विदेशी मुद्रा व्यापार का परिचय

दुनिया के बाजारों का हाल

दुनिया के बाजारों का हाल
शेयर बाजार का महत्व

हाल ही में बाजार पूंजीकरण के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी कौन सी बनी है -

अरामको सउदी अरब की सरकारी तेल कंपनी है, जिसने हाल ही में बाजार पूंजीकरण (1880 अरब डॉलर) के हिसाब से अमेरिकी कंपनी एप्पल और चीन की कंपनी अलीबाबा को भी पिछे छोड़ दिया है। भारतीय तेल कंपनी रिलायंस में भी अरामको की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की योजना है। सितंबर 2019 में किस देश ने पहली बार पर्यटक वीजा जारी करने का ऐलान किया है - सऊदी अरब।

शेयर बाजार का महत्व

शेयर बाजार का महत्व, कार्य और उद्देश्य तथा अर्थव्यवस्था में इसका योगदान। दुनिया के सभी देशों में शेयर बाजार होते हैं मगर इन्हैं किस लिये बनाया जाता है, इनका योगदान क्या है और ये क्यों इतने महत्वपूर्ण हैं किसी भी अर्थव्यवस्था के लिये। क्यों प्रतिदिन समाचारों में इनके उतार चड़ाव को इतना महत्व दिया जाता है? आखिर शेयर बाजार में होता क्या है यह सब समझेंगे आसान हिंदी में। शेयर बाजार के अन्य सभी पहलुओं को समझने के लिये पढ़ें शेयर मार्किट हमारी साइट पर। Importance of Share Markets and it’s working.

शेयर बाजार का महत्व

शेयर बाजार का महत्व

शेयर बाजार का महत्व, कार्य और उद्देश्य

शेयर बाजार कंपनियों के लिये पैसा जुटाने के लिये मंच प्रदान करता है। यह कंपनियों के शेयरों की सार्वजनिक रूप से व्यापार करने की अनुमति देता है, और सार्वजनिक बाजार में कंपनियों को उनके स्वामित्व के अंश बेचकर विस्तार के लिए अतिरिक्त वित्तीय पूंजी जुटाने में मदद करता है। स्टॉक एक्सचेंज निवेशकों को प्रतिभूतियों के व्यापार के लिये लिक्विडिटी यानी तरलता प्रदान करता है जिससे उन्हें तेज़ी से और आसानी से बेचा जा सके।

शेयर बाजार का महत्व कंपनियों और निवेशकों के लिये

कंपनियां शेयर इस लिये जारी करतीं हैं कि व्यवसाय के लिये पूंजी जुटाई जा सके। निवेशक कोई शेयर इस लिये खरीदते हैं जिससे वे कंपनी के विकास और मुनाफे में भागीदार बन सकें और उस शेयर की दुनिया के बाजारों का हाल मांग बढ़ने पर उसे ऊंची कीमतों पर बेच सकें। शेयर बाजार कंपनियों और निवेशकों को इस सब के लिये मंच प्रदान करता है। शेयर बाजार का महत्व कंपनियों और निवेशकों के लिये एक सा ही है। यहां पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।

शेयर बाजार तरलता प्रदान करता है

शेयर बाजार मे किसी कंपनी के शेयर सुचिबद्ध होने के बाद लगभग हमेशा उसमें खरीददार और बेचने वाले उपलब्ध रहते हैं। शेयर बाजार वह मंच है जिस पर हमेशा शेयरों की उपलब्धता और तरलता बनी रहती है। इसी तरलता के कारण शेयर बाजार में निवेशकों के लिये निवेश करना और उससे लाभ उठाना आसान हो जाता है। प्रॉपर्टी और अन्य संपत्तियों को बेचने में ऐसी तरलता नहीं मिलती है।

शेयर बाजार अर्थव्यवस्था के मापक हैं

स्टॉक और अन्य संपत्तियों की कीमत आर्थिक गतिविधि की गतिशीलता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और सामाजिक मनोदशा का संकेतक हो सकता है। एक अर्थव्यवस्था जहां शेयर बाजार में वृद्धि हो रही हो उसे उभरती हुई अर्थव्यवस्था माना जा सकता है। शेयर बाजार को अक्सर किसी भी देश की आर्थिक ताकत और विकास का प्राथमिक संकेतक माना जाता है। दुनिया के बाजारों का हाल लंबी अवधी तक बढ़ते शेयर बाजार देश में बढ़ती आर्थिक गतिविधियों का संकेत देते हैं और गिरते बाजारों का मतलब यह हो सकता है कि आर्थिक गतिविधियां सिकुड़ रहीं हें।

नियंत्रण

शेयरों की कीमतें घरेलू निवेश और खपत को भी प्रभावित कर सकती हैं। इसलिए केंद्रीय बैंक जैसे कि आरबीआई शेयर बाजार के नियंत्रण, व्यवहार और वित्तीय प्रणाली के कार्यों के सुचारू संचालन पर नजर रखते हैं। वास्तव में देश में वित्तीय स्थिरता पर नजर रखना ही आरबीआई का मुख्य काम है।

