एमए क्या है?

MA ka full form kya hai | MA ka matlab kya hota hai
MA kya hai बहुत से Students की life में 12th के बाद काफी confusion होता है की उन्हें कौन सा course करना चाहिए जो भविष्य में उनके लिए फायदेमंद साबित हो और वो अपना career बना सकें, तो ऐसे में 12th complete करनें के बाद study के बाद बहुत सी lines होती है जो आपको पसंद हो वो कर सकते हैं। MA ka full form kya hai।
MA kya hai in hindi
MA का full form Mater of Arts होता है जिसका मतलब हिंदी में कला परास्नातक होता है यानी की आप उस subject में पूरी तरह से पारंगत हैं जिससे आपनें MA किया है।
ma एक post graduation course है जोकि आप graduation करने के बाद कर सकते हैं, …
M.A करने के फायदे (Benefit Of Master of Arts In Hindi)
और अगर आप m.a. करने की सोच रहे हैं तो m.a. करने के बाद आपको किस तरह का फायदा हो सकता है इसके बारे में जानेंगे?
MA करने के फायदे? (MA Karne Ke Fayde)
m.a. करने के फायदे तो बहुत है लेकिन इसके फायदे को में एमए क्या है? दो अलग-अलग ग्रुप में बांटना चाहूंगा।
- पहले ग्रुप में ऐसे लोग जो m.a. करने के बाद नौकरी करना चाहते हैं।
- दूसरे ग्रुप में वह लोग जो m.a. करने के बाद नौकरी कम और व्यवसाय करना चाहते हैं।
MA करने के फायदे (नौकरी)
एम ए करने के बाद आप शिक्षक के क्षेत्र में जा सकते हैं। लेकिन एक बात का हमेशा याद रखें कि कॉलेज यूनिवर्सिटी और तरह-तरह के अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में शिक्षक के तौर पर नौकरी करने के लिए m.a. के बाद आपको कुछ कोर्स और करने की जरूरत होती है आप सीधे एम ए करने के बाद इन सभी कॉलेज या यूनिवर्सिटीज में शिक्षक के तौर पर नौकरी नहीं कर सकते।
- कुछ स्कूल या कॉलेज ऐसे हो सकते हैं जहां कि आप सीधे एम ए करने के बाद नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- अगर आप m.a. करने के बाद b.ed करते हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने b.ed कोर्स को 1 वर्ष में पूरी कर सकते हैं।
- एम ए करने के बाद आप इंटर कॉलेज प्रवक्ता बन सकते हैं।
- IAS तथा PCS के कुछ महत्वपूर्ण पदों में नौकरी करने के लिए m.a. करना बेहद महत्वपूर्ण है।
- m.a. के बाद नेट क्वालीफाई करके आप डिग्री कॉलेज प्रवक्ता बन सकते हैं।
नेट की परीक्षा क्वालीफाई करते समय अगर आप JRF क्वालीफाई कर लेते हैं तो पीएचडी करते समय आपको हर महीने ₹35000 तक की स्कॉलरशिप मिलती है।
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M.A करने का सबसे बड़ा फायदा (Buisness)
अगर मैं आपको बताऊं कि अगर आप b.a. करने के बाद m.a. करते हैं तो इसकी सबसे बड़ी फायदा यह है कि अगर आप ने दिए या m.a. हिंदी या अंग्रेजी इन दोनों में से किसी विषय में की हुई तो ऐसी स्थिति में आपका भाषा की पकड़ बहुत अच्छी हो जाती है।
