लेन-देन गति तथा कम लेन-देन शुल्क होने के कारण इन कमियों को कम करता है। और इससे इतर यह Proof-of-Stake सर्वसम्मति सिस्टम पर कार्य करता है जिससे ऊर्जा खर्च और वायु प्रदूषण से बचा जा सकता है।
Algorand (ALGO) का भविष्य क्या होगा?
What is the future of Algorand (ALGO)?
क्रिप्टो विश्लेषकों का मानना है तेज लेनदेन गति और कम लेनदेन शुल्क होने के कारण लोग इसमें इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं जिससे Algorand (ALGO) मुल्य में अच्छी खासी बढ़त देखने को मिल सकती है।जैसा कि नीचे सारणी में दिया गया है
साल 2023 तक .70 हो सकता है।
साल 2024 तक .85 हो सकता है।
साल 2025 तक 200.22 हो सकता है।
साल 2026 तक 200.76 हो सकता है।
साल 2027 तक 800.50 हो सकता है।
साल 2028 तक $3.54 हो सकता है।
साल 2029 तक $5.29 हो सकता है।
साल 2030 तक $7.76 हो सकता है।
मैंने नीचे कुछ एक्सचेंज का लिंक शेयर किया है इस लिंक से आप अपना अकाउंट बनाकर Algorand (ALGO) कॉइन में ट्रेडिंग कर सकते हैं इनमें एक दुनिया का सबसे बड़ा एक्सचेंज है और तीन एक्सचेंज जो भारत के बड़े एक्सचेंज है बड़े एक्सचेंज ट्रेड करने का यह डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है फायदा होता है इस पर आपकी क्रिप्टोकरंसी सुरक्षित रहती है।
Cryptocurrency Prices: बिटकॉइन में गिरावट जारी, Ethereum, Cardano की कीमतें भी गिरी
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों के दौरान 2.14 फीसदी की गिरावट के साथ 1.86 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. जबकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम 11.35 फीसदी की गिरावट के साथ 61.44 अरब डॉलर हो गया है.
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) मार्केट कैपिटलाइजेशन पिछले 24 घंटों के दौरान 2.14 फीसदी की गिरावट के साथ 1.86 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया है. जबकि, ट्रेडिंग वॉल्यूम 11.35 फीसदी की गिरावट के साथ 61.44 अरब डॉलर हो गया है. जहां डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) 24 घंटों की क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग वॉल्यूम के 11.58 फीसदी के साथ 7.डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है 11 अरब डॉलर पर मौजूद हैं. जबकि, स्टेबलक्वॉइन्स (Stablecoins) 80.37 फीसदी के साथ 49.37 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं. बिटकॉइन (Bitcoin) की बाजार में मौजूदगी 0.31 फीसदी बढ़कर 42.60 फीसदी पर पहुंच गई है. मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी आज 41,687.64 डॉलर पर ट्रेड कर रही है.डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है
Polkadot, Litecoin में भी आई गिरावट
दूसरी तरफ, Polkadot 3.85 फीसदी की गिरावट के साथ 1,451.04 रुपये पर आ गया है. और Litecoin 2.76 फीसदी नीचे खिसककर पिछले 24 घंटों में 9,729.4 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं, Tether 0.2 फीसदी के उछाल के साथ 79.71 रुपये पर पहुंच गया है.
मीमक्वॉइन SHIB की बात करें, तो इसमें 2.96 फीसदी की तेजी देखी गई है. जबकि, Dogecoin की कीमतें 1.68 फीसदी बढ़कर 11.68 रुपये पर ट्रेड कर रही हैं. Terra (LUNA) 1.66 फीसदी की गिरावट के साथ 4,130.14 रुपये पर मौजूद है.
दूसरी तरफ, Solana की बात करें, तो इस क्रिप्टोकरेंसी में पिछले 24 घंटों के दौरान 4.46 फीसदी की गिरावट के साथ 7,327.73 रुपये पर पहुंच गई है. XRP में 3.27 फीसदी की गिरावट देखी गई है. यह वर्तमान में 62.87 रुपये पर ट्रेड कर रही है. जबकि, Axie 5.77 फीसदी की गिरावट के साथ 4,463.5 रुपये पर आ गया है.
क्रिप्टोकरेंसी के रेगुलेशन के लिए अभी भारत में कानून नहीं
आपको बता दें कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी और रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 संसद के शीतकालीन सत्र में पेश करने के लिए लिस्ट किया था. इसे पहले बजट सत्र के लिए भी लिस्ट किया गया था, लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका था, क्योंकि सरकार ने इस पर दोबारा काम करने का फैसला लिया था.
क्रिप्टोकरेंसी पिछले कुछ समय में निवेश के तौर पर लोगों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बनकर सामने आया है. खास तौर पर, बड़ी संख्या में युवा इसमें पैसा लगा रहे हैं.
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi
दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।
आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।
बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)
दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।
Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।
बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)
दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
पेमेंट करने डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।
बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।