शेयर बाजार पर होता है आसान लेनदेन

एक्सचेंज प्रत्येक लेनदेन के लिए क्लीयरिंग हाउस के रूप में भी कार्य करते हैं जिसका अर्थ है कि वे शेयर बेचने वाले से एकत्र करते हैं और खरीदने वाले को वितरित करते हैं और शेयरों के विक्रेता को भुगतान की गारंटी देते हैं। दुनिया के बाजारों का हाल यदि काउंटरपार्टी लेनदेन पर डिफ़ॉल्ट हो जाये तो उस स्थिति में स्टॉक एक्सचेंज व्यक्तिगत खरीदार या विक्रेता के जोखिम को समाप्त करते है।

शेयर बाजार में निवेशकों की बढ़ती रुचि

बैंक और शेयर बाजार मिल कर किसी भी देश में वित्तीय प्रणाली को समृद्ध बनाने में अपना अपना योगदान देते हैं। आंकड़ों के अनुसार हाल के दशकों में अधिकतर देशों में घरेलू निवेश में शेयरों का हिस्सा बाड़ी तेजी से बढ़ा है। हमारे देश में भी बढ़ते शेयर बाजार इसी तरह के संकेत दे रहे हैं। हाल के वर्षों में हमारे देश में युवाओं का रुझान SIP और म्यूचुअल फंड की तऱफ बढ़ा है। यह भी अप्रत्यक्ष रूप से शेयरों में निवेश का ही तरीका है।

शेयर बाजार का महत्व किसी भी देश की वित्तीय प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिये बहुत ही आवश्यक हो गया है जिसके बिना आर्थिक गतिविधियों को स्पीड नहीं मिल पाती है। आप भी शेयर बाजार सीखें और तरक्की की रफ्तार में शामिल हो जायें।

दुनिया के बाजारों का हाल

भारत 2032 तक दुनिया का छठा सबसे बड़ा बीमा बाजार बनने की संभावना; प्रीमियम 14% CAGR से बढ़ेगा

India to be 6th largest insurance market by 2032

स्विस री इंस्टीट्यूट (स्विट्जरलैंड) द्वारा प्रकाशित ‘ग्लोबल इकोनॉमिक एंड इंश्योरेंस आउटलुक’ रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2032 तक दुनिया के छठे सबसे बड़े बीमा बाजार के रूप में उभरेगा, जो नियामक धक्का और तेजी से आर्थिक विस्तार द्वारा समर्थित होगा।

  • भारत में कुल बीमा प्रीमियम अगले 10 वर्षों में नाममात्र स्थानीय मुद्रा शर्तों में औसतन 14% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) बढ़ने का अनुमान है, जो देश को 2032 तक कुल प्रीमियम मात्रा के मामले में 2021 में 10 वें सबसे बड़े से छठा सबसे बड़ा देश रखता है।

नोट : जेरोम जीन हेगेली स्विस री ग्रुप के समूह मुख्य अर्थशास्त्री हैं

रिपोर्ट से मुख्य निष्कर्ष:

i. जीवन बीमा प्रीमियम में वैश्विक वृद्धि 2022 में लगभग स्थिर रहने और 2023 में वास्तविक रूप से 1.9% बढ़ने का अनुमान है।

ii. दुनिया के बाजारों का हाल 2032 तक, भारत का जीवन बीमा बाजार दुनिया में 5वां सबसे बड़ा होने की उम्मीद है।

iii. रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जीवन बीमा बाजार 2022 में 6.6% (वास्तविक रूप में) और फिर 2023 में 7.1% की असाधारण गति से विस्तार करेगा।

iv. अनुमानित विकास दर के आधार पर, भारत में जीवन बीमा प्रीमियम 2022 में पहली बार 100 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक होने की उम्मीद है।

गैर-जीवन बीमा क्षेत्र

i. बीमा बाजार के लिए वैश्विक गैर-जीवन प्रीमियम वृद्धि 2022 में घटकर 0.8% (वास्तविक रूप में) होने का अनुमान है, जो 2021 में 2.6% थी।

ii. 2020 में थोड़े से संकुचन के बाद, भारत में गैर-जीवन बीमा बाजार ने 2021 में विकास फिर से शुरू किया, जो 5.8% (वास्तविक रूप से) बढ़ रहा था।

iii. 2022 में, मुख्य रूप से उच्च मुद्रास्फीति के कारण, विकास दर थोड़ा गिरकर 4.5% होने का अनुमान है। हालाँकि, 2023 और 2032 के बीच, इस क्षेत्र का CAGR (वास्तविक शब्दों में) 8% के करीब विस्तार करने का अनुमान है।

iv. भारत के गैर-जीवन बीमा बाजार में COVID-19 महामारी के व्यवस्थित परिवर्तन क्षेत्रीय विकास को आगे बढ़ाने वाले कारणों में से एक है।

  • इसने जोखिम जागरूकता में वृद्धि की, जिसने स्वास्थ्य बीमा की मांग को बढ़ा दिया, इसे 2021 में प्रीमियम वॉल्यूम द्वारा सबसे बड़े LoB (लाइन ऑफ बिजनेस) तक पहुंचा दिया।