यानी कि आप लिखने और बोलने में बहुत अधिक एक्सपर्ट हो जाते हैं।
और जैसा कि आज आप सभी लोगों को पता है कि आज के समय में भारत बहुत ही तेजी से डिजिटल होते जा रहा है और इस डिजिटल होने की दौड़ में भारत की बहुत सी कंपनी या भारत के बाहर भी ऐसी बहुत सी कंपनी है जहां की कंपनी को एक कंटेंट राइटर की तलाश होती है जो कंपनी के लिए कांटेक्ट लिख पाए।
मान लीजिए कि अगर आपको भारत में हिंदुस्तान टाइम्स में ही एक कंटेंट राइटर की तौर पर नौकरी मिल जाती है तो ऐसी स्थिति में आप अच्छी खासी पैसा कमा सकते हैं क्योंकि आज के समय में कंटेंट राइटर की बहुत ही ज्यादा डिमांड है।
M.A करने का फायदा “खुद का व्यापार”
जैसा कि ऊपर मैंने आपको बताया कि m.a. करने के बाद आपकी एमए क्या है? भाषा पर पकड़ बहुत ही अच्छी हो जाती है आप बहुत अच्छा लिखना सीख जाते हैं आप बहुत अच्छा बोलना सीख जाते हैं।
तो m.a. करने के बाद या m.a. करते वक्त या m.a. करने से पहले से ही आप अपना खुद का ऑनलाइन एक बिजनेस शुरुआत कर सकते हैं मैं यहां बात कर रहा हूं ऑनलाइन ब्लॉग की ऑनलाइन ब्लॉग से मेरा मतलब है वेबसाइट आप अपना खुद का वेबसाइट बना सकते हैं और अपनी खुद की वेबसाइट के लिए आप चाहे तो अच्छे-अच्छे न्यूज़ लिख सकते हैं।
आप शिक्षा के किसी क्षेत्र में कुछ लिख सकते हैं या जिस में भी आप स्पेशलिस्ट हैं आप उस क्षेत्र में अपनी जानकारी को लिखकर लोगों तक पहुंचा सकते हैं गूगल की सहायता से।
और यकीन मानिए अगर आप इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना लेते हैं तो यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां की आपको कुछ समय के लिए ही काम करना पड़ता है और एक बार अगर आपका काम सही तरीके से सफल पूर्वक चल गया तो इसके बाद आप अपने घर में बैठे बैठे बिना कुछ किए पैसे कमा सकते हैं।
Conclusion
आज मैंने आपको m.a. करने के कुछ फायदे के बारे में बताया है मैं यह बिल्कुल नहीं कह रहा हूं कि m.a. करने के सिर्फ इतने ही फायदे हैं आप इंटरनेट पर और भी सर्च कीजिए यूट्यूब पर देखिए दूसरे लोगों से मिलिए इससे आपको m.a. करने के और भी कई फायदे के बारे में पता चलेगा।
ऊपर मैंने आपको जितने भी फायदे बताए हैं आप इन सब के बारे में एक बार सोच कर जरूर देखें और जो फायदे मैंने आपको सबसे आखिर में बताया उसके बारे में तो आपको बिल्कुल सोचना चाहिए।
आज मैंने ऊपर जो कुछ भी बताया (Benefit Of Master of Arts) इससे जोड़ी कोई भी कंफ्यूजन आपके मन में हो तो आप हमें कम इन करके पूछ सकते हैं मैं जितनी जल्दी हो सके आपके सवाल का उत्तर देने की कोशिश करूंगा।
M.A की फीस कितनी है? | MA Ki Fees Kitni Hai
आज हम जानेंगे कि M.a की फीस कितनी है? या M.a की फीस कितनी होती है? (ma ki fees kitni hai). अगर आप M.A करने की सोच रहे हैं तो आपको M.A में कितने खर्चे होने वाले हैं यहां M.A करने में कितने खर्चे होते हैं?
