टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं?

स्विंग ट्रेडिंग शुरू करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अमाउंट और डीमैट अकाउंट होना जरूरी होता है क्युकी ट्रेडिंग अकाउंट शेयर को खरीदने के लिए और डीमैट अकाउंट ख़रीदे हुए शेयर्स को रखने के लिए जरूरी है.
Technical Analysis- 1st Post (Introduction & Basics – In Hindi)
टेक्निकल एनालिसिस पर पहली पोस्ट में आपका स्वागत है 🙂 । मेरे हिसाब से, ट्रेडिंग के लिए यह सबसे अच्छा टूल है। आज मैं आपके साथ टेक्निकल एनालिसिस के बारे में एक बुनियादी विचार साझा करुँगी। उदाहरण के लिए: – टेक्निकल एनालिसिस क्या है? आपको यह क्यों इस्तेमाल करना चाहिए? ट्रेडिंग में इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? और टेक्निकल एनालिसिस की मूल बातें (प्राइस, वॉल्यूम, ओपन इंटरेस्ट)। तो चलिए शुरू करें!!
टेक्निकल एनालिसिस क्या है?
यह अतीत मार्केट के डेटा, मुख्य रूप से प्राइस और वॉल्यूम के अध्ययन के द्वारा प्राइसिस की दिशा की भविष्यवाणी की विधि है।
आपको यह क्यों इस्तेमाल करना चाहिए?
आपको इसका इस्तेमाल प्राइसिस के पूर्वानुमान लगाने के लिए करना चाहिए। यह प्राइस मूवमेंट के संदर्भ में भविष्य में क्या होने जा रहा है, के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर देता है, क्योंकि-
Stock Market Trading: बेस्ट करियर ऑप्शन में से एक है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, जानें कैसे करें कोर्स
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- स्टॉक मार्केट क्यों है बेस्ट करियर ऑप्शन?
- जानें कोर्स के लिए कौन-सी योग्ताएं हैं जरूरी
- इस फील्ड में जॉब करने से मिलते हैं कई फायदे
- आप अपने खुद के मालिक हो सकते हैं।
- करेक्ट नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ, आप मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
- आप कैश मार्केट (cash market) से डेरिवेटिव मार्केट (derivative market) तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को अपना फ्रेंड बना सकते हैं
- आप रिसर्चर या ट्रेनर भी बन सकते हैं
- आप सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार (SEBI registered Investment Advisor) या सेबी पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक (SEBI registered Research Analyst) बन सकता है और कंसल्टिंग कर सकते हैं।
Stock Market Advance: शेयर में निवेश से पहले आप टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? खुद भी करें रिसर्च
P/E Ratio और P/B Ratio जैसे रेशियो को देखते हैं. इसके अलावा और भी रेशियो को देखते है. इसके अलावा फंडामेंटल एनालिसिस में बीटा को भी देखते हैं जो अगर एक से अधिक है तो इसका मतलब हुआ कि मार्केट की तुलना में यह अधिक वोलेटाइल है. जो कंपनियां हाई डिविडेंड यील्ड वाली हैं और कर्ज मुक्त हैं, वे फंडामेंटली रूप से बहुत मजबूत हैं. इसमें और भी रेश्यो भी देखा जाता है. जैसे की loan कितना है कंपनी के ऊपर और कंपनी आने वाले टाइम पर कैसे पेरफरोमे करे गए.
RSI ( रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स ) , Bollinger Bands जैसे RSI 60-40 टेक्निकल इंडिकेटर्स है. RSI Range- Uptrend 40-80, Strong Uptrend 60-80, Downtrend 60-20, Strong Downtrent 40-20, Side Ways 40-60.
Fundamental And Technical Analysis
- समय- फंडामेंटल एनालिसिस लंबे समय के लिए किसी स्टॉक को होल्ड करना है. इसके तहत ऐसे स्टॉक की पहचान की जाती है जो समय के साथ और मजबूत होंगे. इसके विपरीत टेक्निकल एनालिसिस को शॉर्ट टर्म में किसी स्टॉक में पैसे लगाने के लिए किया जाता है.
- रिस्क- फंडामेंटल रूप से मजबूत शेयरों में निवेश पर रिस्क कम होता है जबकि टेक्निकल वैरिएबल्स में ऐसा रिस्क रहता भी है और नहीं भी.