विश्व अर्थव्यवस्था

i. रूस-यूक्रेन युद्ध के परिणामस्वरूप, वैश्विक अर्थव्यवस्था मुद्रास्फीति की मंदी के कगार पर है, नीति निर्माताओं को तेजी से कठिन मुद्रास्फीति-विकास व्यापार-बंद का सामना करना पड़ रहा है।

ii. रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

  • इसने यह भी अनुमान लगाया कि 2022 के अंत तक वैश्विक प्रीमियम 7 ट्रिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो जाएगा।

हाल ही में उत्साहित समाचार:

विशेष अनुसंधान और विश्लेषण समाधानों के एक नए जमाने के प्रदाता बेनोरी नॉलेज द्वारा उद्योग के प्रदर्शन पर नज़र रखने वाली नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत में जीवन बीमा प्रवेश दर दिसंबर 2021 में बढ़कर 3.2% हो गई है, जो दिसंबर 2019 में 2.8% थी। भारत अब दुनिया का 10वां सबसे बड़ा जीवन बीमा बाजार है, जो वैश्विक औसत 3.3% के बराबर है। और चीन (2.4% पर) और यूनाइटेड किंगडम (UK) (3% पर) से आगे है।

Stock Market Opening: घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के साथ शुरुआत, लाल निशान पर Sensex और Nifty

Share Market Update

Share Market Update: ग्‍लोबल और एश‍ियाई मार्केट से मिल रहे मिले जुले संकेतों के बीच भारतीय घरेलू शेयर में आज नरमी देखी जा रही है। शेयर बाजार में आज गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत हुई है। सेंसेक्स 277 तो निफ्टी 82 अंक चढ़कर खुला। फिलहाल बाजार में तेजी का रूख कायम है।

इस कारोबारी हफ्ते के पहले दिन आज सोमवार (28 November) को भी भारतीय घरेलू शेयर बाजार (Share Market) में तेजी के साथ लाल निशान पर कारोबार की शुरुआत हुई है। सेंसेक्‍स (Sensex) 277 अंकों की बढ़त के साथ 62,016 के स्तर पर खुला, जबिक (Nifty) 82 अंक बढ़कर 18,430 के स्तर पर खुला। फिलहाल बाजार में तेजी का रूख कायम है।

बाजार का आज का हाल

बीएसई (BSE) में आज सुबह शुरुआत में शेयर बाजार में कुल आज बीएसई में शुरुआत में कुल 2,780 कंपनियों में कारोबार की शुरुआत हुई। जिसमें से करीब 1,824 शेयर तेजी तो 807 गिरावट के साथ खुलीं। जबकि 149 कंपनियों के शेयर के भाव स्थिर रहे। वहीं 77 शेयर 52 हफ्ते के ऊपरी तो 12 शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।

आज के चढ़ने-गिरने वाले शेयर्स

– आज के चढ़ने वाले शेयर्स की बात करें तो बीपीसीएल, हीरो मोटोकार्प, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, अल्ट्राटेक सीमेंट समेत कई कंपनियों के शेयर्स में तेजी देखी जा रही है।
– वहीं गिरने वाले शेयर्स पर नजर डालें तो हिन्डाल्को, एचडीएफसी, एचडीएफसी, अपोलो हास्पिटल, इनफोसिस समेत कई कंपनियों शेयर में गिरावट देखी जा रही है।

डॉलर के मुकाबले 12 पैसे कमजोरी के साथ खुला रुपया

विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया आज मजबूती के साथ खुला। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया आज 12 पैसे की कमजोरी के साथ 81.80 रुपये के स्तर पर खुला। इससे पहले पिछले कारोबारी दिनशुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 6 पैसे की कमजोरी के साथ 81.68 रुपये के स्तर पर बंद हुआ

पिछले दिनों बाजार का ये रहा था हाल

शुक्रवार (25 November): सेंसेक्स 20 अंकों की तेजी के साथ 62,293 प्‍वाइंट पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 28 अंकों की उछाल के साथ 18,512 अंक पर बंद हुआ था।

गुरुवार (24 November): सेंसेक्स 762 अंकों की तेजी के साथ 62,272 प्‍वाइंट पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 216 अंकों की उछाल के साथ 18,484 अंक पर बंद हुआ था।

बुधवार (23 November): सेंसेक्स 91 अंकों की बढ़त के साथ 61,510 प्‍वाइंट पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 23 अंकों की बढ़त के साथ 18,267 अंक पर बंद हुआ था।

मंगलवार (22 November): सेंसेक्स 274 अंकों की तेजी के साथ 61,418 प्‍वाइंट पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 85 अंक उछलकर 18,244 अंक पर बंद हुआ था।

सोमवार (21 November): सेंसेक्स 518 अंकों की गिरावट के साथ 61,144 प्‍वाइंट पर बंद हुआ था। जबकि निफ्टी 147 अंक लुढ़ककर 18,159 अंक पर बंद हुआ था।

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