दोस्तों आज के समय में अगर आप कोई अच्छी जॉब पाना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास उस जॉब के लिए अनिवार्य योग्यता के साथ-साथ डिग्री का भी होना बहुत जरूरी होता है। आज के समय में हर क्षेत्र में डिग्री होल्डर्स की मांग काफी बढ़ रही है।
दसवीं कक्षा पूर्ण कर लेने के बाद आप साइंस कॉमर्स या आर्ट स्ट्रीम में से किसी एक को चुनते हैं। उस stream से 11वीं और 12वीं पास कर लेने के बाद अगर आप ग्रेजुएशन करने की सोचते हैं तो उसमें पहले आपके पास बैचलर की डिग्री जैसे बीएससी, बीकॉम और बीए करने का विकल्प होता है।
अगर आप ग्रेजुएशन में बीएससी या b.a. किसी का भी चुनाव करते हैं और अपने बैचलरेट की डिग्री प्राप्त करके ग्रेजुएट हो जाते हैं तो उसके बाद आपके लिए करियर में आगे कई क्षेत्र खुलते हैं। बीए कंप्लीट कर लेने के बाद अगर आप कुछ सब्जेक्ट विशेष में रुचि रखते हैं और आगे और उसे पढ़ना चाहते हैं तो बीएससी यानी बैचलर ऑफ साइंस और बीए यानी बैचलर ऑफ आर्ट्स के बाद एम ए (M.A) यानी मास्टर ऑफ आर्ट्स का चुनाव कर सकते हैं।
ऐसा जरूरी नहीं होता कि बीए करने वाले छात्र ही एम ए (M.A) कर सकते हैं। अगर आपने graduation में बीएससी भी चुनी हो और आगे एम ए के विषय में के विषय पढ़ना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं। दोस्तों एम ए यानी मास्टर्स की डिग्री की वैल्यू आज के समय में काफी अधिक होती है। मास्टर्स की डिग्री प्राप्त कर लेने के बाद आप टीचिंग, रिसर्च और उनसे जुड़ी अन्य क्षेत्रों में अपना करियर बना सकते हैं। अगर कोई छात्र m.a. करना चाहता है तो उसके लिए यह आवश्यक होता है कि वह उससे जोड़ी सभी चीजों के बारे में जानकार हो।
M.A की फीस से पहले कुछ जरूरी बातें
एम ए कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है। जिसमें ज्यादातर आप कॉलेज में यह 4 सेमेस्टर में विभाजित होता है। अगर आपने हमें करने का निर्णय ले लिया है तो मुख्यतः आप इसे 2 तरीकों से कर सकते हैं-
जिसका चुनाव आप अपने सुविधानुसार कर सकते हैं।
रेगुलर चलने का मतलब होगा कि आप कॉलेज है रोजाना जाकर उसकी पढ़ाई करेंगे जबकि प्राइवेट चुनने का मतलब होता है कि आप रोजाना कॉलेज ना जाकर व्यक्तिगत रूप से m.a. की डिग्री पाना चाहते हैं।
अगर आप m.a. में किसी ऐसे विषय का चुनाव करते हैं जिसमें प्रैक्टिकल भी शामिल हो तो उसे आप केवल रेगुलर ही कर सकते हैं क्योंकि प्रैक्टिकल के लिए आपको कॉलेज जाने की आवश्यकता पड़ती है। अगर आप दोनों में से किसी भी प्रकार से m.a. की डिग्री प्राप्त करते हैं तो उसमें कोई अंतर नहीं होता है दोनों ही तरह से प्राप्त किए गए डिग्री की मान्यता एक समान होती है। दोस्तों कई छात्रों के मन में यह सवाल होता है कि एमए की करने मे उन्हें कुल कितना खर्च आता है।
M.A की फीस कितनी है? (MA ki fees kitni hai)
MA ki fees kitni h – दोस्तों अगर बात करें m.a. करने में आने वाले खर्च की तो यह काफी कम होता है। आप बहुत ही आसानी से कम खर्च में सरकारी कॉलेज से m.a. कर सकते हैं। दोस्तों जी एन यू एमए क्या है? जैसी संस्थाओं में m.a. जैसी कोर्स को करने का सालाना खर्च ₹216 है जो कि ₹18 प्रति माह हो जाता है।
M.A की फीस कितनी है?