- ट्रैकिंग- फंडामेंटल तौर पर मजबूत स्टॉक की पहचान काफी आसान होता है क्योंकि आप इसे लंबे समय में करते हैं. वहीं टेक्निकल एनालिसिस में एकाएक Up- Down मै को एनालिसिस करना होता है.
- वैल्यू: फंडामेंटल एनालिसिस में किसी कंपनी के कारोबार, इंडस्ट्री और मार्केट के साथ घरेलू व अंतरराष्ट्रीय माहौल का आकलन करते हुए फेयर वैल्यू डेवलप करते हैं. वहीं टेक्निकल में हिस्टोरिकल रिटर्न और भाव में बदलाव के जरिए आगे कीमतों में उतार-चढ़ाव टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? का आकलन किया जाता है.
Graphics Designing : इस फील्ड में है क्रिएटिव लोगों की जरूरत, जानें कैसे बनेगा सफल करियर
वर्तमान समय में युवाओं को रोजगार हासिल करने के लिए उनके पास किसी न किसी स्किल का होना आवश्यक है और ऐसी ही एक स्किल है ग्रॉफिक डिजाइनिंग। दरअसल आज लगभग हर जगह कम्प्यूटर ग्रॉफिक्स का इस्तेमाल होता है। कंपनियां भी अब अपने प्रोडक्ट्स को डेटा सहित कस्टमर्स तक क्रिएटिव तरीके से पहुंचाने के लिए ग्रॉफिक्स डिजाइनिंग का काफी उपयोग कर रही हैं। डेटा के विभिन्न रूप का उपयोग करने की जरूरत ने ग्रॉफिक डिजाइनरों की मांग को बढ़ा दिया है जो टेक्निकल एनालिसिस के साथ कहानी कहने की कला को मिक्स करते हैं। साथ ही ग्रॉफिक्स डिजाइनिंग की इंडस्ट्री काफी बड़ी हो गई और और भविष्य में इसमें और भी ज्यादा ग्रोथ होने की उम्मीद है। इसलिए अगर आपके पास क्रिएटिविटी है तो आपको इस फील्ड में आगे बढ़ने के काफी अवसर मिलेंगे। इस फील्ड में रोजगार के भरपूर अवसर को देखते हुए देश के युवाओं को टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? टेक्निकल एनालिसिस कैसे करते हैं? इसी हिसाब से तैयार करने के लिए जानी-मानी ऐडटेक कंपनी सफलता डॉट कॉम ने ग्रॉफिक डिजाइनिंग के एक खास कोर्स की शुरुआत की है। आप Graphic Designing Course - Join Now लिंक पर क्लिक करके इस खास कोर्स से जुड़ सकते हैं और बेहद ही वाजिब फीस में ग्रॉफिक डिजाइनिंग का पूरा काम सीख सकते हैं।
कोर्स करने के बाद यहां बनेगा करियर :
- यूजर इंटरफेस डिजाइनर : ये पेशेवर तय करते हैं कि कोई प्रोडक्ट कैसा दिखेगा। ये स्केच, फोटोशॉप, इलस्ट्रेटर जैसे डिजाइनिंग टूल का इस्तेमाल कर प्रोडक्ट के रंग, आकार जैसी चीजों को तय करते हैं।
- कॉन्सेप्ट आर्टिस्ट : ये किसी चरित्र को अपनी कल्पना से जन्म देते हैं और फिर तकनीक तथा कौशल के जरिये उसे एनीमेटेड कैरेक्टर में बदलते हैं।
- मल्टीमीडिया डिजाइनर : ये पेशेवर ग्रॉफिक डिजाइन को एनिमेशन के साथ जोड़कर फिल्म या प्रजेंटेशन तैयार करते हैं।
- वेब डिजाइनर : ये पेशेवर वेबसाइट और उससे जुड़ी एप्लीकेशन बनाते हैं।
- आर्ट डायरेक्टर : विज्ञापन/ प्रोडक्ट्स कस्टमर को किस रूप में दिखेगा, यह जिम्मेदारी किनकी होती है। ये जरूरत के अनुसार क्लाइंट्स के प्रोडक्ट से संबंधित मैसेज क्रिएटिविटी कर साथ उपभोक्ता तक पहुंचाने का काम करते हैं।
- विज़ुअल डिजाइनिंग
- लेआउट डिजाइनिंग
- लोगो डिजाइनिंग
- गेमिंग डिजाइनिंग
- पैकिंग डिजाइनर
- आर्किटेक्चर
- एडवरटाइजिंग इंडस्ट्री
कोर्स करने के बाद यहां बनेगा करियर :
- यूजर इंटरफेस डिजाइनर : ये पेशेवर तय करते हैं कि कोई प्रोडक्ट कैसा दिखेगा। ये स्केच, फोटोशॉप, इलस्ट्रेटर जैसे डिजाइनिंग टूल का इस्तेमाल कर प्रोडक्ट के रंग, आकार जैसी चीजों को तय करते हैं।