अलावा अगर आप किसी सरकारी कॉलेज से भी m a करते हैं तो आपको फीस के रूप में 4000 से 5000 की मामूली रकम चुकानी होती है। कुछ प्राइवेट कॉलेजों में भी m.a. की फीस 10000 से 15000 होती है। अलग-अलग कॉलेज मे इसका निर्धारण अलग अलग होता है।
उदाहरण के लिए अगर आप हिंदी में m.a. करने का निर्णय लेते हैं तो कुछ अलग अलग कॉलेजेस व उनकी फीस इस प्रकार है-
- SNDT COLLEGE जो मुंबई और पुणे में है इसकी सालाना फीस 13500 है।
- सेंट स्टीफेंस कॉलेज न्यू दिल्ली इसकी सालाना फीस 69500 है।
- लोयोला कॉलेज चेन्नई की फीस ₹10020 है।
- हिंदू कॉलेज न्यू दिल्ली की फीस ₹9350 है।
- मीरांडा हाउस न्यू दिल्ली ₹20060 एवं फर्ग्युसन कॉलेज पुणे की फीस ₹6295 है।
यूनिवर्सिटी और कॉलेज के आधार पर इसमें भिन्नता होती है। अगर आप साधारण तरीके से m.a. की डिग्री पाना चाहते हैं तो सरकारी कॉलेज से कम खर्च में ही इसे करना सबसे अच्छा विकल्प होता है।
दोस्तो MA की फीस आपके विषय के चुनाव पर भी निर्भर करता है m.a. में कुछ सब्जेक्ट से ऐसे होते हैं जिनकी फीस कम होती है एवं शिक्षा शास्त्र आदि जैसे कुछ विषयों की फीस थोड़ी अधिक होती है। इसके अलावा अगर आपने जो विषय चुना है उसमें प्रैक्टिकल भी सम्मिलित है तो उसकी फीस थोड़ी बढ़ जाती है। अगर कुछ बड़े प्राइवेट कॉलेज है उसको छोड़ दें तो आप बहुत ही कम खर्च में आसानी से m.a. जैसी काम की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। आप अपने राज्य के यूनिवर्सिटी और कॉलेज वेबसाइट पर इसकी जांच कर सकते हैं।
M.A करने में अतिरिक्त खर्चे या फीस
दोस्तों अगर कॉलेज फीस (ma ki fees) या इंस्टिट्यूशन फीस को छोड़ दें तो उसके अलावा भी कुछ अन्य खर्च हो सकते हैं। जैसे अगर एमए क्या है? आप रेगुलर छात्र के तौर पर m a करना चाहते हैं और इसके लिए आपको अपने घर में ना रहकर हॉस्टल में रहना पड़ता है तो उसमें आपके हॉस्टल का भाड़ा, खाने-पीने का खर्च, आने जाने यानी यातायात खर्च आदि जैसे और कई अन्य खर्च सम्मिलित हो जाते हैं।
इसके अलावा अगर आप कोचिंग लेते हैं तो उसका खर्च भी उसमें जुड़ेगा। यह सारे खर्च अनिवार्य नहीं होते इसका निर्धारण आप स्वयं आकलन करके कर सकते हैं। यह सारे खर्च अलग-अलग जगहों पर अलग अलग हो सकते हैं अगर आप किसी बड़े शहर मे रहकर m.a. करते हैं तो यह सारे खर्च अधिक हो सकते हैं एवं छोटे शहरों में यह बड़े शहरों की तुलना में कम हो सकते हैं। कुल मिलाकर अगर आप कम से कम खर्च में अपनी m.a. की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो यह संभव है।
M.A की फीस पर मेरा विचार
अगर आप m.a. करना चाहते हैं तो इसे आप बिल्कुल बहुत एमए क्या है? ही कम खर्चे में कर सकते हैं क्योंकि दूसरे कोर्स के मुकाबले इस कोर्स को आप बहुत ही कम खर्चे में पूरी कर पाएंगे तथा m.a. की पढ़ाई लगभग भारत के हर क्षेत्र में होती है आप अपने आसपास m.a. की कॉलेज को देख सकते हैं।
आज मैंने आपको m.a. की फीस के बारे में पूरी जानकारी दी है की m.a. की फीस कितनी होती है? m.a. करने में कितने खर्चे होते हैं? इत्यादि अगर इससे जुड़ी कोई सवाल आपके मन में है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं।
M.A. के बाद क्या करें? – 5 श्रेष्ठ विकल्पों की जानकारी।
यदि आपने मास्टर ऑफ़ आर्ट्स (M.A.) के रूप में अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन (स्नातकोत्तर) डिग्री उत्तीर्ण की है और अब आप अपने भविष्य के विकल्पों के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख के माध्यम से आपको M.A. के बाद के विकल्पों की जानकारी प्राप्त होगी। आपने चाहे किसी भी विषय से एमए क्या है? M.A. डिग्री प्राप्त की हो, आपको यहाँ पर MA के बाद भारत में उपलब्ध विभिन्न बेहतरीन विकल्पों के बारे में जानकारी मिलेगी। अतः आइये जानते हैं कि M.A. के बाद क्या करें।
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M.A. के बाद क्या करें
यदि आपने आर्ट्स (Humanities) के सामान्य विषयों या भाषा विषयों में से किसी एक विषय से 2-वर्षीय M.A. डिग्री उत्तीर्ण की है तो आप M.A. डिग्री के बाद भारत में उपलब्ध निम्नलिखित 5 श्रेष्ठ विकल्पों में से कोई एक विकल्प चुन सकते हैं:-
यदि आप M.A. डिग्री उत्तीर्ण करने के बाद अपने विषय में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं और साथ में शोध (रिसर्च) कार्य भी करना चाहते हैं तो इसके लिए डॉक्टरेट ऑफ़ फिलॉसॉफी (Ph.D) सबसे बेहतरीन विकल्प है। Ph.D डिग्री का लाभ यह होता है कि इसके बाद अभ्यर्थी NET परीक्षा उत्तीर्ण करने के उपरांत किसी विश्वविद्यालय (यूनिवर्सिटी) में सहायक प्रोफेसर (Assistant Professor) के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं और प्रोफेसर पद तक पदोन्नति प्राप्त कर सकते हैं। MA डिग्री के कुछ विशिष्ट विषयों में Ph.D कोर्स उत्तीर्ण करने के उपरांत अभ्यर्थी विभिन्न विभागों में साइंटिस्ट (वैज्ञानिक) पद के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।
Ph.D से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “Ph.D क्या है” और कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “कॉलेज प्रोफेसर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।
वैसे तो बैचलर ऑफ़ एजुकेशन (B.Ed) डिग्री कोर्स, स्नातक (ग्रेजुएशन) डिग्री कोर्स के बाद किया जा सकता है, परन्तु यदि आपने B.Ed करने से पहले M.A. कर लिया है तो आपको बी.एड कोर्स भी कर लेना चाहिए। B.Ed कोर्स का लाभ यह है कि M.A.-B.Ed उत्तीर्ण अभ्यर्थी भारत के किसी भी स्कूल (विद्यालय) में पोस्ट-ग्रेजुएट टीचर (पी.जी.टी.) या लेक्चरर पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
B.Ed से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “B.Ed कोर्स क्या है और कैसे करें” और स्कूल लेक्चरर बनने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप “स्कूल लेक्चरर कैसे बनें” पढ़ सकते हैं।
N.E.T. परीक्षा
MA डिग्री उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी N.E.T. परीक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, जिसको उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी भारत के विभिन्न डिग्री कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। NET परीक्षा से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए आप “NET परीक्षा क्या है” पढ़ सकते हैं।
M.Phil
M.A. के बाद मास्टर ऑफ़ फिलॉसॉफी (M.Phil) कोर्स करने का विकल्प भी अभ्यर्थियों के समक्ष उपलब्ध होता है। अतः अभ्यर्थी M.A. के बाद M.Phil कोर्स में भी एडमिशन ले सकते हैं। M.Phil कोर्स से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी हमारा लेख “M.Phil क्या है और M.Phil कोर्स कैसे करें” पढ़ सकते हैं।
सरकारी नौकरी
MA के बाद अभ्यर्थियों के समक्ष विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन करने का विकल्प भी उपलब्ध होता है। अतः आप अपनी योग्यता के आधार पर समय-समय पर भारत में विज्ञापित होने वाली विभिन्न सरकारी नौकरियों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। भारत में मौजूद मुख्य सरकारी नौकरियों के विकल्प, उनके लिए योग्यता और अन्य महत्वपूर्ण बातों की जानकारी के लिए आप हमारा लेख “सरकारी नौकरी कैसे पाएं” पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
यहाँ पर इस लेख के माध्यम से आपको M.A. कोर्स के बाद भारत में मौजूद विभिन्न विकल्पों की जानकारी प्राप्त हुई है। आप इस जानकारी का लाभ उठा कर अपनी योग्यता और इच्छानुसार कोई विकल्प चुन सकते हैं।
आप हमारी वेबसाइट शिक्षाव्यवसाय.कॉम पर करियर, शिक्षा और रोजगार से सम्बंधित भारत में मौजूद विभिन्न विकल्पों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
MA Full Form in Hindi | एम.ए course की जानकारी
Information of MA full form & Career after MA course in Hindi: Education में Master of Arts को आमतौर पर M.A. के फुल फॉर्म से जाना जाता है. MA ka full form Master of Arts है. जो वास्तव में post graduation / master degree course है.