सफलता के साथ बनाएं अपना करियर :
देश की जानी-मानी ऐडटेक कंपनी सफलता ने युवाओं की मदद के लिए कई प्रोफेशनल और स्किल ओरिएंटेड शॉर्ट और लॉन्ग टर्म कोर्सेस की शुरुआत की है जहां से आप घर बैठे खुद को एक किसी फील्ड का प्रोफेशनल बना सकते हैं। यहां ग्रॉफिक डिजाइनिंग और डिजिटल मार्केटिंग के अलावा भी कई कोर्स मौजूद हैं। इतना ही नहीं सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवाओं के लिए भी सफलता पर लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोर्सेस हैं। यहां से पढ़कर सैकड़ों युवाओं ने सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में शानदार नौकरियां हासिल की हैं। तो देर किस बात की आज ही सफलता से जुड़े और अपना शानदार करियर बनाएं। आप अपने फोन में safalta app डाउनलोड कर भी इन कोर्सेस से जुड़ सकते हैं
स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग करने के निम्नलिखित फायदे है-
- स्विंग ट्रेडिंग में शेयर्स को कुछ दिनों या कुछ हफ्तों के लिए होल्ड करके रखा जाता है इसलिएइंट्राडे की तुलना में लाइव मार्केट में ज्यादा समय रहने की जरूरत नहीं होती है.
- स्विंग ट्रेडिंग मेंट्रेडर्स को बाजार के साइडवेज़ होने पर एक अच्छा रिटर्न मिलता है.
- स्विंग ट्रेडिंग जॉब या बिज़नेस करने वाले लोगो के लिए सबसे अच्छा होता हैं.
- स्विंग ट्रेडिंग में छोटे-छोटे रिटर्न्स साल में एक अच्छा रिटर्न भी बन जाता है.
- इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग करना आसान होता हैं क्युकी इसमें सिर्फ आपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए.
- इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में स्ट्रेस लेवेल कम कुछ होता है.
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-
- स्विंग ट्रेडिंग में ओवरनाईट और वीकेंड रिस्क भी रहता है.
- स्विंग ट्रेडिंग में गैप रिस्क भी शामिल होता है
- अगर किसी तरह से मार्केट का अचानक ट्रेंड बदल जाता है तो यहां काफी देय भी नुकसान हो सकता है.
स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे?
सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस: स्विंग ट्रेडिंग में सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस बहुत जरूरी होता है तो इसीलिये आप भी यही कोशिश यही करना कि सपोर्ट पर ब्रेकआउट के बाद शेयर्स ख़रीदे और रेजिस्टेंस पर ब्रेकडाउन पर बेच दे.
न्यूज़ बेस्ड स्टॉक: एक स्विंग ट्रेडर ऐसे शेयर्स को चुनता है जिसमें बाजार की किसी खबर का असर हो और उस खबर के कारण वह स्टॉक किसी एक दिशा में ब्रेकआउट देने की तैयारी में हो या ब्रेकआउट दे चुका हो, वह खबर बुरी या अच्छी किसी भी प्रकार की हो सकती है खबर अच्छी हुई तो ऊपर की तरफ ब्रेक आउट होगा, नहीं तो नीचे की तरफ ब्रेडडाउन होगा.
स्विंग ट्रेडिंग टेक्निक्स: स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको हमेशा हाई Liquidity शेयर्स को चुनना होता है इसके अलावा शेयर में एंट्री और एग्जिट के लिए MACD, ADX और Fast Moving Average का यूज किया जा सकता है.
आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (swing trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (swing trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.