Master of Arts (MA full form) Course Duration:
2 साल या 4 semesters के साथ है. संस्थानों के अनुसार semester system, timing & subjects आदि के बारे में परिवर्तन होंगे. यह कोर्स दोनों options में उपलब्ध है, जो regular & correspondence हैं. Master of Arts degree एक छात्र द्वारा अधिकतम 5 वर्ष और न्यूनतम 2 वर्ष में पूरी की जानी चाहिए, और यह अवधि भिन्न हो सकती है. Learn about What is B.A full from.
यह वास्तव में एक theory course है जो मुख्य रूप से theories & practical की बुनियादी जानकारी पर केंद्रित है. M.A. course में बहुत basic subjects की एक श्रृंखला है, जो कि इस तरह से डिज़ाइन किया गया है ताकि शिक्षा के सभी fundamentals को कवर किया जा सके और different specializations के रूप में बहुत advance programs की संख्या शामिल हो सके. M.Ed. (full from Master of Education) है लेकिन एम.ए. शिक्षा (M.A. Education) के समान नहीं है, भले ही शब्दावली समान होती है, दोनों पाठ्यक्रम अलग-अलग होते हैं और प्रत्येक के पास अपनी जरूरतें होती हैं लेकिन सामग्री लगभग समान होती है. Read about B.Ed full form in Hindi
एम ए की डिग्री करने के फायदे या लाभ / Benefits of Master of Arts (MA ka full form) in Hindi
• इस कोर्स में शिक्षा की एक व्यापक और अधिक समावेशी समझ प्रदान की जाती है. क्योंकि यह knowledge का क्षेत्र है
• शिक्षा के विशिष्ट पहलुओं में यह कोर्स विशेषकर उच्च स्तर का विशेषज्ञता देता है.
• Master Degree in Arts (M.A.) में उम्मीदवार को शिक्षा के विभिन्न आयामों में प्रभावी ढंग से भाग लेने के लिए पेशेवर होने में सक्षम बनाता है.
• उम्मीदवारों द्वारा M.A. course के बाद M.Phil. और Ph.D degree programs को किया जा सकता है.
एमए शिक्षा के लिए पात्रता मानदंड / Eligibility for M.A. Education
उम्मीदवारों के पास किसी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से स्नातक की डिग्री (graduation in Hindi) होनी चाहिए. कुछ कॉलेज या विश्वविद्यालय योग्यता के आधार पर प्रवेश लेते हैं. संस्था, विश्वविद्यालय या कॉलेज के अनुसार न्यूनतम प्रतिशत आवश्यकताएँ अलग-अलग होंगी.
एमए शिक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया Entrance Exams for education of M.A.
आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संस्था के अनुसार पात्रता होनी चाहिए. कुछ संस्थान प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते हैं और प्रवेश परीक्षा के परिणाम के अनुसार आयोजित किए जाते हैं. उम्मीदवार को प्रवेश परीक्षा में high एमए क्या है? score होना चाहिए. आवेदन पत्र संस्थान कार्यालय में उपलब्ध होंगे. कुछ संस्थान ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा भी देते हैं.
भारत में प्रवेश परीक्षाएं Entrance Test for MA in India
• पंजाब यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा
• श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• अलगाप्पा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• मद्रास विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• मुंबई विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• पेरियर विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा
• नेताजी सुभाष ओपन यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा
• नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा
आवेदन फॉर्म कैसे भरें? How to fill application Form for Master of Arts in India
फॉर्म को ध्यान से भरा जाना चाहिए. प्राप्त किए गए पुस्तिका को संदर्भित करके आवेदन भरना चाहिए प्रस्तुत किए जाने वाले फोटो को हाल ही में लिया जाना चाहिए था. आवेदन फॉर्म में किसी तरह की त्रुटि से परीक्षा लिखने से उम्मीदवारों की समाप्ति होगी. प्रमाण पत्र की आवश्यक प्रति के साथ आवेदन में भरे बिना किसी देरी के भेजा जाना चाहिए. Also learn LLB full form kya hai.
एम.ए. शिक्षा प्रवेश परीक्षा पैटर्न Pattern for Admission Test of MA Course
M.A. entrance exam में 1½ घंटे की अवधि होती है. परीक्षा उद्देश्य प्रकार का है प्रत्येक विकल्प के लिए चार विकल्प होंगे सभी प्रश्नों का प्रयास करना बेहतर है क्योंकि इसमें कोई नकारात्मक अंकन नहीं है. परीक्षा में शामिल विषयों में Educational psychology, School management, Teaching process आदि शामिल हैं. आपको कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान है तो अच्छा है.
भारत के टॉप शिक्षा महाविद्यालय में कला की मास्टर डिग्री / Top Universities & colleges for Master of Arts course in India
• इलाहाबाद विश्वविद्यालय
• आंध्र विश्वविद्यालय
• असम विश्वविद्यालय
• बी.पी. चालाह कॉलेज
• बागधार बारहमा किशन कॉलेज
• बनस्थली विश्वविद्यालय
• बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय
• बरनगर कॉलेज
• भारतीय मुक्ता विद्यापति (बीएमवी)
• भापर कॉलेज
• भवानीपुर अंचलिक कॉलेज
• बिकली कॉलेज
• बिलासी पैरा कॉलेज
• बॉम्बे टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज
• हरियाणा की केन्द्रीय विश्वविद्यालय
• चाडुवार कॉलेज
• चंद्रकांत रामवती देवी आर्य महिला पी.जी. कॉलेज
• चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय
• चेतराम शर्मा कॉलेज ऑफ एजुकेशन
एमए शिक्षा के बाद क्या करना है? Courses after Master of Arts / M.A.
M. A. degree के बाद, वे कार्य के लिए जा सकते हैं. M.A. शिक्षा पास पास के लिए बहुत सारे अवसर हैं. कोई भी सरकारी और निजी क्षेत्र के साथ काम कर सकता है. कोई higher education विकल्प भी चुन सकता है जिसमें M.Phil, Ph.D & MBA आदि किये जा सकते है. Learn about Phd full form Hindi me Kya hai
एमए शिक्षा के लिए नौकरी और करियर विकल्प/ Career & Job opportunities for MA degree holders
यह course विभिन्न शिक्षा स्तरों पर शिक्षण नियोजन और प्रशिक्षण के क्षेत्र में विशेषज्ञों की उभरती मांग को पूरा करने में सहायता करता है. एम.ए. शिक्षा graduates को नए और Education Administration और Management की मांग क्षेत्रों में आवश्यक है.
कार्य का प्रकार / Type of Jobs for Post graduate or MA candidates
- व्याख्याता / Translator
- प्रोफ़ेसर / Professor
- स्कूल के शिक्षक / Teacher
- निजी ट्यूटर / Private tutor
- शिक्षा सलाहकार / Education advisor
- शिक्षा परामर्शदाता / Career consultant
- वाइस प्रिंसिपल / Vice principal
- प्रधान अध्यापक / Principal
- रोजगार कार्यालय / Employment office
- कोचिंग केंद्र / Coaching institute
- शिक्षा विभाग / Education department
- होम ट्यूशन / Home tuition
- प्रकाशन संस्था / Publishing house
- अनुसंधान और विकास एजेंसियां / Research & development (R&D) agency
- स्कूलों / Own school
Janiye IAS officer & IAS ka full form kya hai
एमए शिक्षा के बाद पारिश्रमिक Salary after MA (full form – Master of Arts)
M.A. or post graduation qualified की high demand में हैं और अच्छे employment के अवसर हैं. salary उम्मीदवारों द्वारा चुना क्षेत्र और प्रकार के काम के अनुसार भिन्न हो सकते हैं. कई भर्ती परीक्षा और प्रतिस्पर्धी परीक्षाएं हैं जो Master of Arts (MA full form) degree holders career बनाने का विकल्प चुन सकते हैं. औसत वेतन Rs. 15000 से लेकर 20000 Rs. Per month है. यह field & industry के अनुसार भिन्न होगा. Also read Bachelor means in Hindi
दोस्तों Information about Master of Arts यानि MA full form का हिंदी में यह post आपको कैसी लगी हमें जरूर बताइए. अपने दोस्तों और सगे संबंधियों के साथ यह MA full form in Hindi का लेख जरूर शेयर करे. हमारा उद्देश्य आपको महत्वपूर्ण जानकारियां देना है और आपके knowledge को मज़बूत बनाना है. ताकि आप successful career बना सके.
आपको full forms कैसे लगे हमें बताइए. हमारी इस वेबसाइट में और किस तरह के लेख डाले इसका सुझाव भी हमें लिखिए. What is MA in Wikipedia.
धन्यवाद्.